हरियाणा में ढाई साल बाद कोरोना वायरस की एंट्री:गुरुग्राम और फरीदाबाद में सामने आए केस, मुंबई से लौटी थी महिला, स्वास्थ्य टीमें तैनात
2 months ago

हरियाणा में करीब ढाई साल बाद फिर से कोरोना वायरस की एंट्री हुई है। गुरुग्राम और फरीदाबाद में कोविड के ये मामले सामने आए हैं। सभी कोरोना संक्रमित को होम आइसोलेट कर दिया गया है, साथ ही उनके परिवार के सभी सदस्यों के भी सैंपल लिए गए है। संक्रमित के परिजनों से संपर्क कर उन्हें कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने के निर्देश दिए गए हैं। दो मरीज गुरुग्राम से हैं, जिनमें एक महिला हाल ही में मुंबई घूमकर आई थी और दूसरा एक बुजुर्ग है, जिसकी कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है। फरीदाबाद का 28 वर्षीय युवक दिल्ली में सिक्योरिटी गार्ड का काम करता था, उसे बुखार, खांसी और सर्दी-जुकाम की शिकायत थी। उसे इलाज के लिए दिल्ली स्थित सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया था। हालांकि, ये तीनों लोग कोरोना के किस वेरिएंट के शिकार हुए हैं, इसकी पुष्टि डॉक्टरों ने अभी तक नहीं की है। डॉक्टरों का कहना है कि वेरिएंट की जांच अभी जारी है। यहां जानिए गुरुग्राम में कैसे सामने आए कोविड के मामले... महिला मुंबई घूमकर आई, नहीं उतरा बुखार
गुरुग्राम के स्वास्थ्य विभाग के अनुसार 31 वर्षीय महिला हाल ही में मुंबई से यात्रा करके लौटी थी। उन्हें बुखार और कोविड जैसे लक्षण दिखाई देने पर जांच करवाई गई, जिसमें उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। महिला को बुखार नहीं टूट रहा था। स्वास्थ्य विभाग ने उसके सैंपल जांच के लिए भेजें थे। सैंपल रिपोर्ट में वह कोरोना पॉजिटिव मिली। इसके बाद उसे होम आइसोलेट किया गया। बुखार आने पर कराया था बुजुर्ग का टेस्ट
वहीं, सेक्टर 70 में रहने वाले 62 वर्षीय बुजुर्ग की कोई हालिया यात्रा इतिहास नहीं मिला है। बुजुर्ग को भी बुखार और अन्य लक्षणों के आधार पर टेस्ट किया गया, जिसमें वे पॉजिटिव पाए गए। फिलहाल उन्हें होम आइसोलेट किया गया है। उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है। इनके संपर्क में आए लोगों की पहचान कर उनकी जांच शुरू कर दी गई है। दोनों मरीजों की स्थिति पर रखी जा रही नजर
स्वास्थ्य विभाग के डीआईओ डॉ. जेपी रजलीवाल ने बताया कि दोनों मरीजों को होम आइसोलेशन में रखा है और उनकी स्थिति पर नजर रखी जा रही है। दोनों की हालत स्थिर है और उन्हें आवश्यक चिकित्सा सहायता दी जा रही है। नागरिकों से अपील है कि वे कोविड-19 के लक्षणों, जैसे बुखार, खांसी या सांस लेने में तकलीफ हो तो तुरंत जांच करवाएं। अब जानिए फरीदाबाद में कैसे सामने आया मामला... बुखार होने पर उपचार के लिए पहुंचा था युवक
फरीदाबाद के सेहतपुर गांव का युवक हाल ही में एक निजी कंपनी के जरिए दिल्ली स्थित एक मॉल में सिक्योरिटी गार्ड लगा था। उसे कुछ दिनों से बुखार, खांसी, सर्दी-जुकाम जैसी परेशानी थी। इसके चलते उसे डॉक्टरी जांच के लिए दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया था, जहां कोरोना की जांच के लिए उसके सैंपल लिए तो रिपोर्ट पॉजिटिव आई। स्वास्थ्य विभाग ने टीम तैनात की
फरीदाबाद के हेल्थ विभाग ने संक्रमित युवक को होम आइसोलेशन में रखा है। उसकी सेहत पर नजर रखने के लिए एक स्वास्थ्य टीम नियुक्त की गई है, जो दिन में 2 बार फोन पर संपर्क कर युवक की स्थिति का जायजा ले रही है। उपमुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. रामभगत ने बताया कि युवक की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव मिलते ही सफदरजंग अस्पताल प्रबंधन ने इसे IHIB पोर्टल पर अपलोड कर दिया। साथ ही फरीदाबाद हेल्थ विभाग को इसकी सूचना दी। परिवार के सदस्यों के सैंपल लिए
डॉ. रामभगत ने बताया कि जिले में करीब ढाई साल बाद कोरोना का केस मिला है। इससे विभाग को अलर्ट किया गया है। युवक के कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद उसके परिवार के सदस्यों के सैंपल लिए गए हैं। हालात पर नजर रखने के लिए टीम गठित कर दी गई है। संक्रमित के परिजनों से संपर्क कर उन्हें कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने के निर्देश दिए गए। जीनोम सीक्वेंसिंग से तय होगा वेरिएंट
फरीदाबाद हेल्थ विभाग ने दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल से संक्रमित युवक का सैंपल मांगा है। विभाग सैंपल मिलने के बाद उसके जीनोम सीक्वेंसिंग कराएगा। इससे पता लगाया जाएगा कि यह संक्रमण कोरोना के किस वेरिएंट से हुआ है। फिलहाल देश और विदेश में जेएन-1 वेरिएंट को लेकर अलर्ट जारी है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से कहा गया है कि रिपोर्ट आने के बाद ही वेरिएंट की पुष्टि हो सकेगी। लोगों से अपील- घबराएं नहीं
उपमुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. रामभगत ने लोगों से अपील की है कि कोरोना को लेकर घबराने की जरूरत नहीं है। सतर्कता ही बचाव है। उन्होंने कहा कि लोग बार-बार हाथ धोएं, मास्क पहनें और सार्वजनिक स्थानों पर दूरी बनाए रखें। बुखार, सर्दी या खांसी जैसे लक्षण होने पर तुरंत जांच कराएं और रिपोर्ट आने तक स्वयं को आइसोलेट रखें। साथ ही विटामिन-C युक्त भोजन लेने की भी सलाह दी गई है।
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