प्रयागराज में एनकाउंटर में मारा गया झारखंड का बदमाश:AK-47 से STF पर फायरिंग की, 4 लाख का इनामी था
2 days ago

प्रयागराज में यूपी STF ने झारखंड के कुख्यात गैंगस्टर छोटू धनबादिया उर्फ आशीष रंजन को ढेर कर दिया। आशीष रंजन पर 4 लाख रुपए का इनाम था। STF इंस्पेक्टर प्रयागराज जेपी राय ने बताया- वह एमपी के रास्ते शंकरगढ़ पहुंचा था। सर्विलांस से उसकी लोकेशन ट्रेस हुई। शंकरगढ़ के शिवराज चौराहे पर घेराबंदी की गई। यहां बाइक से आशीष रंजन आता हुआ नजर आया। STF ने उसे रोकने की कोशिश की। पुलिस को देख उसने गाड़ी की स्पीड तेज कर ली। STF ने उसका पीछा किया। कुछ दूर जाकर उसने एके-47 से अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। टीम ने क्रॉस फायरिंग की। इसमें गोली आशीष रंजन के लग गई। खून से लथपथ होकर वहीं गिर गया। इसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई। STF के मुताबिक, 10 मिनट तक मुठभेड़ चली। 30 राउंड फायरिंग हुई। इसमें से 16 राउंड फायरिंग STF ने की थी। एनकाउंटर स्पॉट के वीडियो सामने आए आशीष रंजन को गोली लगने के बाद एनकाउंटर स्पॉट के वीडियो सामने आए। इसमें दिख रहा कि आशीष रंजन जंगल में पड़ा हुआ है। एसटीएफ का एक जवान कह रहा है कि जल्दी अस्पताल ले चलो, अभी जिंदा है। पास में ही एम्बुलेंस खड़ी नजर आ रही है। आशीष रंजन को एंबुलेंस से नजदीक अस्पताल ले जाती है। वहां डॉक्टर उसे मृत घोषित कर देते हैं। एसटीएफ सूत्रों के मुताबिक, आशीष रंजन प्रयागराज में किसी घटना को अंजाम देने की फिराक में था। यही नहीं, वह यूपी की कई गैंग को एके-47 जैसे हाइटेक असलहों की सप्लाई भी करता था। बताया जा रहा कि वह झारखंड के धनबाद में वारदात के बाद वह यूपी के शंकरगढ़ में आकर छिप जाता था। मौके से AK-47, पिस्टल और भारी मात्रा में 9MM कारतूस मिले हैं। 3 राज्यों में एक्टिव था धनबदिया धनबदिया झारखंड-बिहार के अलावा यूपी में भी एक्टिव था। उस पर 20 से ज्यादा मुकदमे झारखंड और बिहार में दर्ज थे। एसटीएफ को काफी टाइम से इनपुट मिल रहा था कि वह धीरे-धीरे यूपी में एक्टिव हो रहा है। वह धनबाद का कुख्यात अपराधी था। उस पर धनबाद में नीरज तिवारी हत्याकांड और लाला खान हत्याकांड समेत कई गंभीर मामलों में केस दर्ज थे। 5 हत्याकांड में आशीष रंजन उर्फ छोटू की तलाश थी झारखंड के धनबाद जिले में अमन सिंह सहित 5 हत्याकांडों में आशीष रंजन सिंह उर्फ छोटू को पुलिस की तलाश थी। आशीष पहले झारखंड में अमन सिंह गैंग का शूटर था। वह अमन सिंह के इशारे पर रंगदारी मांगने से लेकर हत्या जैसी घटनाओं को अंजाम देता था। अमन सिंह ही घटना के बाद आशीष को यूपी में शेल्टर देने का काम करता था। इस बीच, अमन से भी उसकी अनबन हो गई। इसके बाद आशीष ने अमन सिंह की हत्या ही जेल में कराई थी। वारदात के बाद AK 47 लेकर सड़क पर घूमा था। कहा था- धनबाद में रहना है तो रंजन कहना मानना होगा। आशीष ने मेयर नीरज सिंह की भी हत्या की थी। उसे पहली बार सरायढेला के जमीन कारोबारी समीर मंडल की हत्या में जेल हुई थी। 12 मई, 2021 को सरफुल हसन उर्फ लाला की हत्या में भी उसका नाम सामने आया। समीर मंडल हत्याकांड में आशीष रंजन जेल भेजा गया था, लेकिन जमानत पर बाहर आ गया। इसके बाद उस पर दो और हत्याकांडों में संलिप्तता के आरोप लगे थे। इस खबर को अपडेट किया जा रहा है...
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