बच्चों का किडनैपर खुद भी BCS का पुराना स्टूडेंट:कई बिजनेस किए, सभी फेल; डराने-धमकाने के लिए लोडेड गन-चाकू का इस्तेमाल
20 hours ago

हिमाचल में शिमला के मशहूर बिशप कॉटन स्कूल (BCS) के तीन स्टूडेंट को गाड़ी में लिफ्ट देने का झांसा देकर किडनैप करने वाला सुमित सुद खुद BCS का स्टूडेंट रहा है। इसलिए उसे स्कूल के बच्चों की मूवमेंट की जानकारी थी। वारदात के समय उसके पास लोडेड गन के अलावा चाकू भी था। उसने बच्चों को डराने के लिए इनका इस्तेमाल किया। सुमित ने इंजीनियरिंग कर रखी है और उसकी पत्नी ऑनलाइन बेकरी चलाती हैं। उसके 2 बच्चे हैं जो 10वीं और 5वीं कक्षा में पढ़ते हैं। सुमित की मां कोटखाई के डीएवी स्कूल से बतौर प्रिंसिपल रिटायर हुई हैं। उसके पिता भी रिटायर्ड टीचर हैं। CM सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि तीनों बच्चे सेफ हैं और उन्हें स्कूल को हेंडओवर कर दिया है। सीएम खुद इस पूरे केस की मॉनिटरिंग कर रहे थे। पुलिस के अनुसार, घटना के समय सुमित के पास गाड़ी में ग्लब्स और रस्सी भी थी। उसने शेयर मार्केट में लाखों रुपए का कर्ज चढ़ने के बाद किडनैपिंग की योजना बनाई थी। पुलिस ने CCTV, फोन रिकॉर्ड और वर्चुअल नंबर की मदद से उसे 24 घंटे में अरेस्ट कर तीनों बच्चों को सुरक्षित छुड़ा लिया। तीनों छठी क्लास के स्टूडेंट हैं। इनमें अंगद हरियाणा के करनाल, हितेंद्र पंजाब के मोहाली और विदांश हिमाचल के कुल्लू का रहने वाला है। अंगद के चाचा हरियाणा कांग्रेस के नेता हैं और करनाल में अभी पार्टी के पार्षद हैं। अब सिलसिलेवार ढंग से पूरा मामला पढ़िए ऐसे पकड़ में आया आरोपी रौनक ने किडनैपर को पकड़ाने में मदद की हिमाचल के शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने बच्चों की किडनैपिंग में इस्तेमाल गाड़ी की पहचान करने वाले कोटखाई के रौनक नामक युवक को शिमला बुलाकर शॉल-टॉपी पहनाकर सम्मानित किया। रौनक ने ही पुलिस को आरोपी सुमित सूद की गाड़ी के बारे में बताया था क्योंकि गाड़ी पर फर्जी नंबरप्लेट लगी थी। रौनक से मिली लीड के आधार पर ही पुलिस गाड़ी की पहचान कर पाई। रौनक ट्रांसपोर्टर है। उसने बताया कि सुमित की गाड़ी में चॉकलेट के रैपर और चिप्स के खाली पैकेट थे। इन्हीं को देखकर उसे शक हुआ। कई दिनों से कर रहा था प्लानिंग शिमला के SP संजीव गांधी ने बताया कि फिरौली के लिए कैलिफोर्निया से कोई फोन नहीं आया। आरोपी सुमित ही कैलिफोर्निया का नंबर इस्तेमाल कर रहा था। उसकी धमकी से घबराकर बच्चे उसकी गाड़ी में बैठ गए। घटना वाले दिन सुमित का परिवार कोटखाई में नहीं था। परिवार के मेंबर शिमला आए हुए थे इसलिए सुमित तीनों बच्चों को कोटखाई में अपने घर ले गया। उन्होंने बताया कि सुमित सात-आठ दिन से किडनैपिंग की प्लानिंग कर रहा था। --------------- शिमला में बच्चों की किडनैपिंग से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... शिमला से कैसे किडनैप हुए बच्चे, किस हाल में रखा:मुंह पर टेप, आंखों पर पट्टी बांधी; हरियाणा के अंगद के चाचा बोले-गनपॉइंट पर फिरौती मांगी हिमाचल के शिमला के नामी बिशप कॉटन स्कूल (BCS) के जिन 3 बच्चों का अपहरण हुआ था, उनमें करनाल के अंगद समेत तीनों बच्चों के ग्रुप से उठाया गया था। इसके बाद किडनैपर दिल्ली के फर्जी नंबर प्लेट की गाड़ी में उन्हें 60 किमी दूर ले गया। पूरी खबर पढ़ें...
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