गुरुग्राम में स्ट्रीट डॉग्स के समर्थन में प्रदर्शन:सुप्रीम कोर्ट आदेश के विरोध में सैकड़ों लोग जुटे, बोले- अवारा नहीं हमारा है
6 hours ago

गुरुग्राम में आवारा कुत्तों को शेल्टर होम में भेजने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश के विरोध में शुक्रवार शाम एक बार फिर डॉग लवर्स सड़कों पर उतर आए। शाम करीब 7 बजे, शहर के पॉश इलाके सुशांत लोक स्थित गलेरिया मार्केट के बाहर सैकड़ों की संख्या में लोगों ने प्रदर्शन किया। यह गुरुग्राम में इस मुद्दे पर हुआ दूसरा प्रदर्शन है। इससे पहले बुधवार को भी यहां विरोध जताया गया था। प्रदर्शनकारियों ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश को रद्द करने की मांग की और बेजुबान कुत्तों के पक्ष में नारे लगाए। इस दौरान उन्होंने हनुमान चालीसा का पाठ भी किया। उनका कहना था कि अगर सुप्रीम कोर्ट उनकी बात नहीं सुनता, तो कम से कम भगवान इन बेजुबानों की पुकार जरूर सुनेंगे। लोग स्ट्रीट डॉग्स को दुश्मन मानते हैं
प्रदर्शन में शामिल शिवम अरोड़ा और सुभाष सपड़ा ने कहा कि समाज में कुछ लोग स्ट्रीट डॉग्स को दुश्मन मानते हैं, जबकि ये कुत्ते इंसानों के सबसे वफादार दोस्त हैं। उन्होंने कहा कि इन बेजुबानों ने हमेशा इंसानों का साथ दिया है। सेना और पुलिस में इनका योगदान सर्वविदित है। इन्हें इंसानों से अलग करने का फैसला गलत है। कुत्ते हमारे बच्चे जैसे
प्रदर्शनकारियों का कहना था कि वे स्वेच्छा से इन कुत्तों की देखभाल करते हैं, उन्हें भोजन और आश्रय देते हैं। इसके बावजूद उन्हें स्थानीय लोगों के विरोध का सामना करना पड़ता है। सुभाष सपड़ा ने कहा कि ये कुत्ते हमारे बच्चे जैसे हैं। हम इन्हें मरने के लिए नहीं छोड़ सकते। सुप्रीम कोर्ट को इस फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिए। नसबंदी और टीकाकरण पर ध्यान दिया जाए
लोगों ने यह भी मांग की कि कुत्तों को पकड़ने के बजाय उनकी नसबंदी और टीकाकरण पर ध्यान दिया जाए, ताकि उनकी संख्या नियंत्रित हो और जनता के साथ उनका सह-अस्तित्व बना रहे।
प्रदर्शन में सोमाली, हर्शिला, पूजा, पुनीत, सुनीता सिंह, रिचा, सोनम, इशबीन, कीवा सहित कई अन्य लोग शामिल थे। इनका कहना था कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला बेजुबानों के लिए खतरा बन सकता है। उन्होंने सरकार और प्रशासन से एक ऐसा समाधान निकालने की अपील की, जो कुत्तों और इंसानों दोनों की सुरक्षा सुनिश्चित करें। गुरुग्राम में 30 हजार से ज्यादा लावारिस कुत्ते
प्रदर्शनकारियों ने यह भी कहा कि वे इस मुद्दे पर अपनी आवाज बुलंद करते रहेंगे, जब तक कि उनके पक्ष में कोई ठोस कदम नहीं उठाया जाता। दरअसल सुप्रीम कोर्ट ने 11 अगस्त 2025 को दिल्ली-एनसीआर से सभी स्ट्रीट डॉग्स को आठ सप्ताह में शेल्टर होम में भेजने का आदेश दिया था। इस फैसले के बाद से ही दिल्ली, नोएडा, और गुरुग्राम में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। गुरुग्राम में कुत्तों की संख्या लगभग 30,477 है और नगर निगम के पास अभी तक पर्याप्त शेल्टर सुविधाएं नहीं हैं।
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