हिमाचल CM के खिलाफ सुधीर का प्रिविलेज मोशन रिजेक्ट:BJP विधायकों और मंत्री नेगी में गतिरोध जारी; नहीं पूछे सवाल, सत्तापक्ष-विपक्ष में तीखी नोकझोंक
15 hours ago

हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के खिलाफ BJP विधायक सुधीर शर्मा द्वारा लाए गए प्रिविलेज मोशन को स्पीकर ने रिजेक्ट कर दिया है। विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप पठानिया ने कहा कि, सुधीर का प्रिविलेज मोशन का नोटिस विधानसभा की कार्यवाही का हिस्सा नहीं था। उन्हें नियमों का हवाला देते हुए प्रिविलेज नोटिस लाना चाहिए। इसे सोशल मीडिया और मीडिया को नहीं देना चाहिए। इसके बाद विधानसभा ने फैसला लिया कि बिना किसी नियम के प्रिविलेज मोशन लाया, इसलिए इसे रिजेक्ट किया जाता है। बता दें कि, बीते कल सुधीर शर्मा ने सीएम सुक्खू के खिलाफ प्रिविलेज मोशन लाया था। उन्होंने मुख्यमंत्री पर कई मौको पर झूठ बोलकर सदन को गुमराह करने के आरोप जड़े थे। स्पीकर द्वारा प्रिविलेज मोशन रिजेक्ट करने के बाद सुधीर शर्मा ने कहा, वह इसे दोबारा से लाएंगे। विपक्ष ने किया वॉकआउट इससे पहले विपक्ष ने सदन से वॉकआउट कर दिया। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के जवाब से असंतुष्ट विपक्ष ने पहले सदन में नारेबाजी की और फिर बाहर आ गया। सदन के बाहर मीडिया से बातचीत में बिक्रम ठाकुर ने कहा, उन्होंने पूछा था कि 3 साल में कितने नए उद्योग आए, कितने बंद हुए और कितनों को इनमें रोजगार मिला। मगर इसका सही जवाब नहीं दिया गया। उन्होंने कहा, पूरी कांग्रेस, इनके विधायक और इनकी पत्नियां व बच्चे उद्योगों से उगाही करते हैं। उन्होंने कहा, बद्दी, बरोटीवाला और नालागढ़ में भ्रष्टाचार फैल रहा है। इनके लोग उद्योगपतियों को परेशान करते हैं। इससे उद्योग हिमाचल से भाग रहे हैं। उन्होंने कहा, पूरी कांग्रेस सरकार भ्रष्टाचार में डूबी है। उद्योगों के भागने से बेरोजगारी बढ़ रही है। बिक्रम ठाकुर ने एक सवाल के जवाब में कहा, यदि पूर्व सरकार ने लूट मचाई है तो तीन साल में कांग्रेस सरकार ने कोई कार्रवाई क्यों नहीं की। जयराम बोले- इंडस्ट्री पलायन कर रही, मंत्री कन्फ्यूज नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने मंत्री जवाब देने की स्थिति में नहीं थे। उन्होंने कहा जब से कांग्रेस सत्ता में आई है, उसके बाद से इंडस्ट्री यहां से पलायन कर रही है। उद्योग बेरोजगारों को रोजगार देने का बहुत बड़ा माध्यम है। उन्होंने कहा, इंडस्ट्री को कांग्रेस ने लूट लूट कर खत्म कर दिया है। राजस्व मंत्री से सवाल नहीं पूछने पर नोकझोंक भाजपा विधायक दल ने राजस्व मंत्री के बहिष्कार का फैसला ले रखा है। इसी कड़ी में आज भी BJP विधायकों ने जगत नेगी से सवाल पूछने से इनकार कर दिया। इस पर मुख्यमंत्री ने आपत्ति जताते हुए कांग्रेस विधायकों को अनुपूरक सवाल पूछने का मौका देने की मांग उठाई। इसके बाद सदन में माहौल गरमा गया और सत्तापक्ष-विपक्ष के बीच नोकझोंक हुई। मुख्यमंत्री ने अध्यक्ष से अनुरोध किया कि आप अपनी शक्तियों का प्रयोग करते हुए व्यवस्था दो। इस पर विपक्षी सदस्यों ने आपत्ति जताई। उन्होंने कहा, जब सवाल पूछा ही नहीं गया है तो उसका अनुपूरक सवाल कैसे हो सकता है। इस पर अध्यक्ष कुलदीप पठानिया ने कहा, प्रश्न लगाने के नियम होते हैं। जब सवाल चर्चा में ही नहीं आएगा तो अनुपूरक सवाल नहीं हो सकता। अगर भाजपा विधायक सवाल नहीं पूछना चाहते हैं तो हम इन्हें डिलीट कर देते हैं। सवाल पूछे जाने पर ही रिकॉर्ड में आते हैं। सवाल डिलीट करने की व्यवस्था का भी भाजपा के सदस्यों ने विरोध किया। इस पर अध्यक्ष ने कहा, इन सवालों को डिलीट करने की जगह अतारांकित श्रेणी में डाल देते हैं। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि या तो भाजपा के विधायक सदन से बाहर जाएं, नहीं जाना है तो सवाल पूछें। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि मैं मुख्यमंत्री की भावनाओं से सहमत हूं। सवालों को डिलीट या अतारांकित श्रेणी में नहीं डालना है तो इन्हें लिखित जवाब माना जाए। सदन में गूंजा दूध नाले में बहाने का मसला विधानसभा के मानसून सत्र में आज सैकड़ों लीटर दूध नाले में बहाने का मामला गूंजा। आनी के विधायक लोकेंद्र कुमार इस मसले को सदन में उठाया। उन्होंने ध्यानाकर्षण प्रस्ताव ला रखा है। इसके जवाब में मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा, भविष्य में दूध खराब न हो। इसका ध्यान रखा जाएगा। आनी विधानसभा क्षेत्र में दूध की स्टोरेज के लिए बल्क कूलर लगाने के लिए एक योजना लेकर आएंगे, ताकि वहां के लोकल लोगों को इसका फायदा मिल सके। दरअसल, 6 दिन पहले आनी के कराणा गांव के मिल्क चीलिंग प्लांट के कूलिंग सिस्टम में खराबी आ गई। इसके बाद लगभग 2000 लीटर दूध नाले में फेंका गया। इससे 25 मिनट तक नाले में दूध बहता रहा।
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