'महाराष्ट्र चुनाव से पहले दो लोग मिले,बोले 160 सीट जिताएंगे':शरद पवार बोले- इन्हें राहुल के पास लेकर गया, लेकिन ऑफर को ठुकरा दिया
4 hours ago

एनसीपी (SP) प्रमुख शरद पवार ने कहा कि 2024 महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की घोषणा से पहले दिल्ली में दो लोग उनसे मिलने आए थे। इन लोगों ने महा विकास अघाड़ी (MVA) को 288 में से 160 सीटें जिताने की गारंटी दी थी। पवार ने शनिवार को नागपुर में मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि वह इन दोनों लोगों को लेकर राहुल गांधी के पास गए थे, उन्होंने ये ऑफर राहुल को भी दिया था। पवार ने कहा कि उन्होंने और राहुल ने ये ऑफर नहीं लिया और मना कर दिया। पवार ने दोनों लोगों ने नाम और पहचान उजागर नहीं की है। इसको लेकर उन्होंने कहा, हमें इस रास्ते पर चलकर चुनाव नहीं जीतना था, इस वजह से हमने उनके ऑफर पर ध्यान नहीं दिया और न ही उनका नाम और संपर्क रखा। पवार के बयान से पहले गांधी ने गुरुवार को दिल्ली में एक प्रेजेंटेशन के जरिए वोटर लिस्ट में गड़बड़ी के साथ महाराष्ट्र, कर्नाटक और हरियाणा विधानसभा चुनावों में वोट चोरी का आरोप लगाया था। राहुल ने कर्नाटक की एक विधानसभा का उदाहरण देते हुए कहा था कि हमने यहां वोट चोरी का एक मॉडल पेश किया, मुझे लगता है कि इसी मॉडल का प्रयोग देश की कई लोकसभाओं और विधानसभाओं में हुआ। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति गठबंधन को 230 सीटें मिली थी 2024 में हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति गठबंधन को 230 सीटें मिली थी। इसमें बीजेपी ने ही 132 सीटें जीती थीं, जबकि उसके सहयोगी शिवसेना को 57 और अजित पवार गुट की एनसीपी को 41 सीटें मिली थीं। इधर, महा विकास अघाड़ी को सिर्फ 46 सीटें मिली थी। 7 अगस्त: राहुल का आरोप- EC ने BJP के साथ चुनाव चुराया
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को वोटर लिस्ट में गड़बड़ पर 1 घंटे 11 मिनट तक 22 पेज का प्रेजेंटेशन दिया। राहुल ने स्क्रीन पर कर्नाटक की वोटर लिस्ट दिखाते हुए कहा कि वोटर लिस्ट में संदिग्ध वोटर मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के नतीजे देखने के बाद हमारा शक पुख्ता हुआ कि चुनाव में चोरी हुई है। मशीन रीडेबल वोटर लिस्ट नहीं देने से हमें भरोसा हुआ कि चुनाव आयोग ने भाजपा के साथ मिलकर महाराष्ट्र के चुनाव की चोरी की है। राहुल ने कहा कि हमने यहां वोट चोरी का एक मॉडल पेश किया, मुझे लगता है कि इसी मॉडल का प्रयोग देश की कई लोकसभाओं और विधानसभाओं में हुआ। राहुल के आरोपों पर कर्नाटक चुनाव आयोग ने शपथ पत्र मांगा है। कहा कि वे लिखित में शिकायत करें ताकि आगे की कार्रवाई की जा सके। शुरुआत कर्नाटक से की, महादेवपुरा सीट पर 1 लाख वोट चोरी कर्नाटक की महादेवपुरा असेंबली सीट की वोटर लिस्ट स्क्रीन पर दिखाते हुए राहुल ने कहा कि यहां के 6.5 लाख वोट में से 1 लाख वोटों की चोरी हुई है। कांग्रेस के रिसर्च में यहां एक लाख के करीब गलत पता और एक ही पते पर बल्क वोटर और डुप्लीकेट वोटर्स का पता चला। कर्नाटक में हमें 16 सीटों पर जीत मिलती, लेकिन हम सिर्फ 9 सीटों पर जीते। हमने इन सात हारी हुई सीटों में से एक सीट पर जांच-पड़ताल की, वो सीट थी बेंगलुरु सेंट्रल। इस सीट पर कांग्रेस को 6,26,208 वोट मिले। भाजपा को 6,58,915 वोट मिले। दोनों पार्टियों को मिले वोटों का अंतर सिर्फ 32,707 था। वहीं जब महादेवपुरा असेंबली सीट पर वोटिंग हुई तो दोनों पार्टियों के बीच वोट का अंतर 1,14,046 का रहा। राहुल ने कहा- इस हिसाब से देखें तो 1 लाख से ज्यादा वोटों की चोरी हुई। ये वोट चोरी पांच प्रकार से की गई थी। फिर महाराष्ट्र और हरियाणा का जिक्र बताया- 6 महीने में 7 फीट तक ऊंचे पेपर्स खंगाले, सबूत जुटाए राहुल ने बताया कि लाखों पेपर्स की मैनुअली चेकिंग के बाद हमने ये सबूत जुटाए हैं। अगर इन पेपर्स को एक गड्डी बनाकर रख दिया जाए तो यह 7 फीट ऊंचा हो जाएगा। सबूतों को जुटाने में करीब 6 महीने का वक्त लगा। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि चुनाव आयोग ने जानबूझकर हमें नॉन मशीन रीडेबल पेपर्स मुहैया कराए, ताकि इन्हें मशीन से स्कैन न किया जा सके। कर्नाटक चुनाव आयोग ने कहा- राहुल शपथ पत्र दें
कर्नाटक के मुख्य चुनाव अधिकारी ने राहुल गांधी को पत्र लिखा है। कहा कि निर्वाचन नियमों के तहत, अगर कोई व्यक्ति मतदाता सूची की वैधता पर सवाल उठाता है, तो उसे लिखित में विवरण देना होता है। वे नियम 20(3)(b) के तहत शपथपत्र पर हस्ताक्षर कर ऐसे मतदाताओं के नाम उपलब्ध कराएं, ताकि उनके दावों की जांच की जा सके। यदि आवश्यक हो तो कानूनी कार्रवाई भी शुरू की जा सके। वहीं, चुनाव आयोग (ECI) ने सोशल मीडिया साइट X पर राहुल की प्रेस कॉन्फ्रेंस की वीडियो को शेयर करते हुए इसे गुमराह करने वाला बताया है। राहुल ने प्रेजेंटेशन में दिखाया, 5 तरह से वोट चोरी कैसे हुई 1. डुप्लीकेट वोटर्स: 11,965: राहुल का दावा- वोटर लिस्ट में एक ही शख्स कई जगह नजर आया। हर बार उसका बूथ नंबर अलग था। 11 हजार संदिग्ध ऐसे हैं, जिन्होंने तीन-तीन बार वोट डाला। ये लोग कहां से आ रहे हैं? 2. फेक एड्रेस: 40,009 वोटर्स: राहुल का दावा- बेंगलुरु सेंट्रल में 40 हजार से ज्यादा वोटर्स का पता फर्जी पाया गया। उन पतों पर कोई नहीं रह रहा था, तो फिर वोट किसने डाला। एक ही पते पर 46 वोटर्स हैं। 3. एक पते पर कई वोटर्स: राहुल का तीसरा दावा- एक पते पर कई वोटर्स मिले। बूथ नंबर 470 पर लिस्टेड 35 नंबर के घर पर 80 मतदाता मिले। वहीं ऐसे ही दूसरे घर में एक साथ 46 वोटर्स लिस्ट किए गए। 4. अवैध फोटो: राहुल का दावा- 4132 वोटर्स ऐसे थे जिनकी वोटर आईडी में तस्वीर इनवैलिड थी। कुछ तस्वीरें इतनी छोटी थीं कि उन्हें पहचानना मुश्किल था, तो फिर उन्होंने वोट कैसे डाल दिया। 5. फॉर्म -6 से फर्जीवाड़ा: 70 साल की शकुन रानी ने एक महीने के अंदर दो बार वोटर आईडी कार्ड बनवाने के लिए फॉर्म 6 भरा। एक बार उनकी तस्वीर दूर से खींची गई थी। दूसरी बार उन्होंने जूम करके तस्वीर लगाई। फॉर्म 6 वह फॉर्म है जिससे कोई भी नया मतदाता, यानी जिसने पहले कभी वोटर कार्ड नहीं बनवाया है। वह अपना नाम मतदाता सूची में जुड़वाने के लिए आवेदन करता है। --------------------- ये खबर भी पढ़ें राहुल बोले- अरुण जेटली ने किसान कानून पर धमकाया: कहा था विरोध करोगे तो कार्रवाई होगी कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने शनिवार को किसान कानून और सरकार का विरोध करने पर पूर्व वित्त मंत्री अरूण जेटली पर धमकाने का आरोप लगाया। राहुल ने कहा कि मुझे याद है कि जब में किसान विरोधी कानूनों के खिलाफ लड़ रहा था, तो अरूण जेटली को मुझे धमकाने के लिए भेजा गया था। पूरी खबर पढ़ें... बिहार की वोटर लिस्ट से 65 लाख नाम हटे:22 लाख की मौत हो चुकी; SIR के आंकड़े जारी, राज्य में 7.24 करोड़ वोटर चुनाव आयोग ने वोटर लिस्ट की विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के पहले चरण के आंकड़े जारी कर दिए हैं। इसके मुताबिक बिहार में अब 7.24 करोड़ वोटर हैं। पहले यह आंकड़ा 7.89 करोड़ था। वोटर लिस्ट रिवीजन के बाद 65 लाख नाम सूची से हटा दिए गए हैं। हटाए गए नामों में वे लोग शामिल हैं, जो अब इस दुनिया में नहीं हैं या फिर कहीं और स्थायी रूप से रह रहे हैं या जिनका नाम दो वोटर लिस्ट में दर्ज था। पूरी खबर पढ़ें
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