Search…

    Saved articles

    You have not yet added any article to your bookmarks!

    Browse articles
    Select News Languages

    GDPR Compliance

    We use cookies to ensure you get the best experience on our website. By continuing to use our site, you accept our use of cookies, Privacy Policies, and Terms of Service.

    झारखंड शराब घोटाला, IAS विनय चौबे और गजेंद्र सिंह गिरफ्तार:ACB ने कोर्ट में पेश किया, 5 दिन की रिमांड मांगी, 6 घंटे हुई पूछताछ

    2 months ago

    11

    0

    झारखंड में कथित तौर पर हुए शराब घोटाला मामले को लेकर IAS विनय चौबे को मंगलवार को एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने गिरफ्तार किया है। इससे पहले ACB ने करीब 6 घंटे उनसे पूछताछ की। पूछताछ के दौरान ही मेडिकल टीम को बुलाया गया था। जांच के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। ACB ने मंगलवार को उनके तत्कालीन विभागीय सचिव होने के नाते पूछताछ की। सुबह 11 बजे के करीब टीम उन्हें ACB कार्यालय लेकर आई, जहां उनसे पूछताछ की गई। इसी मामले में IAS गजेंद्र सिंह को भी गिरफ्तार किया गया है। गजेंद्र सिंह संयुक्त उत्पाद आयुक्त है। ACB ने 5 दिन की रिमांड मांगी है। बताया जा रहा है कि पूरा मामला 31 मार्च 2022 में लागू हुई नई शराब नीति से जुड़ा हुआ है। उस दौरान उत्पाद विभाग के सचिव विनय चौबे ही थे। इस दौरान शराब नीति में बदलाव की बात चल रही थी, तब उन्होंने शराब नीति बदलने के लिए छत्तीसगढ़ के अधिकारियों के साथ बातचीत की थी। बताया जा रहा है कि यह बातचीत जनवरी 2022 में रायपुर में हुई थी। इसके बाद मार्च में नई शराब नीति लागू हुई। नकली शराब और होलोग्राम से राजस्व का नुकसान मीडिया में आई खबरों के मुताबिक नई शराब नीति लागू होने के दो साल बाद तक छत्तीसगढ़ सिंडिकेट झारखंड में एक्टिव रहा। इस दौरान नकली होलोग्राम, अवैध शराब की सप्लाई कर झारखंड सरकार को करोड़ों के राजस्व का नुकसान पहुंचाया गया। इस कथित घोटाले को लेकर पहले पूर्व उत्पाद सचिव विनय कुमार चौबे और उत्पाद विभाग के संयुक्त आयुक्त गजेंद्र सिंह के ठिकानों पर ED छापेमारी कर चुकी है। उस वक्त टीम ने अधिकारियों के आईफोन और अन्य दस्तावेजों को भी ED ने जब्त किए थे। छत्तीसगढ़ शराब घोटाले से भी कनेक्शन जानकारी के मुताबिक 2019 से 2022 के बीच छत्तीसगढ़ में कथित शराब घोटाला हुआ था। इसमें छत्तीसगढ़ के तत्कालीन वाणिज्य एवं उद्योग विभाग के सचिव अनिल टुटेजा को आरोपी बनाया गया। उनके साथ छत्तीसगढ़ राज्य मार्केटिंग कॉरपोरेशन लिमिटेड के तत्कालीन प्रबंध निदेशक अरुणपति त्रिपाठी, रायपुर के बैरन बाजार निवासी अनवर ढेबर और उनके सिंडिकेट को आरोपी बनाया गया था। इसी दौरान झारखंड में नई शराब नीति को लेकर बात चल रही थी। छत्तीसगढ़ में हुए शराब घोटाले को लेकर रांची के अरगोड़ा के रहने वाले विकास सिंह ने केस किया था। इन्होंने आरोप लगाया था कि झारखंड की नई शराब नीति में उन्हीं लोगों का हाथ है, जिन पर छत्तीसगढ़ में शराब घोटाला करने का आरोप है। इन्हीं आरोपों के आधार पर झारखंड एसीबी पैरलल जांच करने के क्रम में विनय चौबे को आरोपी बनाते हुए पूछताछ कर रही है।
    Click here to Read more
    Prev Article
    संजौली मस्जिद के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ:बिजली-पानी का कनेक्शन नहीं काटने पर रोष, पुलिस ने संघर्ष समिति कार्यकर्ताओं को रोका
    Next Article
    जासूस ज्योति राजस्थान में पाक बॉर्डर तक गई थी:मुनाबाव रेलवे स्टेशन सहित प्रतिबंधित इलाकों का वीडियो बनाया; सैन्य ठिकानों का भी जिक्र किया

    Related Politics Updates:

    Comments (0)

      Leave a Comment