7 महीने बाद जेल से बाहर निकले बाहुबली अनंत सिंह:बोले- नीतीश की पार्टी से चुनाव लड़ूंगा; 3 करोड़ की लैंड क्रूजर से घर के लिए निकले
3 days ago

बाहुबली अनंत सिंह बुधवार शाम करीब साढ़े 4 बजे पटना की बेऊर जेल से बाहर निकले। 7 महीने बाद वे जेल से बाहर आए हैं। अनंत सिंह 3 करोड़ की लैंड क्रूजर से अपने घर के लिए निकले हैं। उनके साथ समर्थकों का हुजूम भी है। जेल से बाहर निकलते ही अनंत सिंह ने कहा- 'मैं नीतीश कुमार जी की पार्टी JDU से चुनाव लड़ूंगा। उन्होंने बिहार का बहुत विकास किया है। नीतीश जी अभी 25 साल और रहेंगे। कौन क्या कह रहा है उससे हमको मतलब नहीं है। विरोधी कभी किसी की तारीफ करते हैं क्या।' मंगलवार को मोकामा शूटआउट केस में जेल में बंद पूर्व विधायक अनंत सिंह को पटना हाईकोर्ट से जमानत मिली थी। अनंत सिंह ने अपने X पर लिखा है कि 7 अगस्त को पटना से मोकामा जाएंगे। इसके लिए पोस्टर भी जारी किया गया है। अनंत सिंह के जेल से बाहर निकलने की तस्वीरें देखिए... APP ने किया था जमानत का विरोध मंगलवार को पचमहला थाने के केस नंबर 5/2025 में अनंत सिंह को बेल मिली है। सिर्फ अनंत सिंह को 10 हजार रुपए का बॉन्ड भरना होगा। ये बॉन्ड इनके दो जमानतदारों को भी भरना होगा। जस्टिस चंद्र शेखर झा की बेंच ने मामले की सुनवाई करते हुए ये आदेश दिया है। कोर्ट में अनंत सिंह की ओर से 3 पॉइंट पर दलीलें पेश की गई, जिसके आधार पर पूर्व विधायक को बेल मिली है। पटना हाईकोर्ट में अनंत सिंह की जमानत याचिका का विरोध APP और उर्मिला देवी के वकील की तरफ से किया गया। दोनों ने अपील करते हुए दलील दी कि FIR में खुले तौर पर गोलीबारी करने का आरोप लगा है। उनका लंबा आपराधिक इतिहास है, जो समाज के लिए खतरा हैं। इसलिए उनकी जमानत याचिका पर विचार नहीं किया जाना चाहिए। नीरू यादव बनाम उत्तर प्रदेश राज्य और अन्य (2016) 15 एससीसी 422 के मामले में सुप्रीम कोर्ट की रिपोर्ट का हवाला दिया गया। हालांकि इनकी दलील काम नहीं आई। क्योंकि अनंत सिंह के वकील राजकृष्ण झा ने कोर्ट के सामने जो दलील पेश की, उसके जरिए वो जमानत दिलाने में कामयाब हो गए। अनंत सिंह के वकील की 3 महत्वपूर्ण दलीलें 1. हवा में हुई थी फायरिंग, नुकसान पहुंचाने का नहीं था इरादा अनंत सिंह का पक्ष रखते हुए उनके वकील राज कृष्ण झा ने कोर्ट को बताया, उनका इरादा किसी की हत्या का नहीं था। इसी वजह से फायरिंग हवा में की गई थी। यही कारण है कि केस करने वाली उर्मिला देवी या उनके तरफ के किसी भी व्यक्ति को उस दौरान कोई चोट नहीं आई। लेकिन उर्मिला देवी के बेटों की तरफ से की गई गोलीबारी में अनंत सिंह के सहयोगी और पचमहला थाने में केस नंबर 6/2025 दर्ज कराने वाले उदय यादव को गोली लगी थी। इस दौरान वकील की तरफ से जागे राम और अन्य बनाम हरियाणा राज्य के केस में सुप्रीम कोर्ट की रिपोर्ट का हवाला दिया गया। 2. दर्ज FIR का दिया गया हवाला वकील राज कृष्ण झा ने कोर्ट को यह भी बताया, इस केस के FIR से ही यह अनुमान लगाया जा सकता है कि गोलीबारी में याचिकाकर्ता का इरादा किसी की हत्या करने का नहीं था। पुलिस इस मामले की जांच पूरी हो चुकी है। साथ ही चार्जशीट भी दाखिल कर दी है। याचिकाकर्ता (अनंत सिंह) को आगे हिरासत में लेने की कोई आवश्यकता नहीं है। न ही उनके द्वारा साक्ष्यों के साथ छेड़छाड़ की कोई संभावना है। 3. जमानत का विरोध करने का कारण उचित नहीं वकील ने तीसरी दलील यह दी कि अनंत सिंह साल 1985-90 से सक्रिय राजनीति में हैं और पूर्व विधायक भी हैं। उनके खिलाफ बड़ी संख्या में झूठे केस दर्ज हैं। उनके ऊपर कुल 62 मामले दर्ज हैं। इनमें 49 मामलों में वो बरी हो चुके हैं। उनके खिलाफ केवल 13 मामले लंबित हैं, जिनमें से वर्तमान मामले को छोड़कर, वह सभी 12 मामलों में जमानत पर हैं। उनकी लंबी राजनीतिक पृष्ठभूमि है। उनके ऊपर दर्ज आपराधिक मामलों की वजह से जमानत अस्वीकार नहीं की जानी चाहिए। इस दौरान अनंत सिंह के वकील ने प्रभाकर तिवारी बनाम उत्तर प्रदेश राज्य और अन्य, (2020) 11 एससीसी 648 के मामले में सुप्रीम कोर्ट की कानूनी रिपोर्ट पर हवाला दिया। शर्तों के साथ कोर्ट ने दी जमानत मंगलवार को सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट ने कहा- 'मौजूदा साक्ष्यों और केस डायरी की समीक्षा के बाद यह पाया गया कि आरोपी को जमानत दी जा सकती है।' कोर्ट ने उन्हें कुछ शर्तों के साथ जमानत दी है। जैसे अनंत सिंह को नियमित न्यायिक प्रक्रिया में उपस्थित रहना होगा और किसी भी प्रकार की आपराधिक गतिविधियों से दूर रहना होगा। अनंत सिंह के करीबी रवि विद्यार्थी ने बताया, 'कुछ दिनों पहले ही एक केस में जमानत मिली थी। आज HC से पचमहला फायरिंग में बेल मिली है। कोर्ट की प्रक्रिया पूरी होने के बाद जल्द ही अनंत सिंह बाहर आ जाएंगे। अनंत सिंह के पैतृक गांव नदावां में जश्न का माहौल है। अनंत सिंह के आवास पर पटाखे फोड़े गए।' बाढ़ में समर्थकों ने एक दूसरे को मिठाइयां बांटीं। साथ ही आतिशबाजी की। इस दौरान करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष राणा विजय सिंह और दर्जनों लोग मौजूद रहे। मुकेश ने अनंत सिंह से मांगी थी मदद मामला 22 जनवरी 2025 का है। पचमहला में सोनू और मोनू ने मुकेश सिंह के घर पर ताला लगा दिया था। मुकेश उनके ईंट भट्ठे में मुंशी का काम करता था। दोनों ने उस पर 68 लाख रुपए के गबन का आरोप लगाया था। मुकेश ने इस बारे में बाहुबली से मदद मांगी थी। इसे लेकर थाने में भी शिकायत दर्ज कराई थी। अनंत सिंह अपने समर्थकों के साथ जलालपुर पहुंचे थे। मुकेश सिंह के घर का ताला तोड़ा और सोनू-मोनू से बातचीत के लिए नौरंगा गांव पहुंचे। दोनों पक्षों के बीच गोलीबारी शुरू हो गई। करीब 100 राउंड फायरिंग हुई। हालांकि पुलिस ने केवल 14 खोखे बरामद किए थे। 23 जनवरी को मोकामा में शूटआउट हुआ था 23 जनवरी को मुकेश के घर दोबारा गोलीबारी हुई। इसमें पुलिस को 4 खोखे मिले। 24 जनवरी को पचमला थाना पुलिस ने सोनू को गिरफ्तार किया था। 24 को ही अनंत सिंह ने बाढ़ कोर्ट में सरेंडर किया था। इस गोलीबारी का एक वीडियो भी वायरल हुआ था। वायरल वीडियो के आधार पर मोकामा के पूर्व विधायक अनंत सिंह पर आर्म्स एक्ट, हत्या की कोशिश, सरकारी काम में बाधा और मारपीट जैसी धाराओं में केस दर्ज किया गया था। अनंत सिंह ने जमानत के लिए पटना हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। 65 लाख के विवाद में सोनू-मोनू ने जड़ा था ताला अनंत सिंह के खिलाफ पंचमहला थाने में 2 FIR अनंत सिंह के खिलाफ नौरंगा जलालपुर पंचायत की मुखिया कुमारी उर्मिला सिंह ने पचमहला थाना में FIR दर्ज करवाई गई थी। जिसमें उन्होंने अनंत सिंह पर आरोप लगाया कि वह शाम साढ़े चार बजे घर के आगे टहल रही थी। इसी दौरान अनंत सिंह अपने अन्य समर्थकों के साथ कई गाड़ियों से वहां पहुंचे और थोड़ी दूर पहले ही रुक गए। इसके बाद नीचे उतरकर हवाई फायरिंग की। मेरे घर की तरफ ताबड़तोड़ गोली बारी करने लगे। वहीं पचमहला थाना अध्यक्ष प्रहलाद कुमार झा के बयान पर भी FIR दर्ज की गई थी। जिसमें उनका पक्ष है कि उन्हें शाम 3 बजे हेमजा गांव निवासी मुकेश सिंह के घर पर ताला लगे रहने की जानकारी मिली, जिसे वह स्थानीय लोगों के समक्ष खोलने का प्रयास किया। जिसपर मुकेश सिंह ने उन्हें रोक दिया और कहा गया की अनंत सिंह आ रहे हैं, जिसके बाद ताला खुलेगा। इतने में अनंत सिंह अपने 15-20 समर्थकों के साथ वहां पहुंचे और पुलिस को मौके से हटने की बात कही। उन्होंने कहा कि यह मामला वह अपने स्तर से देख लेंगे और उन्हें धक्का देकर किनारे कर दिया और मुकेश सिंह के घर का ताला खोलकर वहां से चले गए। इसी बीच उन्हें जानकारी मिली कि वह अपने समर्थकों के साथ सोनू मोनू के घर नौरंगा पहुंचे हैं। जहां पहुंचने से पहले ही गोली चलने की आवाज सुनाई दी। आनन-फानन में जब तक पुलिस वहां पहुंची तब तक अनंत सिंह अपनी गाड़ी में बैठकर वहां से चले गए। पुलिस को घटनास्थल से तीन खोखा बरामद हुआ था। ---------------- ये भी पढ़ें... 7 महीने बाद जेल से बाहर आएंगे बाहुबली अनंत सिंह:मोकामा शूटआउट केस में हाईकोर्ट से मिली जमानत; बाढ़ में बंटी मिठाई और छूटे पटाखे मोकामा शूटआउट केस में जेल में बंद पूर्व विधायक अनंत सिंह को मंगलवार को पटना हाईकोर्ट से बड़ी राहत मिली है। कोर्ट ने उन्हें जमानत दे दी है। अब वो विधानसभा चुनाव से पहले जेल से बाहर आ सकते हैं।हाईकोर्ट ने कहा- 'मौजूदा साक्ष्यों और केस डायरी की समीक्षा के बाद यह पाया गया कि आरोपी को जमानत दी जा सकती है।' पूरी खबर पढ़िए
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