जम्मू-कश्मीर के कठुआ में बादल फटा, 4 लोगों की मौत:6 घायल, गांव का संपर्क टूटा, रेस्क्यू जारी; 3 दिन पहले किश्तवाड़ में बादल फटा था
3 hours ago

जम्मू-कश्मीर में 3 दिन में दूसरी बार बादल फटा है। रविवार सुबह कठुआ जिले में बॉर्डर ले सटे जोद घाटी इलाके में बादल फटने की घटना में 4 लोगों की मौत हो गई। 6 घायल हैं। जोद के अलावा मथरे चक, बगार्ड, चंगड़ा और दिलवान-हुटली में भी लैंडस्लाइड हुई है। 14 अगस्त को किश्तवाड़ के चसोटी में भी ऐसी ही घटना हुई थी। लैंडस्लाइड के बाद जोद गांव का शहर से संपर्क टूटा गया था। काफी मशक्कत के बाद रेस्क्यू टीम गांव पहुंचे। यहां घरों में कई फीट तक पानी और मलबा भरा है। कीचड़ के बीच से लोगों को निकाला गया। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। 3 दिन पहले भी 14 अगस्त को किश्तवाड़ के चसोटी गांव में बादल फटा था। घटना में 65 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। 200 से ज्यादा लोग अभी भी लापता हैं। इनकी तलाश में रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। वहीं, मौसम विभाग ने जम्मू-कश्मीर में 17-19 अगस्त तक तेज बारिश की संभावना जताई है। 11 जिलों जम्मू, रियासी, उधमपुर, राजौरी, पुंछ, सांबा, कठुआ, डोडा, किश्तवाड़, रामबन और कश्मीर के कुछ हिस्सों में बादल फटने और लैंडस्लाइड की भी चेतावनी है। बादल फटने के बाद रेस्क्यू की तस्वीरें... किश्तवाड़ में अब तक 65 लोगों की मौत हो जम्मू-कश्मीर में किश्तवाड़ जिले के चसोटी गांव में 14 अगस्त की दोपहर 12.25 बजे यहां बादल फटा था। इस कारण मलबे में दबने से अब तक 65 लोगों की मौत हो चुकी है। अब तक 34 शवों की पहचान की जा चुकी है। 500 से ज्यादा लोग रेस्क्यू किए गए हैं, जबकि 200 लोग अब भी लापता हैं। घायलों की संख्या 180 है, जिनमें से 40 की हालत गंभीर है। सभी घायलों को किश्तवाड़-जम्मू के अस्पतालों में भर्ती किया गया है। 75 लोगों की डिटेल उनके परिजन ने प्रशासन को दी है। रेस्क्यू में NDRF की 3 टीमें, सेना (300+ जवान), व्हाइट नाइट कोर मेडिकल टीम, पुलिस, SDRF और अन्य एजेंसियां रेस्क्यू में जुटी हैं। जम्मू-कश्मीर के CM उमर अब्दुल्ला शनिवार को चसोटी पहुंचे थे। उन्होंने आपदा पीड़ितों से मुलाकात की और उन्हें हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। इस पर एक शख्स ने उनसे कहा- हमें कुछ नहीं चाहिए, आप सब अपने घर ले जाओ, हमें सिर्फ डेडबॉडी दे दो। मेरी मां-मौसी लापता हैं। युवक ने आरोप लगाया था कि यहां पर 20 जेसीबी आई हैं, हम कल से देख रहे हैं कि सिर्फ 2 ही जेसीबी काम कर रही हैं। आज आप आए तो इन्हें चालू किया गया। जब कोई नेता आता है तो जेसीबी चालू कर दी जाती हैं। यह हादसा उस वक्त हुआ जब हजारों श्रद्धालु मचैल माता यात्रा के लिए जिले के पड्डर सब-डिवीजन में चसोटी गांव पहुंचे थे। यह यात्रा का पहला पड़ाव है। यहां श्रद्धालुओं की बसें, टेंट, लंगर और कई दुकानें थीं। सब कुछ बाढ़ में बह गया। आपदा-रेस्क्यू की 5 तस्वीरें...
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