आर्मी ऑफिसरों की प्राइवेसी पर सरकार की एडवाइजरी:रक्षा मंत्रालय ने कहा- मीडिया बिना परमिशन निजी जानकारी पब्लिक न करें
2 months ago

रक्षा मंत्रालय ने मंगलवार को मीडिया और लोगों से अपील की है कि वे सीनियर सैन्य अधिकारियों और उनके परिवारों की गोपनीयता का सम्मान करें। सरकार ने एडवाइजरी में लिखा, 'सेवारत या रिटायर्ड सैन्य अधिकारियों के निजी आवासों या परिवारों से इंटरव्यू करने से बचें।' डिफेंस मिनिस्ट्री ने एडवाइजरी में कहा है कि जब तक आधिकारिक तरीके से इसका इन्विटेशन या इजाजत न दी गई हो, तब तक आवासीय पते, परिवार के सदस्यों की तस्वीरें या अन्य निजी ब्योरों का छापने या प्रसारित करने से बचें।' मंत्रालय ने एडवाइजरी क्यों जारी की मंत्रालय ने कहा, 'ऑपरेशन सिंदूर के दौरान और उसके बाद सैन्य गतिविधियों से जुड़ी जानकारी देने के लिए समय-समय पर कई अफसर मीडिया के सामने आए। इन अफसरों को लेकर हो रही लगातार कवरेज उनके परिवारों के लोगों और निजी जिंदगी तक पहुंच गई।' 'मीडियाकर्मियों ने कथित तौर पर उनके आवास पर जाकर उनके परिवार के सदस्यों से संपर्क साधने की कोशिश की। इसके अलावा सेना के अफसरों के परिवार से आधिकारिक नहीं, बल्कि व्यक्तिगत मुद्दे पर कवरेज की गई।' भारत-PAK तनाव में ऑनलाइन एब्यूज का शिकार हुए विदेश सचिव विक्रम मिसरी 10 मई को भारत पाकिस्तान के बीच सीजफायर के ऐलान के बाद कई यूजर्स ने विदेश सचिव विक्रम मिसरी की पोस्ट्स पर ऑनलाइन एब्यूज कर रहे थे। यहां तक कि उनके परिवार के साथ उनकी पुरानी तस्वीरें शेयर हो रही थीं जिसके साथ उनकी बेटी का मोबाइल नंबर और कई तरह के कमेंट्स किए जा रहे थे। इसके बाद उन्होंने अपना एक्स अकाउंट सिक्योर कर लिया। उनके इस कदम के बाद सोशल मीडिया पर कई यूजर्स उनकी ऑनलाइन ट्रोलिंग की निंदा कर रहे हैं। यूजर्स का कहना है कि सीनियर ऑफिसर को पर्सनल लेवल पर ट्रोल करने वालों पर कार्रवाई होनी चाहिए। सीजफायर के ऐलान के बाद होने लगी थी ट्रोलिंग रविवार 10 मई को विक्रम मिसरी ने प्रेस ब्रीफिंग में भारत और पकिस्तान के बीच सीजफायर की जानकारी दी थी। हालांकि, इसके कुछ ही घंटे बाद भारत-पाक सीमा पर पड़ोसी देश ने फिर गोलीबारी शुरू कर दी। ऐसे में X यूजर्स ने विक्रम मिसरी पर कमेंट्स शुरू कर दिए थे। खबर लगातार अपडेट की जा रही है...
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