एमपी के सीएम बोले- राहुल गांधी की अर्बन नक्सलाइट मानसिकता:विधानसभा चुनाव में वोट चोरी का आरोप लगाया था; सिंधिया ने भी दिया जवाब
5 hours ago

मध्य प्रदेश में 2023 के विधानसभा चुनाव में "वोट चोरी" और "चुनाव आयोग की निष्पक्षता" पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा दिए गए बयान के बाद राजनीतिक माहौल गरमा गया है। राहुल गांधी ने हाल ही में एक जनसभा में यह आरोप लगाया कि एमपी में चुनाव निष्पक्ष नहीं हुए और वोट चोरी की घटनाएं हुईं। इस पर भाजपा नेताओं ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि, राहुल गांधी द्वारा चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सार्वजनिक रूप से सवाल उठाना उनकी 'अर्बन नक्सलाइट' मानसिकता को दर्शाता है। उनके इस तरह के अशोभनीय बयानों से नेता प्रतिपक्ष की गरिमा धूमिल हो रही है। उन्हें इसके लिए देश से माफी मांगनी चाहिए। वहीं, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी राहुल गांधी पर हमला बोला। उन्होंने कहा, "जिस कांग्रेस पार्टी का स्वयं का वोट बैंक दिवालिया हो चुका है, वही अब दूसरों पर वोट चोरी का आरोप लगा रही है। बीजेपी नेताओं की प्रतिक्रिया के बाद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि बीजेपी को डर है कि अगर यह सच्चाई जनता के सामने आ गई, तो उनकी पूरी कहानी बेनकाब हो जाएगी। भोपाल आए थे सिंधिया, चर्चा में कहा भोपाल प्रवास के दौरान मीडिया से बातचीत में सिंधिया ने कहा 'जिन लोगों ने भारत को मृत रूप में देखा है, चाहे वो भारत की अर्थव्यवस्था हो, न्यायपालिका हो, सेना का सम्मान हो या फिर चुनाव आयोग की निष्पक्षता वे बार-बार इन संस्थाओं को अपमानित करते आए हैं। चुनाव आयोग एक स्वायत्त संवैधानिक संस्था है, जो पारदर्शिता और निष्पक्षता के आधार पर कार्य करती है। यह संस्था हर राज्य और देशभर में फेयर और फ्री इलेक्शन सुनिश्चित करती है।' सेना और न्यायपालिका पर भी किया कटाक्ष सिंधिया ने कहा, 'कांग्रेस का रवैया हमेशा से ही संस्थाओं के प्रति अविश्वास का रहा है। अगर सेना कोई वीरता का कार्य करती है तो वे सबूत मांगते हैं। न्यायपालिका पर आरोप लगाते हैं, प्रधानमंत्री को नीचा दिखाने का प्रयास करते हैं। अब चुनाव आयोग को भी बदनाम करने में लगे हैं। यह जनता सब देख रही है और उचित समय पर जवाब देगी।' जीतू पटवारी बोले- बीजेपी नेताओं में बौखलाहट मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी द्वारा फर्जी वोटिंग को लेकर किए गए सनसनीखेज खुलासे के बाद बीजेपी और उसके नेताओं की बौखलाहट अब उनके बयानों में साफ झलक रही है। पटवारी ने कहा कि राहुल गांधी ने स्पष्ट रूप से बताया कि किस तरह चुनावी प्रक्रिया में सुनियोजित तरीके से धांधली कर लोकतंत्र को कमजोर किया जा रहा है। उन्होंने अलोकतांत्रिक और पक्षपातपूर्ण रवैये का गंभीर आरोप लगाया है। यह सिर्फ कांग्रेस या विपक्ष का मुद्दा नहीं है, बल्कि देश के हर उस नागरिक का मुद्दा है जो अपने वोट की ताकत और लोकतांत्रिक अधिकारों में विश्वास रखता है। फर्जी वोटों से मिली बीजेपी को जीत पटवारी ने बताया कि राहुल गांधी के प्रस्तुत किए गए तथ्यों और सबूतों से यह स्पष्ट हुआ है कि कर्नाटक की महादेवपुरा विधानसभा सीट पर एक लाख से अधिक फर्जी मतदाता जोड़े गए, जिनकी वजह से बीजेपी को जीत मिली। हरियाणा विधानसभा चुनाव में बीजेपी को पूरे प्रदेश में कांग्रेस से केवल 22,000 वोट अधिक मिले, जबकि एक सीट पर ही 1 लाख फर्जी वोट जोड़े जाने का खुलासा हुआ। महाराष्ट्र में केवल पांच महीनों के भीतर एक करोड़ से अधिक मतदाता बढ़ा दिए गए, जो राज्य की वयस्क आबादी से भी अधिक थे। मध्य प्रदेश में पोस्टल बैलेट में हार के बावजूद ईवीएम से बीजेपी की जीत दर्ज हुई। बीजेपी को जनता के सामने बेनकाब होने का डर पटवारी ने कहा कि इन खुलासों से यह साफ होता है कि संवैधानिक और चुनावी संस्थाओं में बीजेपी का गहरा हस्तक्षेप है। बीजेपी को डर है कि अगर यह सच्चाई जनता के सामने आ गई, तो उनकी पूरी कहानी बेनकाब हो जाएगी। यही वजह है कि बीजेपी के नेता मुद्दे पर जवाब देने के बजाय बेतुके बयान देकर ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहे हैं। उनके हालिया बयान इस बात का प्रमाण हैं कि सच ने उन्हें असहज कर दिया है। उन्होंने चुनाव आयोग पर भी गंभीर सवाल उठाते हुए कहा कि आयोग का कर्तव्य लोकतंत्र की रक्षा करना था, लेकिन उसने स्वयं को सत्ताधारी दल का उपकरण बना लिया है। विपक्ष के नेता द्वारा सबूतों के साथ धांधली उजागर किए जाने के बावजूद आयोग जांच करने की बजाय वोटर लिस्ट तक उपलब्ध कराने से इनकार कर रहा है। यह रवैया लोकतंत्र के लिए अत्यंत खतरनाक है। ये खबर भी पढ़ें... राहुल बोले- मोदी वोट चुराकर प्रधानमंत्री बने कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को कहा कि नरेंद्र मोदी तीसरी बार 25 सीट के मार्जिन से प्रधानमंत्री बने हैं। 25 सीट ऐसी हैं, जिन्हें भाजपा ने 35 हजार या कम वोट से जीतीं। अगर हमें इलेक्ट्रानिक डेटा मिल जाए तो हम साबित कर देंगे कि मोदी चोरी करके प्रधानमंत्री बने हैं। पूरी खबर पढ़ें...
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