खबर हटके- पॉटी बेचकर लाखों की कमाई:शादी में न बुलाने पर HR से शिकायत; जानिए ऐसी ही 5 रोचक खबरें
3 hours ago

कनाडा के एक शख्स अपनी पाटी बेचकर लाखों रुपए कमा रहा है। वहीं, शादी में न बुलाने पर अमेरिका में एक लड़की ने HR से शिकायत कर दी। 1. पॉटी बेचकर लाखों की कमाई कैसे हो सकती है?
2. शादी में न बुलाने पर HR से शिकायत क्यों की?
3. यूरोपियन स्पेस एजेंसी नकली सूर्यग्रहण कैसे करा रही है?
4. केरल के शख्स ने पालतू बिल्ली क्यों मार डाली?
5. 28 साल तक युवक का शव सही-सलामत कैसे रहा? दुनिया भर में लोग तमाम तरह की चीजें खरीद-बेचकर कमाई करते हैं, लेकिन कनाडा का एक शख्स अपनी पॉटी बेचकर लाखों कमा रहा है। हां, भाई, हां पॉटी बेचकर। आजकल मेडिकल साइंस में स्टूल (पॉटी) डोनेशन की डिमांड तेजी से बढ़ रही है। दरअसल, इससे आंतों की गंभीर बीमारियों जैसे क्लॉस्ट्रिडियम डिफिसाइल (सी डिफ), क्रोहन डिजीज और अल्सरेटिव कोलाइटिसका का इलाज किया जाता है। इन बीमारियों में फेकल माइक्रोबायोटा ट्रांसप्लांट (FMT) की जरूरत पड़ती है। इसमें हेल्दी डोनर की पॉटी मरीज की आंतों में ट्रांसफर की जाती है। ताकि गुड बैक्टीरिया पनप सकें। ब्रिटिश कोलंबिया के चिलीवाक में रहने वाला यह शख्स बताता है कि वह हर सुबह एक खास कटोरे में अपनी पॉटी इकट्ठा करता है और ह्यूमन माइक्रोब्स नाम की कंपनी को बेचता है। इससे वह हर महीने 15 हजार डॉलर यानी करीब 13 लाख 12 हजार रुपए कमाता है। साल भर में यह आंकड़ा 1 करोड़ 59 लाख 61 हजार रुपए बैठता है। अगर आपका कलीग आपको अपनी शादी में न बुलाए तो क्या करेंगे। अब बुरा तो लगेगा ही लेकिन क्या कर सकते हैं। लेकिन अमेरिका में एक लड़की ने इसकी शिकायत HR से कर दी। सोशल मीडिया साइट रेडिट EntitledPeople नाम के एक फीमेल यूजर ने लिखा, ’एक फीमेल कलीग से मेरी नॉर्मल बातचीत थी। हमने साथ में कभी लंच भी नहीं किया था। जब उसे मेरी शादी की बात पता चली तो उसने पूछा कि क्या वह इनवाइटेड है। इस पर मैंने हंसते हुए कहा- नहीं, सिर्फ कुछ करीबी रिश्तेदारों को ही बुलाया है।’ ‘कुछ देर बाद HR ने मुझे बुलाया। वहां पता चला, उसने मेरी शिकायत की थी कि उसे फंक्शन में जानबूझकर नहीं बुलाया गया और मैं ऑफिस में अनकंफर्टेबल माहौल बना रही हूं। मैंने HR को बताया ये बहुत निजी फंक्शन है, इसका ऑफिस या कलीग से कोई संबंध नहीं है। पूरा मामला समझकर HR ने भी अपना सिर पीट लिया। मुझे समझ नहीं आ रहा कि क्या वह सच में सोच रही थी कि HR मुझे शादी में उसे बुलाने के लिए मजबूर करेगा।’ यूरोपियन स्पेस एजेंसी नकली सूर्यग्रहण करवा रही है। जी हां और इसके जरिए सूरज के वायुमंडल की सबसे आउटर लेयर यानी कोरोना पर स्टडी कर रही है। दरअसल, सूरज की सतह का तापमान करीब 5500°C होता है। वहीं, आउटर लेयर कोरोना का टेंपरेचर 20 लाख °C होता है, लेकिन यह लेयर पूर्ण सूर्यग्रहण के समय ही दिखती है। अब परेशानी ये है कि पूर्ण सूर्यग्रहण कई सालों में सिर्फ कुछ मिनटों के लिए होता है। ऐसे में सांइटिस्ट पृथ्वी से इस लेयर की स्टडी नहीं कर रहे थे। इस वजह से यूरोप ने 'प्रोबा 3' मिशन के तहत अपने दो सैटेलाइट भेजे हैं। दोनों सैटेलाइट एक-दूसरे से एक सीध में 150 मीटर की दूरी पर 1.27 लाख kmph की रफ्तार से चक्कर लगा रहे हैं। इनमें से एक सैटेलाइट दूसरे के लिए सूरज को ढककर पूर्ण सूर्यग्रहण जैसे हालात पैदा करता है। ये सैटेलाइट हफ्ते में 2 बार नकली सूर्यग्रहण करके सूरज की आउटर लेयर पर स्टडी कर रहे हैं। हालांकि, यह नकली सूर्यग्रहण न पृथ्वी से दिखाई पड़ता है और न ही इसका कोई प्रभाव पृथ्वी पर पड़ता है। सोशल मीडिया पर रीच बढ़ाने के लिए लोग क्या-क्या नहीं करते। कुछ अजीबो-गरीब हरकतें करते हैं तो कुछ शानदार कंटेंट बनाते हैं। लेकिन केरल के पलक्कड़ जिले में शाजिर नाम के शख्स ने इंस्टाग्राम पर लाइक-व्यूज पाने के लिए एक बिल्ली को बड़ी बेरहमी से मारा और अपने अकाउंट पर वीडियो स्टोरी शेयर की। इतना ही नहीं उसने मरी हुई बिल्ली के शरीर के टुकड़े-टुकड़े कर दिए। उसका सिर जैक लीवर से कुचल दिया। शाजिर पेशे से ट्रक ड्राइवर है। यह वीडियो भी उसने अपने ट्रक में शूट किया। वीडियो में दिख रहा है शाजिर ने बिल्ली को खाना देने के लिए पास बुलाया। उसे कुछ खाने को दिया और फिर उसे मार दिया। वीडियो वायरल होने पर लोगों में गुस्सा फैल गया और पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 325 और प्रिवेंशन ऑफ क्रूलटी टू एनिमल्स एक्ट की धारा 11(1) के तहत केस दर्ज किया है। जांच में पता चला कि वीडियो केरल में नहीं बल्कि तमिलनाडु के कोयंबटूर शहर में शूट किया गया था। शाजिर को गिरफ्तार कर लिया गया है और उसके सोशल मीडिया अकाउंट को स्कैन किया जा रहा है। पाकिस्तान के कोहिस्तान इलाके में 28 साल पहले लापता हुए युवक का शव बिल्कुल सुरक्षित मिला। दरअसल एक शख्स अपने कुछ दोस्तों के साथ लेडी वैली घूमने गया था। पहाड़ों और ग्लेशियरों की सैर के दौरान उन्हें अचानक एक लाश दिखी। लाश बिल्कुल सही-सलामत थी। उसके कपड़े भी फटे नहीं थे। कपड़ों की तलाशी लेने पर उन्हें एक आईडी कार्ड मिला। इस पर 'नसीरुद्दीन' नाम लिखा था। अब इन लोगों की हैरत का ठिकाना नहीं रहा क्योंकि आईडी कार्ड से पता चल रहा था लाश 28 साल से वहीं थी। मामला पुलिस की जानकारी में आया तो पुष्टि हुई कि नसीरुद्दीन 28 साल पहले लापता हुआ था। हालांकि, उसके परिवार ने कभी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि नसीरुद्दीन के भाई ने उसकी हत्या कर दी गई थी। उस समय उन दुर्गम इलाकों तक पुलिस का पहुंचना मुश्किल था और पीड़ित पक्ष भी रिपोर्ट दर्ज नहीं करवाता था। ऐसे में पुलिस के लिए भी कुछ करना मुश्किल होता है। जहां से नसीरुद्दीन की लाश मिली वो पूरा इलाका हमेशा बर्फ से ढका रहता है। लाश भी इतने समय तक बर्फ में ही दबी रही और ठंड की वजह से खराब नहीं हुई। इस साल इलाके में बर्फ काफी तेजी से पिघल रही है। इस वजह से 28 सालों से दबी लाश सामने आ सकी। तो ये थीं आज की रोचक खबरें, कल फिर मिलेंगे कुछ अन्य दिलचस्प और हटकर खबरों के साथ… खबर हटके को और बेहतर बनाने के लिए हमें आपका फीडबैक चाहिए। इसके लिए यहां क्लिक करें...
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