जासूसी के आरोप में पकड़े देवेंद्र को लेकर खुलासा:चार्जशीट में दावा-ISI एजेंट ने फंसाया; कहा-पूर्वज भी पाकिस्तान से, वॉट्सऐप-स्नैपचैट से भेजी खुफिया जानकारियां
16 hours ago

कैथल में पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में पकड़े गए गांव मस्तगढ़ निवासी देवेंद्र की कोर्ट में दाखिल चार्जशीट के कई अहम तथ्य सामने आए। पुलिस ने कोर्ट में 136 पेजों की चार्जशीट दाखिल की है। साथ ही देवेंद्र के दो मोबाइलों से भी डाटा रिकवर किया गया। पूछताछ के दाैरान देवेंद्र ने माना कि उसकी पाकिस्तान में शाहजी नाम के व्यक्ति से मुलाकात हुई थी। उसी के जरिए वह पाकिस्तान के ISI एजेंट रशीद मोहम्मद, अरसलन व रिजा नाम की लड़की से नवंबर 2024 में मिला। ये सभी पाकिस्तान के एजेंट हैं। वॉट्सऐप और स्नैपचैट के जरिए करता था पाक एजेंटों से बातचीत चार्जशीट के मुताबिक इन एजेंटों ने देवेंद्र के लिए पाकिस्तान में रहने-खाने की व्यवस्था की व उसे शॉपिंग वगैरह करवाई। पाकिस्तान से आने के बाद भी वह उनके संपर्क में रहा। वॉट्सऐप और स्नैपचैट के जरिए उनसे बातचीत करता रहा। साथ ही मोबाइल पर भी कॉल की गई। चारों ISI एजेंटों को वह सैन्य गतिविधियों संबंधित खुफिया जानकारी उपलब्ध करवा रहा था। साथ ही और लोगों को भी शाहजी नामक मुख्य एजेंट से जोड़ने का प्रयास कर रहा था, जो उसकी गिरफ्तारी के बाद असफल हो गया। पाकिस्तानी एजेंट शाहजी ने यूं किया था देवेंद्र को प्रभावित पाकिस्तान के मुख्य एजेंट शाहजी द्वारा की गई खातिरदारी से वह काफी प्रभावित हुआ, क्योंकि शाहजी ने उसे बताया था कि आपके पूर्वज पाकिस्तान से थे। इसलिए उसे पाकिस्तान के पक्ष में काम करना चाहिए। एजेंटों की सेवा से प्रभावित होकर वह उन्हें भारतीय सैन्य गतिविधियों की जानकारी देने लगा। शाहजी ने उसे यह भी बताया था कि पाकिस्तान के साथ लगते पंजाब में उनके और भी साथी हैं, जो उन्हें जानकारी भेजते हैं, ऐसे में वह भी उन्हें इस प्रकार की जानकारी उपलब्ध करवाता रहे। 15 गवाह मामले को लेकर तैयार किए पुलिस से पूछताछ के दौरान देवेंद्र ने यह भी बताया था कि पानीपत में पकड़े गए पाकिस्तानी जासूस नोमान इलाही के मामले में भी शाहजी नामक व्यक्ति ही प्रमुख सरगना था। रिकवरी में उसके मोबाइल से सेना के वाहनों के वीडियो मिले। चार्जशीट पेश करने के दौरान कैथल पुलिस की ओर से कुल 15 गवाह मामले को लेकर तैयार किए गए। उनमें 16 दस्तावेज भी जोड़े गए जो देवेंद्र से संबंधित थे। देवेंद्र ने कबूला- मेरी दी गई जानकारियों से देश को खतरा पूछताछ के दौरान देवेंद्र ने कबूल किया कि उसने पाकिस्तान के एजेंटों को भारत देश की ऐसी खुफिया जानकारियां दी, जिससे देश की संप्रभुता, अखंडता एकता और सुरक्षा को खतरा है। उसके द्वारा शासकीय सूचनाएं भी उपरोक्त पाकिस्तान के एजेंटों को शेयर की गई, जो भारत की सुरक्षा में सेंध लगा सकती है। सात दिन लड़की के साथ रहा बता दें कि मस्तगढ़ निवासी देवेंद्र सिंह सिख धार्मिक स्थलों के दर्शन करने पाकिस्तान गया था। वहां एक लड़की ने उसे हनी ट्रैप में फंसाया। इसके बाद 7 दिन तक अपने साथ रखा। लड़की ने उसे पाकिस्तान में जासूसी की ट्रेनिंग दी। फिर उसने उसका संपर्क पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के एजेंटों से करवाया। लड़की ने उसे लालच दिया कि अगर वह गुप्त सूचना देगा तो वह उसकी दोस्ती खूबसूरत लड़कियों से करवा देगी। इसके अलावा उसे पैसे भी मिलेंगे। हथियारों के साथ सोशल मीडिया पर डाली पोस्ट तो पकड़ में आया युवक लालच में आ गया और सेना से जुड़ी जानकारियां भेजने लगा। पुलिस ने युवक को हथियारों के साथ सोशल मीडिया पर फोटो डालने के बाद कैथल के गुहला थाने में केस दर्ज कर पकड़ा था। मगर, पूछताछ में खुलासा हुआ कि वह पाकिस्तान के लिए जासूसी कर रहा है। शुरुआती जांच में पता चला कि वह ISI के एजेंटों को अब तक पटियाला कैंट क्षेत्र की जानकारी और फोटो को भेज चुका है। इसके बाद उसने डेटा मोबाइल से डिलीट कर दिया। आरोपी MA फर्स्ट ईयर पॉलिटिकल साइंस का छात्र है। पटियाला में ही वह किराये पर रह रहा था। वह मिडिल क्लास फैमिली का लड़का है। उसके माता-पिता और छोटी बहन है। बहन 12वीं की पढ़ाई कर रही है। पिता किसान हैं।
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