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    10 लाख का इनामी JJMP सुप्रीमो पुलिस मुठभेड़ में ढेर:2 अन्य नक्सली भी मारे गए, लातेहार के ईचाबार जंगल में एनकाउंटर

    2 months ago

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    लातेहार जिले के लिए आतंक का पर्याय बने जेजेएमपी के सुप्रीमो पप्पू लोहरा समेत दो नक्सलियों को पुलिस मुठभेड़ में मार गिराया है। बताया जाता है कि लातेहार थाना क्षेत्र के ईचाबार जंगल में शनिवार सुबह पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में झारखंड जनसंघर्ष मुक्ति मोर्चा (JJMP) का सुप्रीमो पप्पू लोहरा और पांच लाख का इनामी नक्सली सबजोनल कमांडर प्रभात गंझू मारा गया है जबकि एक नक्सली घायल है। जिसे सदर अस्पताल में इलाज के लिए ले जाया गया है। वहीं सेट वन का जवान घायल हुआ है। उसका नाम अवध सिंह है। घायल जवान को एयर लिफ्ट कर रांची के राज अस्पताल में इलाज के लिए लाया गया है। लातेहार एसपी के नेतृत्व में चला अभियान जानकारी के मुताबिक लातेहार एसपी कुमार गौरव के नेतृत्व में यह अभियान चलाया गया। इस अभियान में सीआरपीएफ और झारखंड पुलिस की टीम शामिल थी। पुलिस को सूचना मिली थी कि पप्पू लोहरा अपने साथियों के साथ ईचाबार जंगल में कोई बड़ी वारदात करने की योजना बना रहा है। सर्च अभियान के दौरान फायरिंग सूचना के आधार पर पुलिस और सुरक्षाबलों ने सर्च अभियान शुरू किया। ईचाबार जंगल में उग्रवादियों ने सुरक्षाबलों पर फायरिंग शुरू कर दी। सुरक्षाबलों ने जवाबी कार्रवाई की। इस मुठभेड़ में 10 लाख रुपए का इनामी पप्पू लोहरा और उसका साथी प्रभात लोहरा मारे गए। पुलिस के साथ फोटो बना था चर्चा का विषय साल 2018 में जेजेएमपी के सुप्रीमो जोनल कमांडर पप्पू लोहरा का एक फोटो पुलिस के साथ देखा गया था। जानकारी के मुताबिक उस दौरान नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में पप्पू लोहरा पुलिस और सुरक्षा बलों की मदद कर रहा था। तस्वीर वायरल होने के बाद सुरक्षा बलों पर भी सवाल उठे थे। पुलिस पर जेजेएमपी को खड़ा करने का आरोप तस्वीर वायरल होने के बाद पुलिस और सुरक्षा बलों पर आरोप लगा था कि उन्होंने ही माओवादियों के खिलाफ जेजेएमपी नाम से संगठन खड़ा कर स्थानीय लड़ाकों को हथियार मुहैया कराया था। बाद में यही संगठन पुलिस के लिए सिरदर्द बन गया। पलामू के बकोरिया में हुए मुठभेड़ में आठ जून 2015 को पुलिस ने 12 नक्सलियों को मारने का दावा किया था। इस मामले की जांच सीबीआई कर रही है। आरोप था कि जिन 12 लोगों को मारा गया था, उन्हें जेजेएमपी के उग्रवादियों ने मारा था। इसे पुलिस ने वाहवाही लूटने के लिए खुद मुठभेड़ में मार गिराने का दावा किया था।
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