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    3000 रुपए में सालभर के लिए FASTag, आज से मिलेगा:200 बार नेशनल हाईवे टोल क्रॉस कर पाएंगे, जानें ये कहां मिलेगा और कैसे काम करेगा

    2 hours ago

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    सरकार ने आज यानी 15 अगस्त से नेशनल हाईवे पर यात्रा करने वाले लोगों के लिए एनुअल फास्टैग पास लॉन्च कर दिया है। इस पास की कीमत 3,000 रुपए है, जो एक साल के लिए वैलिड होगा। इस पास के जरिए यूजर्स बिना पैसे दिए 200 बार टोल क्रॉस कर सकेंगे। सरकार का कहना है कि इससे एक टोल क्रॉस करने की कीमत करीब 15 रुपए आएगी और देशभर के नेशनल हाईवे के टोल पर भीड़ कम होगी। इस एक पास से नेशनल हाईवे पर यात्रा के लिए बार-बार टोल प्लाजा पर रुकने और रिचार्ज करने की झंझट से राहत मिल जाएगी। इस स्टोरी में जानेंगे फास्टैग ​​​​​एनुअल पास से जुड़े सभी सवालों के जवाब ... सवाल 1: FASTag तो पहले से ही है, फिर इस पास की क्या जरूरत है? जवाब: FASTag से हर बार टोल क्रॉस करने पर पैसे कटते हैं। लेकिन इस एनुअल पास के साथ आप एकबार 3,000 रुपए लगाकर सालभर में 200 टोल क्रॉस कर पाएंगे। एक टोल पर एवरेज लागत 15 रुपए आएगी। ये उन लोगों के लिए किफायती है जो नेशनल हाईवे पर बार-बार ट्रैवल करते हैं। साथ ही, ये पास टोल के व्यवस्था को और ज्यादा आसान बना देगा, जिससे सबको फायदा होगा। 18 जून को इसके लॉन्च की घोषणा करते हुए केंद्रीय मंत्री गडकरी ने कहा था कि इतने टोल क्रॉस करने में करीब 10 हजार रुपए खर्च होते है, अब 3000 रुपए में ही काम हो जाएगा। सवाल 2: क्या एनुअल पास लेना सरकार की ओर से मेंडेटरी है? जवाब: नहीं, एनुअल पास लेना मेंडेटरी नहीं है। आप मौजूदा फास्टैग को ही इस्तेमाल करना जारी रख सकते हैं। इसकी कहीं रोक नहीं है। कोई अतिरिक्त चार्ज नहीं है। सवाल 3: क्या यह पास सभी तरह के हाईवे पर वैलिड है? जवाब: नहीं, पास देश के सभी हाईवे पर काम नहीं करेगा। सवाल 4: एनुअल पास किन व्हीकल्स के लिए वैलिड है? जवाब: यह पास केवल प्राइवेट, नॉन-कॉमर्शियल व्हीकल्स जैसे कार, जीप और वैन के लिए है। कॉमर्शियल वाहन जैसे ट्रक, बस या टैक्सी इस पास का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे। अगर आप यह पास लेना चाहते हैं तो आपकी गाड़ी का सरकार के VAHAN डेटाबेस में 'प्राइवेट व्हीकल' के रूप में रजिस्टर्ड होना जरूरी है। सवाल 5: क्या इसके लिए नया FASTag खरीदना होगा? जवाब: नहीं, नया FASTag खरीदने की जरूरत नहीं है। यह पास आपके मौजूदा FASTag पर ही एक्टिव होगा। हां, इसके लिए कुछ जरूरी शर्तें हैं जैसे- मौजूदा फास्टैग का एक्टिव हो, ब्लैकलिस्टेड न हो और व्हीकल रजिस्ट्रेशन नंबर (VRN) से लिंक हो। चेसिस नंबर पर रजिस्टर्ड FASTag पर यह पास एक्टिव नहीं होगा। सवाल 6: FASTag एनुअल पास कैसे खरीद सकते हैं? सवाल 7: क्या यह पास किसी दूसरी गाड़ी में इस्तेमाल किया जा सकता है? जवाब: नहीं, यह पास नॉन-ट्रांसफरेबल है। यानी केवल केवल उसी वाहन के लिए मान्य होगा जिसके रजिस्ट्रेशन नंबर और FASTag के साथ इसे एक्टिव किया गया है। किसी दूसरी गाड़ी में इसका इस्तेमाल करने पर पास डिएक्टिवेट हो सकता है और पैसा वापस नहीं मिलेगा। सवाल 8: एक टोल क्रॉसिंग कैसे गिनी जाएगी? जवाब: पॉइंट-बेस्ड टोल प्लाजा पर एक बार पार करना एक टोल क्रॉसिंग मानी जाएगी। अगर आप वापसी में उसी टोल को दोबारा पार करते हैं, तो यह दो क्रॉसिंग मानी जाएगी। क्लोज्ड टोलिंग सिस्टम में एक एंट्री और एक एग्जिट को एक क्रॉसिंग माना जाएगा। --------------------- ये खबर भी पढ़ें... 1. सामने कांच पर फास्टैग नहीं लगाने वाले ब्लैकलिस्ट होंगे: हाथ से फास्टैग दिखाने वालों पर सरकार सख्त, जानें क्या हैं नए नियम 'लूज फास्टैग’ रखने वाले यूजर्स को अब ब्लैकलिस्ट किया जाएगा। जानबूझकर फास्टैग को गाड़ी की विंडस्क्रीन पर न लगाने वाले हाईवे यूजर्स को ‘लूज फास्टैग’ या ‘टैग-इन-हैंड’ कहा जाता है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) के अनुसार, इससे ई-टोल कलेक्शन सिस्टम में गड़बड़ी आती है और बाकी यात्रियों को परेशानी होती है। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें... 2. देश में लागू रहेगा FASTag सिस्टम: परिवहन मंत्रालय ने 1 मई से सेटेलाइट टोल सिस्टम लागू होने को फेक बताया सड़क परिवहन मंत्रालय (MoRTH) ने शुक्रवार को 1 मई 2025 से FASTag बंद करने की खबर को अफवाह बताया। मंत्रालय ने कहा कि ये खबरें अफवाह हैं और FASTag अभी देश में टोल कलेक्शन का ऑफिशियल तरीका बना रहेगा। इससे पहले 1 मई से FASTag को बंद कर सैटेलाइट टोल सिस्टम लागू करने की बात सामने आई थी। इस पर मंत्रालय ने कहा कि नेशनल हाइवे अथॉरिटी (NHAI) ने ऐसा कोई फैसला नहीं लिया है। सैटेलाइट टोल सिस्टम के बजाय, सरकार एक नए बैरियर-लेस टोल सिस्टम का टेस्ट कर रही है। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें...
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