Search…

    Saved articles

    You have not yet added any article to your bookmarks!

    Browse articles
    Select News Languages

    GDPR Compliance

    We use cookies to ensure you get the best experience on our website. By continuing to use our site, you accept our use of cookies, Privacy Policies, and Terms of Service.

    जासूसी के शक में DRDO गेस्ट हाउस मैनेजर को पकड़ा:जहां से हिरासत में वहां रुकते हैं इंडिया के बड़े रक्षा विशेषज्ञ, वैज्ञानिक और सैन्य अधिकारी

    2 days ago

    6

    0

    जैसलमेर में रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) के गेस्ट हाउस मैनेजर को जासूसी के शक में हिरासत में लिया गया है। आरोपी महेंद्र प्रसाद पोकरण फील्ड फायरिंग रेंज के गेस्ट हाउस में पोस्टेड है। ये गेस्ट हाउस सुरक्षा की दृष्टि से बहुत ही संवेदनशील माना जाता है। यहां इंडिया के बड़े डिफेंस एक्सपर्ट, वैज्ञानिक भी रुकते हैं। अल्मोड़ा (उत्तराखंड) के रहने वाले आरोपी को सुरक्षा एजेंसियों ने सोमवार (4 अगस्त) रात को पकड़ा है। जैसलमेर एसपी अभिषेक शिवहरे ने बताया कि आरोपी को मंगलवार (5 अगस्त) को जॉइंट इंटेरोगेशन कमेटी को सौंपा जाएगा। बीते 7 साल से बॉर्डर के पास पोस्टिंग महेंद्र प्रसाद साल 2018 से मैनेजर के तौर पर DRDO के गेस्ट हाउस में तैनात है। रेंज में सेना, DRDO के कई बड़े अधिकारी और वैज्ञानिक आदि युद्धाभ्यास, हथियारों के परीक्षण आदि के लिए आते रहते हैं। ऐसे में महेंद्र प्रसाद पर इनकी जानकारियां पाकिस्तान को मोबाइल फ़ोन से साझा करने के आरोप हैं। उसके मोबाइल फोन पर पाकिस्तान से कॉल आने की जानकारी के बाद से वो एजेंसियों के रडार पर था। अब मोबाइल से कई अहम सुराग मिलने की उम्मीद है। सबसे लंबी 1070 किलोमीटर लंबी सीमा राजस्थान से, इसलिए ISI एक्टिव राजस्थान की सीमावर्ती क्षेत्र जासूसों की रडार पर रहते हैं, क्योंकि पाकिस्तान की सबसे लंबी 1070 किलोमीटर लंबी सीमा लगती है। तीन बड़े एयरबेस हैं और कई सैन्य ठिकाने। पाक खुफिया एजेंसी का टारगेट होता है कि सीमावर्ती क्षेत्र की हर छोटी से छोटी इन्फॉर्मेशन किसी भी तरीके से हासिल हो। श्रीगंगानगर के हिंदुमलकोट से लेकर बाड़मेर के बाखासर तक भारतीय खुफिया एजेंसियां भी अलर्ट पर रहती हैं। जासूस इन क्षेत्रों की जानकारी पाकिस्तानी एजेंटों से शेयर करते पकड़े गए हैं। लगातार पकड़े जा रहे हैं जासूस राजस्थान में मार्च के बाद से एनआईए सहित कई सुरक्षा एजेंसियां लगातार एक्टिव हैं। मार्च से मई के बीच ही 5 जासूसों को राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों से गिरफ्तार किया गया है। अब जानिए इन जासूसों के बारे में... 26 मार्च : पहलगांव आतंकी हमले से पहले राजस्थान इंटेलिजेंस ने चांधन फील्ड फायरिंग रेंज के करीब करमों की ढाणी निवासी पठान खान को ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट के तहत गिरफ्तार किया था। 23 मई : डीग के पहाड़ी थाना इलाके के गंगौरा गांव निवासी मोहम्मद कासिम (32) को दिल्ली की स्पेशल सेल ने डिटेन किया। कासिम अगस्त 2024 में टूरिस्ट वीजा पर पाकिस्तान गया था। 26 मई : राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के ASI मोतीराम जाट को जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया। 28 मई : राजस्थान इंटेलिजेंस ने पाकिस्तान के लिए जासूसी के आरोप में सरकारी कर्मचारी व कांग्रेस के पूर्व मंत्री सालेह माेहम्मद के निजी सहायक रहे शकूर खान को डिटेन किया और 3 जून को गिरफ्तार किया। 30 मई : डीग के पहाड़ी थाना इलाके के गंगौरा गांव निवासी मोहम्मद कासिम (32) के बड़े भाई मोहम्मद हसीन (34) को भी डिटेन किया। हसीन भी पाकिस्तानी दूतावास के अधिकारी दानिश से संपर्क में था। .... राजस्थान में जासूसी से जुड़ी ये खबर पढ़िए... राजस्थान में जासूसों को सिम देने वाली गैंग:पहली बार दैनिक भास्कर के कैमरे पर पूरा नेटवर्क, टेलीग्राम पर सैकड़ों सिम का सौदा राजस्थान में टेलीग्राम ऐप पर गैरकानूनी तरीके से सिमकार्ड बिक रहे हैं। खरीदने के लिए न आधार कार्ड की जरूरत है, न ही बायोमैट्रिक की। पूरी खबर पढ़िए...
    Click here to Read more
    Prev Article
    भगवान सबके...आप क्यों चाहते हैं फंड आपकी पॉकेट में जाए?:बांके बिहारी प्रबंधन कमेटी से सुप्रीम कोर्ट ने पूछे तीखे सवाल, आज फिर होगी सुनवाई
    Next Article
    Behind enemy lines: How Ukrainian soldier dodged death and mines on e-bike flown in by drone; watch video

    Related Politics Updates:

    Comments (0)

      Leave a Comment