काशी में मोदी ने कहा- चाय पिलाते रहिए:पहली बार PM को रिसीव करने पहुंचे चाय, पान, मिठाईवाले; ये 5 आम आदमी कौन?
1 day ago

वाराणसी एयरपोर्ट पर हम लोग खड़े थे। भाजपा के काशी प्रांत अध्यक्ष दिलीप पटेल मेरे आगे खड़े थे। विमान से पीएम मोदी उतरे, मुस्कुराते हुए हमारी तरफ बढ़े। अभिवादन का जवाब उन्होंने नमस्कार करके दिया। यकीन होना मुश्किल था कि सामने मोदीजी खड़े हैं। ये बताते हुए राजकुमार आहूजा खुश नजर आते हैं। वह वाराणसी के अर्दली बाजार में स्थित सिंधु तरंग स्वीट्स के मालिक हैं। 2 अगस्त को पीएम मोदी के वाराणसी दौरे के वक्त एयरपोर्ट पर 5 लोगों ने उन्हें रिसीव किया। ये 5 आम आदमी हैं। इनमें 3 मिठाई वाले राजकुमार आहूजा, सौरभ गुप्ता, राजकुमार, चाय वाले विजय यादव और पान वाले केशव प्रसाद रहे। ये सभी लोग काशी में अपने जायके के लिए मशहूर हैं। सौरभ गुप्ता की मिंट हाउस में श्रीराम भंडार नाम से दुकान है। वह कहते हैं- एक आम आदमी को इतनी बड़ी हस्ती से मिलने का मौका मिला। यह अपने आप में अद्भुत अनुभूति है, एकदम फिल्मी एहसास था। नमो चाय वाले विजय यादव कहते हैं- उन्होंने मुझसे कहा कि चाय पिलाते रहिए, सबको खुश रखिए। मोदी को रिसीव करने वालों में 3 लोगों से दैनिक भास्कर ने बातचीत की। हमने जानना चाहा कि पीएम से मुलाकात का सीक्वेंस कैसे बना, एयरपोर्ट पर पीएम ने क्या पूछा? आगे मिठाई वाले राजकुमार आहूजा और सौरभ गुप्ता, चाय वाले विजय यादव से बातचीत पढ़िए... पहले नमो टी स्टॉल चलाने वाले विजय यादव से बात... विजय बोले- 4 दिन पहले पता चला कि PM से मिलेंगे
पांडेयपुर चौराहा पर नमो टी स्टॉल के नाम से चाय की दुकान है। यही टी स्टॉल विजय यादव चलाते हैं। पीएम की अगुआई करने वालों में शामिल उनसे मिलने हम दुकान पर पहुंचे, तो ताला बंद था। इसके बाद हम उनके घर पहुंचे। विजय से मुलाकात हुई। वे कहते हैं- टी स्टॉल की शुरुआत हमारे पापा हीरालाल यादव ने की। पहले दुकान चौराहे से आगे थी। फिर अतिक्रमण बताकर तोड़फोड़ हुई तो 1991 में पांडेयपुर चौराहा पर दुकान बना ली। तब से बस लोगों को चाय पिलाकर खुश होते हैं। चुनाव जब आता है तो चुनावी चर्चा का गढ़ यही दुकान बनती है। हमारी चाय पीने दूर-दूर से लोग चले आते हैं। काशी में टूरिज्म बढ़ने के बाद विदेशी पर्यटक भी आने लगे हैं। विजय कहते हैं- जैसे कहा जाता है कि काशी ऊर्जा की धरती है। वैसे ही हम जब प्रधानमंत्री से मिले तो पता चला कि वो हम सबकी ऊर्जा हैं। हमें चार दिन पहले पता चला था कि प्रधानमंत्री जी से मिलने वालों में हमारा भी नाम है, मुझे तो विश्वास ही नहीं हुआ था। हमने लोगों से पता किया कि क्या ये सच है, तो सबने कहा जब लोकल इंटेलिजेंस यूनिट वाले आपका वैरिफिकेशन करवा रहे हैं, तो सच ही होगा। विजय कहते है- पीएम जल्दी में थे। बहुत ज्यादा बातचीत तो नहीं हुई, मगर उन्होंने मेरा नाम पूछा, कहा क्या करते हो? हमने बताया कि काशी का नमो टी स्टॉल हमारा है, हम लोगों को चाय पिलाते हैं। तो उन्होंने प्रोत्साहन करते हुए कहा- कोई काम छोटा या बड़ा नहीं होता। अपना काम पूरी शिद्दत से करते रहिए। जिंदगी में बहुत आगे जाएंगे। पहली बार इतने करीब से पीएम को देखा है। मैंने सपने में नहीं सोचा की थी कि प्रधानमंत्री से मिल सकता हूं। अब बात मिठाई वाले की, जो पीएम से मिले हमने कहा- जय माता दी, तो पीएम मुस्कुराए
हम काशी के अर्दली बाजार में स्थित सिंधु तरंग स्वीट हाउस पहुंचे। यहां हमारी मुलाकात राजकुमार कुशवाहा से हुई। वह कहते हैं- अर्दली बाजार में 1994 से मिठाई की दुकान चला रहे हैं। हम काशी में पीएम का स्वागत करेंगे, यह हमने कभी नहीं सोचा था। लेकिन हम एयरपोर्ट पर पहुंचे और उनके प्लेन से उतरने पर हमारे जैसे आम आदमी ने उनका स्वागत किया। इस खुशी का इजहार ही नहीं कर सकते। यह हमारे लिए अद्भुत पल था। राजकुमार कहते हैं- जब वो हमारे पास आए तो हमने जय माता दी कहा, तो वे मुस्कुराए और उन्होंने हाथ जोड़ लिया। हमारे लिए वो पल कभी न भूलने वाला था। मुझे मलाल है कि उन्हें कोई भेंट नहीं दे सका
राजकुमार ने कहा- एयरपोर्ट में हमारे अलावा 17 लोग और थे। मुझे सिर्फ इतना मलाल है कि अपने सांसद को कोई भेंट नहीं दे सका, क्योंकि हमें अनुमति नहीं दी गई थी। चारों तरफ सिक्योरिटी थी। उनके प्लेन के उतरने के बाद हम लोगों को हवाई पट्टी पर ले जाया गया था। जो खुशी हमें हुई है उसे हम शब्दों में नहीं बता सकते हैं। अब सिंधु तरंग स्वीट्स को जानते हैं... छेने का दही बड़ा खाने आते हैं लोग
राजकुमार ने बताया- हमारी दुकान साल 1994 में शुरू हुई और इसकी कोई अन्य ब्रांच नहीं है। यहां छेने और खोवे के कई आइटम मिलते हैं। जिसमें छेने का दही बड़ा काफी फेमस है। जिसे खाने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं। हमारी दिली इच्छा थी की पीएम हमारी दुकान के इस फेमस आइटम को चखें पर हमें अनुमति नहीं थी। दुकान में 50 वर्कर करते हैं काम
राजुकमार ने बताया कि उनकी दुकान में 50 से अधिक वर्कर काम करते हैं। यहां रोजाना ताजी मिठाई खोवे और छेने से बनाई जाती है। जिसे लेने के लिए लोग सुबह 11 बजे से रात के 10 बजे तक दुकान पर आते रहते हैं। इसके अलावा यहां काजू और अखरोट की बाइट्स भी मिलती हैं। जिसे लेने के लिए ग्राहक उमड़ते हैं। अब काशी की सबसे पुरानी मिठाई की दुकानों में शुमार श्रीराम भंडार के सौरभ गुप्ता की बात... जैसे लगा फिल्म चल रही हो
वाराणसी में 1870 में खुली श्रीराम भंडार मिठाई की दुकान की मिंट हाउस ब्रांच को संभालने वाले सौरभ गुप्ता ने कहा- एक आम आदमी को इतनी बड़ी हस्ती से मिलने का मौका मिला, यही अद्भुत था। इतनी आसानी से हम लोग वहां गए, लाइन में खड़े रहे। पीएम आये और पूरा एरिया सुरक्षाकर्मियों ने घेर लिया। इसके बाद वो नीचे उतरे और हम सभी से मिले जैसे लगा फिल्म का कोई सीन फिल्माया जा रहा हो। पूछा- कैसा है, तो कहा- बढ़िया
सौरभ ने कहा- वो सबसे मिलते हुए मेरे पास आकर खड़े हुए तो हमने नमस्ते किया। बोले कैसा है? तो हमने कहा बढ़िया है। फिर वो मुस्कुराए और आगे बढ़ गए। वो पल अद्भुत था। हमको पूरे बनारस के कई लोगों का फोन आया और बधाई दी गई। बनारस के लिए और हमारे लिए गर्व है कि वो हमारे सांसद और देश के पीएम हैं और हमें उनसे मिलने का मौका मिला। दुकान की तिरंगा बर्फी फेमस
श्रीराम भंडार साल 1870 में खुला और इस दुकान ने आजादी में अहम भूमिका निभाई। जब साल 1942 में भारत का झंडा सामने आया तो अंग्रेजों ने उस पर रोक लगा दी। ऐसे में हमारे पूर्वजों ने मिठाई में अनूठा प्रयोग किया और तिरंगा बर्फी की शुरुआत की जो तीन लेयर से मिलकर आज तक बन रही है। इसे अब जीआई टैग भी मिल चुका है। इसकी रेसिपी को कई सारे अवॉर्ड मिल चुके हैं। तिरंगा बर्फी 500 रुपए किलो है। इसके अलावा कचौड़ी भी काफी फेमस है। जिसे खाने वालों की भीड़ लगती है। भाजपा जिलाध्यक्ष हंसराज विश्वकर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री जी और भाजपा की विचारधारा है- सबका साथ सबका विकास। पीएम वाराणसी दौरे पर आते हैं तो कभी-कभी स्थानीय लोगों से मिलते हैं। इस बार हम लोगों ने पांच लोगों को मिलवाया। प्रधानमंत्री ने उनसे बातचीत की। उनका हालचाल जाना। ---------------------------------------------------------
काशी में मोदी बोले- सिंदूर के बदले का वचन पूरा: टैरिफ वॉर के बीच कहा- वही खरीदेंगे-बेचेंगे जिसे बनाने में भारतीय का पसीना बहा पीएम नरेंद्र मोदी ने काशी में कहा- मैंने बेटियों के सिंदूर का बदला लेने के लिए जो वचन दिया था, वो पूरा हो गया। ये महादेव के आशीर्वाद से ही पूरा हुआ। मैं ऑपरेशन सिंदूर की सफलता को उनके चरणों में समर्पित करता हूं। अगर पाकिस्तान ने फिर कोई पाप किया तो हमारी मिसाइलें आतंकियों को तबाह कर देंगीं। पढ़िए पूरी खबर...
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