हिमाचल में 2 जगह बादल फटे, 5 गाड़ियां बही:सैंज-कसोल नाला उफान पर, 2 मंत्री-DC फंसे; समदो-काजा सड़क पर पहाड़ी से गिरे पत्थर
1 month ago

हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिला में बुधवार दोपहर बाद 2 जगह बादल फटने से खूब तबाही हुई है। कुल्लू के सैंज के जीवा नाला और मणिकर्ण की ब्रम्हगंगा में बादल फटने से आसपास के नदी-नालों में जल स्तर बढ़ गया है। भारी बारिश के बाद क्षेत्र की सड़कों को काफी नुकसान पहुंचा है। कुल्लू के अलग-अलग क्षेत्रों में 6 से ज्यादा गाड़ियां बहने की भी सूचना है। सैंज के जीवा नाला में बादल फटने से NHPC का शेड बह गया। इससे बिहाली गांव को भी खतरा हो गया है। ब्रम्हगंगा नाले में बादल फटने के बाद काथीकुकड़ी और कसौल नाला में बाढ़ आ गई। कुल्लू की तीर्थन वैली में भी दोपहर बाद भारी बारिश हुई और दो गाड़ियां नाले के तेज बहाव में बह गईं। तेज बारिश के बाद सैंज घाटी, बंजार में हॉर्न घाट, सोलंग नाला और पागल नाला में जलस्तर बढ़ गया है। स्थानीय प्रशासन ने टूरिस्ट और लोकल लोगों को नदी-नालों के आसपास नहीं जाने की सलाह दी है। समदो-काजा सड़क पर गिरे पत्थर उधर, लाहौल स्पीति में काजा समदो सड़क पर भी तेज बारिश के बाद हुर्लिंग और लरी के बीच में पहाड़ी से पत्थर गिरे। इससे एक गाड़ी और एक बाइक को नुकसान पहुंचा है। DSP काजा अजय कुमार ने पर्यटकों को सलाह दी है कि जिस भी होटल में ठहरे हैं, वहीं रुके। मौसम साफ होने तक इधर-उधर मूव न करें। कुल्लू में 2 मंत्री फंसे कुल्लू के बंजार में हिमाचल के कृषि मंत्री चंद्र कुमार भी नाले में बाढ़ के बाद फंस गए। चंद्र कुमार किसान मेले में शामिल होने बंजार गए थे। वहीं ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क साईं रोपा में चल रहे विश्व धरोहर उत्सव के मुख्य अतिथि राजेश धर्माणी और कुल्लू के डीसी भी सड़क अवरुद्ध होने से फंस गए हैं। 5 जिलों में फ्लैश फ्लड का अलर्ट मौसम विभाग ने दोपहर डेढ़ बजे पांच जिलें चंबा, कांगड़ा, मंडी, शिमला और सिरमौर जिला के कुछ स्थानों पर बाढ़ जैसे हालात बनने की चेतावनी जारी की। इन जिलों के निचले इलाकों में जल भराव से परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। मौसम विभाग की चेतावनी के बीच शिमला में भी तेज बारिश शुरू हो गई है। कई क्षेत्रों में बीती रात से भारी बारिश हो रही है। मारकंडा नदी का जल स्तर बढ़ा सिरमौर जिला के काला अंब में रात में तेज बारिश के बाद मारकंडा नदी का जल स्तर काफी बढ़ गया है। शिमला में भी सुबह पौने 10 बजे कुछ देर के लिए तेज बारिश हुई। धुंध की वजह से शिमला में सुबह के वक्त विजिबिलिटी 25 मीटर तक कम हो गई। मौसम विभाग (IMD) ने प्रदेश के 7 जिलों में आज बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी है, जबकि 3 जिलों में भारी बारिश का पूर्वानुमान लगाया है। वहीं टूरिस्ट और स्थानीय लोगों को नदी-नालों से दूर रहने की सलाह दी गई है। लैंडस्लाइड संभावित क्षेत्रों में भी न जाने को कहा गया है। इन जिलों में ऑरेंज अलर्ट IMD ने बिलासपुर, चंबा, हमीरपुर, कांगड़ा, सिरमौर, सोलन और ऊना जिला में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में आज एक-दो स्थानों पर बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। कुल्लू, मंडी और शिमला जिला में भी एक -दो स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है। टूरिस्ट और लोकल को एडवाइजरी IMD ने टूरिस्ट समेत लोकल लोगों को नदी नालों और लैंडस्लाइड संभावित क्षेत्रों में नहीं जाने की एडवाइजरी जारी की है। नदी नालों में तेज बारिश के बाद अचानक जल स्तर बढ़ सकता है। इसी तरह पहाड़ों पर लैंडस्लाइड भी तबाही का कारण बन सकता है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले चार दिन तक पहाड़ों पर बारिश जारी रहने के आसार है। मगर कल से वेस्टर्न डिस्टरबेंस थोड़ा कमजोर पड़ेगा। बारिश के बाद तापमान में गिरावट प्रदेश के कई भागों में मानसून ने 20 जून को दस्तक दी है। बीते 24 जून को पूरे प्रदेश में मानसून पहुंच गया है। इस दौरान कई क्षेत्रों में हुई बारिश के बाद तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है। इससे प्रदेश का औसत अधिकतम तापमान सामान्य से 1.2 डिग्री नीचे गिर गया है। कई शहरों का तापमान सामान्य से 8 डिग्री तक नीचे गिरा है। कांगड़ा का तापमान 8.2 डिग्री गिरा कांगड़ा के अधिकतम तापमान में सामान्य की तुलना में सबसे ज्यादा 8.2 डिग्री की कमी आई है और यहां का तापमान 31.4 डिग्री रह गया है। चंबा का तापमान सामान्य से 5.5 डिग्री लुढ़कने के बाद मंडी का 3.9 डिग्री कम होने के बाद 32.2 डिग्री, धर्मशाला का 2.3 डिग्री लुढ़कने के बाद 28.0 डिग्री सेल्सियस रह गया है। अगले चार-पांच दिनों के दौरान तापमान में और ज्यादा कमी आएगी।
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