एल्विश यादव के घर फायरिंग में दो और शूटर गिरफ्तार:अमेरिका से गैंगस्टर भाऊ दे रहा था आदेश, शाहबाद इलाके में छिपे थे
8 hours ago

गुरुग्राम में यूट्यूबर एल्विश यादव के घर पर हुई फायरिंग मामले में दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने बड़ी कार्रवाई करते हुए दो और शूटरों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान फरीदाबाद के गौरव और आदित्य के रूप में हुई है, जो दिल्ली के शाहबाद इलाके में छिपे हुए थे। पुलिस सूत्रों के मुताबिक दोनों आरोपी कुख्यात गैंगस्टर हिमांशु भाऊ के लिए काम करते थे और उससे अमेरिका में रहते हुए सिग्नल एप के माध्यम से संपर्क में थे। बता दें कि 17 अगस्त को एल्विश यादव के घर पर 24 राउंड फायरिंग हुई थी, जिसमें दरवाजों, खिड़कियों और छत की सीलिंग तक पर गोलियों के निशान मिले थे।
गैंगस्टर नेटवर्क से जुड़ा मामला
पूरी वारदात सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई थी और इस मामले में पहले ही दो आरोपी पकड़े जा चुके हैं। हालांकि फायरिंग की इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ। एल्विश यादव गुरुग्राम का लोकप्रिय यूट्यूबर है, जो अपने वीडियो कंटेंट के कारण युवाओं के बीच खासा मशहूर है। यह मामला अब साफ तौर पर गैंगस्टर नेटवर्क और यूट्यूबर को डराने की साजिश से जुड़ा नजर आ रहा है। एल्विश के घर फायरिंग का टास्क
अमेरिका में बैठे हिमांशु भाऊ ने अपने गैंग के शूटरों को एल्विश यादव के घर पर फायरिंग का टास्क दिया था। गौरव और आदित्य को इस काम को पूरा करने की जिम्मेदारी सौंपी गई। इस जिम्मेदारी को उन्होंने बखूबी निभाया भी। इसके वारदात के बाद एल्विश के घर पर पुलिस सिक्योरिटी दी गई है। हालांकि एल्विश को 22 अगस्त को घर आना था, लेकिन वह अभी तक घर नहीं लौटा है। सिग्नल एप पर करते हैं बात
पुलिस सूत्रों के अनुसार हिमांश भाऊ अमेरिकन Signal ऐप पर बात करते थे। यह एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन का उपयोग करता है, जिसका अर्थ है कि आपके मैसेज को केवल आप और प्राप्तकर्ता ही पढ़ सकते हैं। Signal टेक्स्ट, वॉयस मैसेज, फ़ोटो, वीडियो और फाइलें भेजने के साथ-साथ वॉयस और वीडियो कॉल के लिए भी इसका इस्तेमाल किया जाता है। Signal अपनी मजबूत सेफ्टी और प्राइवेसी के कारण उन लोगों और संगठनों के बीच एक लोकप्रिय विकल्प बन गया है जो अपने डेटा को निगरानी, छेड़छाड़ और हैकिंग से बचाना चाहते हैं। इस मामले में दो आरोपी पहले पकड़े जा चुके
एल्विश के घर पर फायरिंग के मामले में दो आरोपी पहले ही पकड़े जा चुके हैं। इसमें फरीदाबाद के ईशांत को मुठभेड़ के बाद पुलिस ने अरेस्ट किया था। वहीं रेपिडो बाइक ड्राइवर जतिन (उम्र 24 वर्ष) निवासी पर्वतीय कॉलोनी, जिला फरीदाबाद को गिरफ्तार किया था।
पुलिस पूछताछ में पता चला कि आरोपी जतिन गुरुग्राम में पिछले 02 महीने से रेपिडो बाइक पर सवारी ढोने का काम करता है। इसने अपने अन्य साथियों के कहने पर वारदात को अंजाम देने के लिए अपनी बाद अपने साथियों उपलब्ध करवाई थी, जिसका प्रयोग करके इसके इसके अन्य साथियों ने एल्विश के घर पर फायरिंग की थी।
फायरिंग के वक्त घर पर नहीं था एल्विश
17 अगस्त को सुबह 5.30 बजे सेक्टर 57 स्थित एल्विश के घर पर गोलियां चली थी। फायरिंग के बाद एक CCTV फुटेज सामने आया था। जिसमें चेहरा ढके और हेलमेट पहने 2 युवक भागते दिखे थे। उन्होंने एल्विश के घर के बाहर खड़े होकर ताबड़तोड़ फायरिंग की। ये गोलियां घर की बालकनी, दीवारों-खिड़कियों और दरवाजों पर लगीं। हमले के वक्त एल्विश घर पर नहीं था। उनकी मां सुषमा यादव, पिता रामअवतार और केयरटेकर ही घर पर थे।
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