Search…

    Saved articles

    You have not yet added any article to your bookmarks!

    Browse articles
    Select News Languages

    GDPR Compliance

    We use cookies to ensure you get the best experience on our website. By continuing to use our site, you accept our use of cookies, Privacy Policies, and Terms of Service.

    अमित शाह ने स्पीकर्स कॉन्फ्रेंस का उद्घाटन किया:गृहमंत्री ने कहा- भारत में एक बूंद खून बहाए बिना सत्ता परिवर्तन होता रहा है

    23 hours ago

    1

    0

    गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को दिल्ली विधानसभा में ऑल इंडिया स्पीकर्स कॉन्फ्रेंस का उद्घाटन किया। यह कॉन्फ्रेंस दो दिन चलेगी। इसमें 29 राज्यों की विधानसभाओं के स्पीकर और छह राज्यों की विधान परिषदों के सभापति और उपसभापति शामिल हुए हैं। कॉन्फ्रेंस में अलावा राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश, लोकसभा की पूर्व अध्यक्ष मीरा कुमार और कई केंद्रीय कैबिनेट मंत्री भी शामिल होंगे। दिल्ली विधानसभा स्पीकर विजेंदर गुप्ता ने बताया कि 24 अगस्त, 1925 को विट्ठलभाई पटेल सेंट्रल असेंबली के पहले भारतीय स्पीकर चुने गए थे। इसके 100 साल पूरे होने पर यह कॉन्फ्रेंस हो रही है। अमित शाह ने अपने संबोधन में कहा- दुनिया में कई देश हैं, जहां आजादी के बाद सत्ता परिवर्तन के लिए खूनखराबा होता रहा। लेकिन भारत एकमात्र ऐसा देश हैं, जहां आजादी के बाद से ही संवैधानिक तरीके और बिना खून की एक बूंद बहाए बिना सत्ता परिवर्तन होते रहे हैं। जब भी सभाओं ने अपनी गरिमा खोई, तो बहुत बुरे परिणाम भुगतने पड़े अपने राजनीतक हितों के लिए संसद में वाद-विवाद न होने देना गलत है। पूरे-पूरे दिन सत्र को न चलने देने पर हमें विचार करना होगा। जब-जब भी सभाओं ने अपनी गरिमा खोई है तो बहुत बुरे परिणाम हमें भुगतने पड़ें हैं। इस मौके पर मैं आपको महाभारत की हस्तिनापुर की सभा का उदाहरण देना चाहता हूं। जब सभा में स्त्री का सम्मान नहीं हुआ, तब ही महाभारत हुई थी। सभाओं की गरिमा देश के हित में जनता की आवाज बनने का माध्यम होना चाहिए। इसलिए सभापति को हमारे यहां इंस्टीट्यूशन का स्टेटस दिया गया है। सभापति अपने आपमें एक संस्था होता है। सभापति चुनकर तो आते हैं एक राजनीतिक दल से। वे आते तो हैं एक राजनीतिक विचारधारा से संबंध होकर। लेकिन सभापति की शपथ लेते ही उनको अंपायर के नाते काम करना होता है। इसलिए सबसे कठिन भूमिका पूरी असेंबली में किसी को होती है तो वो सभापति की होती है। मैं आज गौरव के साथ कह सकता हूं भारतीय आजादी के इस 80 साल में और हमारे संविधान के 75 साल में हमारे देश भर की असेंबलीज, विधानसभाएं और लोकसभा में हमेशा सभापतियों ने विधानसभा और लोकसभा में भारत के गौरव को आगे बढ़ाने का काम किया है। और हमारे लोकतंत्र को हमने मजबूत किया है। दिल्ली विधानसभा में कॉन्फ्रेंस होने की खास वजह इस मौके पर भारत के पहले चुने गए स्पीकर विट्ठलभाई पटेल की 100वीं जयंती के उपलक्ष्य में डाक टिकट भी जारी किया जाएगा। कॉन्फ्रेंस के दूसरे दिन लोकसभा स्पीकर ओम बिरला कॉन्फ्रेंस को संबोधित करेंगे। ऑल इंडिया स्पीकर्स कॉन्फ्रेंस दिल्ली विधानसभा में आयोजित किए जाने की भी एक खास वजह है। जिस सफेद इमारत में दिल्ली की मौजूद विधानसभा है, अंग्रेजी शासन के दौरान वह सेंट्रल असेंबली हुआ करती थी। इसी जगह भगत सिंह और बटुकेश्वर दत्त ने 8 अप्रैल, 1929 को दो बम फेंके थे। इस घटना का मकसद किसी को मारना या नुकसान पहुंचाना नहीं था। बम में विस्फोटक के साथ धुआं पैदा करने वाले पदार्थ ही थे। इसका मकसद ब्रिटिश सरकार तक अपनी बात पहुंचाना था। यही वजह थी कि बम फेंकने के बाद दोनों क्रांतिकारियों वहां से भागे नहीं बल्कि इंकलाब जिंदाबाद के नारे लगाते हुए गिरफ्तारी दी थी। बम कांड में दोषी पाए जाने पर दोनों को उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी। बटुकेश्वर दत्त को अंडमान-निकोबार की सेल्यूलर जेल (काला पानी) भेजा गया था। वहीं, भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को अंग्रेज अधिकारी सांडर्स की हत्या मामले में 24 मार्च, 1931 दी गई थी। संसद बनने तक इसी 1 महीने पहले 7 राज्यों के विधानसभा अध्यक्षों की बैठक हुई थी करीब एक महीने पहले 14 जुलाई को मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में सात राज्यों के विधानसभा अध्यक्षों की बैठक हुई थी। बैठक में MP विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर, UP के स्पीकर सतीश महाना, राजस्थान के स्पीकर वासुदेव देवनानी, हिमाचल प्रदेश के स्पीकर कुलदीप सिंह पठानिया, पश्चिम बंगाल के स्पीकर विमान बनर्जी, उड़ीसा की स्पीकर सुरमा पाढ़ी, सिक्किम विधानसभा के स्पीकर मिंगमा नोरबू शेरपा और राज्यों विधानसभाओं के सचिवों ने हिस्सा लिया था। पूरी खबर पढ़ें...
    Click here to Read more
    Prev Article
    भास्कर अपडेट्स:डिप्टी NSA बनाए गए अनीश दयाल सिंह, 1988 बैच के आईपीएस ऑफिसर हैं; NSG की कमान भी संभाल चुके
    Next Article
    होशियारपुर LPG टैंकर ब्लास्ट, 3 बड़ी वजहें:इनमें अवैध गैस रीफिलिंग भी, अब तक 7 मौतें, 200 मीटर दायरे में सब तबाह

    Related Politics Updates:

    Comments (0)

      Leave a Comment