राहुल का वोटर लिस्ट में गड़बड़ी का आरोप:भाजपा नेता बोले-कांग्रेस सांसद ने सारी हदें पार की; खड़गे ने कहा-EC सरकार का नुमाइंदा
2 hours ago

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को वोटर लिस्ट में गड़बड़ी का आरोप लगाया है। इस दौरान उन्होंने कई कर्नाटक, तमिलनाडु और हरियाणा में चुनाव आयोग पर बीजेपी के साथ देने का दावा भी किया। इसको लेकर राहुल ने दिल्ली के इंदिरा भवन ने 1 घंटे 11 मिनट के प्रजेंटेशन दिया। अब इसको लेकर राजनीतिक बयानबाजी शुरू हो गई है। बीजेपी सांसद रविशंकर प्रसाद ने राहुल के बयानों को गैर-जिम्मेदाराना बताया और कहा कि वो एक संवैधानिक संस्था पर शर्मनाक टिप्पणी कर रहे हैं, उन्होंने सारी हदें पार कर दी है। वहीं, महाराष्ट्र के CM देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि उनकी हार्ड डिस्क करप्ट हो गई है। इधर, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि पहले ECI जबाव देता था, आज जब कोई ECI से सवाल पूछता है तो वो जवाब नहीं बल्कि सत्ता पक्ष के नुमाइंदे की तरह उलटे इल्जाम लगाता है, विपक्षी पार्टियों की मांगों पर गौर किये बिना केवल अनर्गल बयानबाजी करता है। I.N.D.I.A गठबंधन के सांसदों ने भी राहुल का समर्थन किया है। समाजवादी पार्टी के सांसद आनंद भदौरिया ने कहा कि भाजपा वोटर लिस्ट में गड़बड़ी करके ही चुनाव जीतती है। राहुल ने डेटा के साथ इसे रखा है। सीपीआई सांसद पी. संतोश कुमार ने कहा कि राहुल गांधी के आरोप पूरे विपक्ष की ओर से हैं। चुनाव आयोग भाजपा को सपोर्ट कर रहा है। राहुल के आरोपों पर नेताओं की बयानबाजी कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गेः एक वक्त था जब भारत के चुनाव आयोग की वाहवाही पूरे विश्व में होती थी। कितने ही देश हमारे चुनाव आयोग से निष्पक्ष चुनाव करवाने करने की ट्रेनिंग लेते थे। जब कोई राजनीतिक दल चुनाव आयोग से सवाल पूछता था वो संविधान की मर्यादा के दायरे में उसका जवाब या स्पष्टीकरण देते थे। उन्होंने कहा, आज जब कोई ECI से सवाल पूछता है तो वो जवाब नहीं बल्कि सत्ता पक्ष के नुमाइंदे की तरह उलटे इल्जाम लगाता है, विपक्षी पार्टियों की मांगों पर गौर किये बिना केवल अनर्गल बयानबाजी करता है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस- देश या महाराष्ट्र में कहीं भी वोटों की चोरी नहीं हुई है। राहुल गांधी के दिमाग की चिप चोरी हो गई है और उनकी हार्ड डिस्क करप्ट हो गई है। राहुल गांधी अपनी हार को छिपाने के लिए झूठ फैला रहे हैं। उन्हें पता है कि भविष्य में भी हार का सामना करना पड़ेगा, इसलिए वह संवैधानिक संस्थाओं की छवि खराब कर रहे हैं। समाजवादी पार्टी के सांसद नीरज मौर्य- राहुल गांधी ने जरूर कुछ रिसर्च की होगी, लेकिन मैं इतना कहना चाहता हूं कि हमें सतर्क रहना होगा, लोगों को जागरूक करना होगा और जमीनी स्तर पर लड़ाई लड़नी होगी, क्योंकि भाजपा जनता को गुमराह कर रही है। बीजेपी सांसद संबित पात्रा- राहुल गांधी की बातों का कोई मतलब नहीं है। अगर उन्हें चुनाव आयोग पर शक है तो हलफनामा देकर जांच कराएं, तभी सच्चाई सामने आएगी। कांग्रेस के लिए मीठा-मीठा गप-गप है, जहां जीतते हैं, वहां कोई प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं करते हैं। तब आपको फर्जीवाड़ा या बधाई नहीं देते हैं। ये सिलेक्टिविटी है। बीजेपी सांसद रविशंकर प्रसादः राहुल गांधी विपक्ष के नेता हैं, लेकिन ऐसे गैर-जिम्मेदाराना बयान दे रहे हैं। वो एक संवैधानिक संस्था पर शर्मनाक टिप्पणी कर रहे हैं, जो निंदनीय है। ये उनकी झुंझलाहट है क्योंकि देश की जनता उन्हें वोट नहीं देती। उन्होंने बेशर्मी की सारी हदें पार कर दी हैं।
केंद्रीय मंत्री रामदास अठावलेः चुनाव आयोग राहुल गांधी को बुला रहा है, लेकिन विपक्ष संसद की कार्यवाही में बाधा डाल रहा है, जो ठीक नहीं है। राहुल गांधी को EC के पास जाकर अपना पक्ष रखना चाहिए। चुनाव आयोग एक स्वतंत्र संस्था है, उसे संविधान के तहत अधिकार मिले हैं। उसका सरकार से कोई लेना-देना नहीं है। इसलिए राहुल गांधी के आरोपों में कोई सच्चाई नहीं है।
सीपीआई सांसद पी. संतोश कुमारः राहुल गांधी के आरोप सिर्फ उनके नहीं हैं, बल्कि पूरा विपक्ष यही बात कह रहा है। लोग चुनाव आयोग को स्वतंत्र संस्था मानते हैं, लेकिन सच्चाई ये है कि वो अब सरकार की मदद कर रहा है ताकि एक हिंदू राष्ट्र की राह बनाई जा सके। इससे चुनाव प्रणाली को कमजोर किया जा रहा है। राहुल ने प्रेजेंटेशन में दिखाया, 5 तरह से वोट चोरी कैसे हुई 1. डुप्लीकेट वोटर्स: 11,965: राहुल का दावा- वोटर लिस्ट में एक ही शख्स कई जगह नजर आया। हर बार उसका बूथ नंबर अलग था। 11 हजार संदिग्ध ऐसे हैं, जिन्होंने तीन-तीन बार वोट डाला। ये लोग कहां से आ रहे हैं? 2. फेक एड्रेस: 40,009 वोटर्स: राहुल का दावा- बेंगलुरु सेंट्रल में 40 हजार से ज्यादा वोटर्स का पता फर्जी पाया गया। उन पतों पर कोई नहीं रह रहा था, तो फिर वोट किसने डाला। एक ही पते पर 46 वोटर्स हैं। 3. एक पते पर कई वोटर्स: राहुल का तीसरा दावा- एक पते पर कई वोटर्स मिले। बूथ नंबर 470 पर लिस्टेड 35 नंबर के घर पर 80 मतदाता मिले। वहीं ऐसे ही दूसरे घर में एक साथ 46 वोटर्स लिस्ट किए गए। 4. अवैध फोटो: राहुल का दावा- 4132 वोटर्स ऐसे थे जिनकी वोटर आईडी में तस्वीर इनवैलिड थी। कुछ तस्वीरें इतनी छोटी थीं कि उन्हें पहचानना मुश्किल था, तो फिर उन्होंने वोट कैसे डाल दिया। 5. फॉर्म -6 से फर्जीवाड़ा: 70 साल की शकुन रानी ने एक महीने के अंदर दो बार वोटर आईडी कार्ड बनवाने के लिए फॉर्म 6 भरा। एक बार उनकी तस्वीर दूर से खींची गई थी। दूसरी बार उन्होंने जूम करके तस्वीर लगाई। फॉर्म 6 वह फॉर्म है जिससे कोई भी नया मतदाता, यानी जिसने पहले कभी वोटर कार्ड नहीं बनवाया है। वह अपना नाम मतदाता सूची में जुड़वाने के लिए आवेदन करता है। राहुल के चुनाव आयोग पर आरोप, पिछले 3 मामले... 2 अगस्त: संविधान की रक्षा करने वाली संस्था को मिटा दिया गया
संविधान की रक्षा करने वाली संस्था को मिटाकर उस पर कब्जा कर लिया गया है। हमारे पास ऐसे सबूत हैं जो पूरे देश को दिखा देंगे कि चुनाव आयोग जैसी संस्था का कोई अस्तित्व ही नहीं है। यह गायब हो गई है। चुनाव आयोग जैसी संस्था ठीक से काम नहीं करती। आपको जानकर हैरानी होगी कि चुनाव आयोग जो दस्तावेज उपलब्ध कराता है, उन्हें स्कैन या कॉपी नहीं किया जा सकता। चुनाव आयोग मतदाता सूची पर स्कैन और कॉपी प्रोटेक्शन क्यों लागू करता है? 1 अगस्त 2025: राहुल बोले- मेरे पास चोरी के 100% सबूत हैं राहुल ने आगे कहा कि मैं इसे हल्के में नहीं, बल्कि सौ प्रतिशत प्रमाण के साथ कह रहा हूं। जैसे ही हम इसे जारी करेंगे, पूरे देश को पता चल जाएगा कि चुनाव आयोग भाजपा के लिए वोट चुराने का काम कर रहा है। हमें मध्य प्रदेश चुनाव, लोकसभा चुनाव में शक था, महाराष्ट्र चुनाव के दौरान हमारा शक और बढ़ गया। 24 जुलाई 2025: आप सोचते हैं कि बच जाएंगे, ये आपकी गलतफहमी है
चुनाव आयोग ने कर्नाटक की एक सीट पर धोखाधड़ी कराई। हमारे पास इसके 100% सबूत हैं। एक ही निर्वाचन क्षेत्र में 50, 60 और 65 साल के हजारों नए वोटरों को सूची में जोड़ा गया है और 18 साल से ज्यादा उम्र के वोटरों को सूची से हटा दिया गया है। हमे अभी एक सीट की जांच में यह गड़बड़ी मिली। मुझे पूरा यकीन है कि हर सीट पर यही नाटक चल रहा है। मैं चुनाव आयोग को एक मैसेज देना चाहता हूं। अगर आपको लगता है कि आप इससे बच निकलेंगे, तो ये आपकी गलतफहमी है। ECI ने लिखा था- कांग्रेस को आपत्ति तो कोर्ट जा सकती है
चुनाव आयोग ने 2 अगस्त को राहुल को 24 जून को भेजा गया लेटर जारी किया था। लेटर में लिखा है कि कांग्रेस ने पहले भी नवंबर 2024 के चुनावों के बाद ऐसे ही आरोप लगाए थे, जिनका विस्तृत जवाब 24 दिसंबर 2024 को दिया गया था। पत्र में बताया गया है कि चुनाव पूरी पारदर्शिता से, कानून के अनुसार और हजारों अधिकारियों की निगरानी में कराए गए। आयोग ने यह भी कहा कि अगर कांग्रेस को कोई कानूनी आपत्ति थी तो वह कोर्ट में चुनाव याचिका दाखिल कर सकती थी। चुनाव आयोग ने लिखा, फिर भी यदि राहुल गांधी को कोई और शिकायत है, तो वे आयोग को लिख सकते हैं या व्यक्तिगत रूप से मुलाकात कर सकते हैं। आयोग ने बातचीत के लिए तारीख और समय तय करने का सुझाव भी दिया है। --------------------------------- ये खबर भी पढ़ें राहुल बोले- अरुण जेटली ने किसान कानून पर धमकाया: कहा था विरोध करोगे तो कार्रवाई होगी; बेटे ने कहा- उनकी मौत के सालभर बाद कानून आया कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने शनिवार को किसान कानून और सरकार का विरोध करने पर पूर्व वित्त मंत्री अरूण जेटली पर धमकाने का आरोप लगाया। राहुल ने कहा कि मुझे याद है कि जब में किसान विरोधी कानूनों के खिलाफ लड़ रहा था, तो अरूण जेटली को मुझे धमकाने के लिए भेजा गया था। पूरी खबर पढ़ें...
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