10 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी:अगले 12 घंटे बरसेंगे बादल; सिरमौर में लैंडस्लाइड की चपेट में आई 2 गाड़ियां
20 hours ago

हिमाचल प्रदेश के 10 जिलों में अगले 12 घंटे यानी सुबह के 8 बजे तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने ताजा बुलेटिन जारी कर बिलासपुर, चंबा, हमीरपुर, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला, सिरमौर, सोलन व ऊना में अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम और एक-दो स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने का पूर्वानुमान लगाया है। किन्नौर और लाहौल-स्पीति में अनेक स्थानों पर फ़्लैश-फ्लड की चेतावनी दी गई है। कल भी कांगड़ा और मंडी जिला में भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। परसों यानी 13 अगस्त को कांगड़ा, कुल्लू और मंडी जिला ऑरेंज अलर्ट दिया गया है, जबकि 14 अगस्त को कांगड़ा, कुल्लू, मंडी और शिमला जिला में भारी बारिश का पूर्वानुमान है। अन्य जिलों में यलो अलर्ट जारी किया गया है। थोड़ी राहत की बात यह है कि 15 अगस्त को प्रदेश के ज्यादातर भागों में मानसून कमजोर पड़ेगा। इस दिन शिमला और कुल्लू जिला में ही बारिश का यलो अलर्ट दिया गया है। 16 व 17 अगस्त को मानसून और ज्यादा कमजोर हो जाएगा। शिमला में 23 मिलीमीटर बारिश आज भी दोपहर बाद प्रदेश के ज्यादातर भागों में भारी बारिश हुई। शिमला में 23 मिलीमीटर बारिश, धर्मशाला मं 16, नाहन में 15, कुफरी 18, नेरी 18.5, मंडी में 10 और नाहन में 15 मिलीमीटर बारिश हुई। शिलाई में NH पर गिरा पहाड़ वहीं आज सुबह के वक्त सिरमौर जिला में शिलाई को जोड़ने वाले नेशनल हाईवे-5 पर बड़ा पहाड़ गिर गया। इसकी चपेट में सड़क पर चलता टिप्पर और एक आयुष विभाग की गाड़ी आई। दोनों गाड़ी के ड्राइवर बाल बाल बच गए। सतौन के पास काली ढांक नामक जगह पर जहां लैंडस्लाइड हुआ, वहां सड़क किनारे पैराफिट नहीं होते तो बड़ा हादसा हो सकता था। इससे दोनों गाड़ियां बड़ी बड़ी चट्टानों की टक्कर से सड़क से नीचे पलट सकती थी। जाने कब दिया जाता है ऑरेंज-अलर्ट बता दें कि जब 24 घंटे के भीतर 64.5-115.5 मिलीमीटर (MM) बारिश होने का पूर्वानुमान हो तो उस सूरत में यलो अलर्ट दिया जाता है। 115.6 MM से 204.4 MM बारिश होने की संभावना पर ऑरेंज अलर्ट और 24 घंटे के 204 मिलीमीटर से ज्यादा बारिश की संभावना पर रेड अलर्ट दिया जाता है। मानसून में 224 लोगों की मौत प्रदेश में अब तक मानसून सीजन में 224 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 36 लोग लापता है। भारी बारिश से 1990 करोड़ की प्राइवेट व सरकारी संपत्ति भी नष्ट हो चुकी है। राज्य में 495 मकान पूरी तरह जमींदोज हो चुके हैं, जबकि 1545 मकानों को आंशिक क्षति पहुंची है। 311 दुकानें और 1946 गौशालाएं भी मानसून की भारी बारिश से नष्ट हुई है। बादल फटने की 30 घटनाएं हो चुकी प्रदेश में इस सीजन में लैंडस्लाइड की 54 घटनाएं, फ्लैश फ्लड की 58 और बादल फटने की 30 घटनाएं पेश आई है। इससे जान और माल दोनों को भारी नुकसान हुआ है।
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