ग्वालियर हाईकोर्ट में अंबेडकर प्रतिमा पर विवाद:भीम सेना अध्यक्ष ने जताई नाराजगी, जयपुर HC से मनु की मूर्ति हटाने की चेतावनी दी
2 months ago

ग्वालियर हाईकोर्ट में संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा लगाने को लेकर चल रहे विवाद में भीम सेना भी कूद पड़ी है। राष्ट्रीय अध्यक्ष नवाब सतपाल तंवर ने चेतावनी दी है कि अगर ग्वालियर हाईकोर्ट में बाबा साहब की प्रतिमा नहीं लगी तो जयपुर हाईकोर्ट में मनु की प्रतिमा भी नहीं रहने दी जाएगी। गुरुग्राम में पत्रकारों को जारी वीडियो में उन्होंने कहा कि ग्वालियर हाईकोर्ट में डॉ. अंबेडकर की प्रतिमा लगाने से रोकना न सिर्फ गलत है, बल्कि यह संविधान निर्माता और एससी समाज का अपमान है। उन्होंने कहा कि बाबा साहब ने न सिर्फ भारत के संविधान की रचना की, बल्कि शोषित वर्ग को सामाजिक और आर्थिक रूप से सशक्त बनाने का ऐतिहासिक काम भी किया। विवादास्पद पोस्टर जारी किया सतपाल तंवर का कहना है कि बाबा साहेब की प्रतिमा को रोकना अस्वीकार्य है। भीम सेना के कार्यकर्ता इस मुद्दे पर चुप नहीं बैठेंगे और जरूरत पड़ी तो आंदोलन तेज किया जाएगा। भीम सेना की तरफ से सोशल मीडिया पर एक विवादास्पद पोस्टर और वीडियो भी जारी किया है। जिसमें सरकारों को खुलकर चेतावनी दी गई है। भीम सेना की धमकी से एजेंसियां सतर्क जिस तरीके से सतपाल तंवर ने धमकी भरे लहजे में मध्य प्रदेश और राजस्थान सरकार को खुली चुनौती दी है, उसके बाद मध्य प्रदेश से लेकर राजस्थान तक सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं। मध्य प्रदेश सरकार द्वारा इस मुद्दे पर किसी भी तरह की बयानबाजी को लेकर रोक लगाई हुई है, लेकिन भीम सेना ने आदेशों की परवाह न करते हुए इस विवाद को जातिगत बनाया है। ये है विवाद की जड़ ग्वालियर हाईकोर्ट की खंडपीठ में डॉ. अम्बेडकर की प्रतिमा स्थापना को लेकर दो पक्ष आमने-सामने हैं। बार एसोसिएशन का एक धड़ा प्रतिमा स्थापना का विरोध कर रहा है, जबकि कई वकील इसके पक्ष में हैं। हाईकोर्ट की सात सदस्यीय बिल्डिंग कमेटी ने परिसर में प्रतिमा लगाने की अनुमति देने से इनकार कर दिया है। पक्ष में खड़े वकीलों का कहना है कि उनके पास 14 मई को प्रतिमा स्थापना की अनुमति थी, लेकिन विरोध के कारण यह रुक गया। इस बीच भीम सेना की एंट्री से विवाद बढ़ गया है। सुरक्षा व्यवस्था सख्त भीम सेना के बयान के बाद ग्वालियर हाईकोर्ट परिसर और आसपास के क्षेत्रों में पुलिस सुरक्षा सख्त की गई है। जयपुर हाईकोर्ट के आसपास भी निगरानी बढ़ाई है। भीम सेना ने स्पष्ट किया है कि वे शांतिपूर्ण तरीके से अपनी मांग उठाएंगे, लेकिन अगर उनकी बात नहीं सुनी गई तो वे बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन कर सकते हैं।
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