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    ‘मैं जिंदा हूं, इलेक्शन कमीशन ने मुझे मार दिया’:‘मृत’ वोटर्स बोले– हर चुनाव में वोट डाले, BLO घर आए नहीं, सीधे हमें मुर्दा बना दिया

    2 days ago

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    ‘क्या मैं मर चुकी हूं… मैं तो आपके सामने हूं, लेकिन वोटर लिस्ट में मेरे नाम के आगे मृत लिखा हुआ है। मैं 2020 में विधानसभा, 2024 में लोकसभा चुनाव में वोट दे चुकी हूं। वोटर लिस्ट में हमेशा मेरा नाम रहा है, इस बार जब ड्राफ्ट वोटर लिस्ट जारी हुई तो इसमें मेरा नाम ही नहीं है। ये लिस्ट देखिए, जिसमें मैं मृत हूं।' ये बातें भोजपुर, समस्तीपुर और बेगूसराय के उन वोटर्स ने कहीं, जो जिंदा हैं, लेकिन चुनाव आयोग की ओर से वोटर्स की ड्राफ्ट लिस्ट में मृत बताए गए हैं। इनके अलावा, मुजफ्फरपुर और भागलपुर के कई ऐसे वोटर्स हैं, जो जिंदा हैं, लेकिन उनका नाम वोटर लिस्ट से गायब है। वे अपने घर पर होने का प्रमाण भी दे रहे हैं, वोटर आईडी कार्ड दिखा रहे हैं, लेकिन उन्हें आयोग की लिस्ट में स्थानांतरित बता दिया गया है। मुजफ्फरपुर में एक ही बूथ पर 10 से ज्यादा ऐसे लोग हैं, जिनकी मौत कई साल पहले हो चुकी है, लेकिन आयोग की लिस्ट में वे जिंदा हैं। भोजपुर, भागलपुर, समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर और बेगूसराय के दैनिक भास्कर रिपोर्टर्स ने 3 दिनों तक 10 से अधिक बूथों पर पड़ताल की। दूसरे पार्ट में पढ़िए उन 4 लोगों के बारे में जो जिंदा हैं… जिला: भोजपुर 74 साल की जिंदा मैरी टोप्पो को चुनाव आयोग ने मृत बताया आरा विधानसभा क्षेत्र की 74 साल की मैरी टोप्पो को चुनाव आयोग ने मृत घोषित कर दिया है। आयोग ने मैरी टोप्पो के साथ-साथ उनके तीनों बेटों का भी नाम ड्राफ्ट मतदाता सूची में ट्रांसफर बताया है। आरा में मोंटेसरी हाई स्कूल की टीचर रही मैरी टोप्पो कहती हैं, 'चुनाव आयोग के ड्राफ्ट सूची में मैं मृत हूं। जबकि मैं आपके सामने बैठी हूं। यह किसकी गलती है, ये बिल्कुल सरकार की गलती है।' टोप्पो ने बताया कि 'हमारी शादी झारखंड के रहने वाले सिल्वेस्टर टोप्पो से हुई थी। मैं करीब 50 साल से आरा में रह रही हूं। वार्ड चुनाव से लेकर पिछले लोकसभा चुनाव तक मैंने वोट दिया है। वोट देना मेरा अधिकार है और मैंने हमेशा वोट दिया भी है।' मैरी टोप्पो ने बताया, 'मेरे तीन बेटे है, उन तीनों का भी नाम ड्राफ्ट लिस्ट में नहीं है। सबसे बड़ा बेटा 40 साल का चंदन टोप्पो दिल्ली में काम करता है। बीच वाला बेटा आलबर्ट टोप्पो और सबसे छोटे बेटे क्लारेंस टोप्पो का भी लिस्ट में नाम नहीं है और उसे ट्रांसफर दिखाया जा रहा है।' छोटे बेटे ने कहा- BLO घर नहीं आए थे, न मुलाकात की मैरी टोप्पो के 35 साल के बेटे क्लारेंस टोप्पो ने बताया, 'SIR की प्रक्रिया जब चल रही थी तो BLO न तो घर आए थे और न ही हम लोगों से मुलाकात की थी।' स्थानीय अभिषेक द्विवेदी ने बताया, 'मामला बूथ संख्या 223 यादव विद्यापीठ प्लस टू हाई स्कूल का है। जिन लोगों का काम कटा है, उनका नाम सार्वजनिक किया गया हैं।' इस संबंध में BLO से बात की तो उन्होंने कहा, 'हमने ट्रेस किया था, लेकिन वो सभी नहीं मिले थे।' जिला: समस्तीपुर मैं जिंदा हूं और यहीं बिजनस करता हूं समस्तीपुर विधानसभा क्षेत्र के जितवारपुर गांव में भी कुछ जिंदा लोगों को मृत बताया गया है, जबकि कई ऐसे मृत लोग हैं, जिनका नाम नई ड्राफ्ट लिस्ट में है। मतदान केंद्र प्राथमिक विद्यालय जितवारपुर बूथ संख्या 234 के सत्यनारायण राय जिंदा हैं और उनका बिजनस चल रहा है। लेकिन उन्हें चुनाव आयोग की ओर से मृत बता दिया गया है। सत्यनारायण ने एक वीडियो भी जारी किया है। इसके साथ ही मोरवा विधानसभा क्षेत्र के बूथ संख्या-39, क्रम संख्या 4 पर राघवेंद्र कुमार सिन्हा का नाम मृत बताया गया है। राघवेंद्र कुमार सिन्हा स्वतंत्रता सेनानी स्व‌. मुक्तेश्वर सिन्हा के बेटे हैं, जो जीवित हैं और उनकी आयु करीब 65 वर्ष है। सत्यनारायण ने बताया, हमारे वार्ड के सुरेंद्र राम की मौत कई साल पहले हो चुकी है, लेकिन उनका नाम मतदाता सूची में दर्ज है, यानी उन्हें जिंदा बताया गया है। उनकी पत्नी पवित्री देवी का भी नाम ड्राफ्ट लिस्ट में है, जबकि पवित्री देवी कई साल पहले अपने बच्चों के साथ यहां से जा चुकी हैं। गांव की ही रीवा विजानंदन की भी मौत कई साल पहले हो चुकी है, लेकिन मतदाता सूची में उनका नाम है। बीएलओ ने नहीं मांगा कोई डॉक्यूमेंट गांव के जयंत कुमार ने बताया कि 'मतदाता पुनरीक्षण को लेकर बीएलओ उनके गांव में आए थे। उन्होंने सिर्फ फॉर्म पर साइन कराया। इसके अलावा कोई भी डॉक्यूमेंट नहीं मांगा, न कोई सवाल पूछा कि घर में कौन-कौन है, किनका निधन हो चुका है, कौन घर पर नहीं है, कौन यहां से चले गए हैं। कैमरे के सामने बोलने से मुकर गए बीएलओ भास्कर की टीम बीएलओ से मिलने की कोशिश की, तो उन्होंने घर तो बुला लिया, लेकिन कैमरे पर बात करने से साफ इनकार कर दिया। ऑफ कैमरा उन्होंने कहा, मैं खुद लोगों के घर गया हूं, इसके बाद लिस्ट को तैयार किया है। कोई गड़बड़ी रह गई है तो अभी समय है, आधार कार्ड के साथ आपत्ति दर्ज कराएं और फॉर्म 6 भरकर अपने विधानसभा क्षेत्र के निर्वाचक पंजीकरण अधिकारी (ERO) या सहायक निर्वाचक पंजीकरण अधिकारी (AERO) के पास जमा करें। लिस्ट में सुधार के बाद नाम दर्ज हो जाएगा। जिला: बेगूसराय 84 साल की उर्मिला बोलीं- 2024 में भी नाम कटा था, वोट नहीं दे पाई थी साहेबपुर कमाल विधानसभा क्षेत्र के सदानंदपुर गांव के रहने वाले चंद्रमोहन सिंह की पत्नी 84 साल की उर्मिला देवी ने 2021 तक हुए चुनावों में वोट दिया था, लेकिन इस बार की मतदाता सूची में उनका नाम नहीं है। अब 84 साल की उर्मिला के बच्चे और पति हर जगह आवेदन दे रहे हैं कि मैं जिंदा हूं। उर्मिला के बेटे विनोद प्रसाद सिंह ने बताया, 'हमारी मां वोटर लिस्ट में मृत घोषित कर दी गई। 2024 के लोकसभा चुनाव में भी वोट नहीं दे सकी थी। इस बार फिर बीएलओ को आवेदन दिए हैं, पता नहीं नाम जोड़ता है या नहीं। मेरी मां जीवित है, फिर पता नहीं किसने नाम काट दिया।' जिला: भागलपुर एकचारी पंचायत के 30 से अधिक लोगों का नाम गायब गोपालपुर विधानसभा के पूर्वी मध्य विद्यालय ढोल बजा वार्ड संख्या 7 की रहने वाली कंचन देवी का नाम में वोटर लिस्ट में नहीं है। कंचन की शादी 2008 में मंजय शाह से हुई। पिछले 15 साल से यहां वोट डाल रही है, लेकिन इस बार उसका लिस्ट में नाम नहीं है। कंचन देवी के पति बताते हैं, 'हमारे पास वोटर कार्ड है, लेकिन आज तक वोट नहीं दिया है। इस बार लिस्ट में न तो मेरा नाम है और न ही मेरी पत्नी कंचन का। ड्राफ्ट लिस्ट में हम दोनों के नाम के आगे डिलीटेड लिखा हुआ है।' कहलगांव अनुमंडल के एकचारी पंचायत के 31 लोगों का नाम मतदाता सूची से गायब है। जिनके नाम गायब हैं, उनका कहना है कि 'हम लोगों का नाम क्यों हटाया गया है, इसकी जानकारी नहीं है। हम लोग नाम जुड़वाने के लिए लगातार बीएलओ से मिल रहे हैं। अब फाइनल लिस्ट जारी होने के बाद ही पता चलेगा कि इस बार हम लोग वोट दे पाएंगे या नहीं।' गांव की सिम्मी अभिलाषा (26) ने दैनिक भास्कर से बातचीत में बताया कि, 'पिछली बार मैंने वोट डाला था, इस बार ड्राफ्ट लिस्ट में नाम नहीं है। मैं तो जिंदा हूं, फिर भी मेरा नाम नहीं है। ' मधु देवी (43) बताती हैं, 'पिछले 15 सालों से वोट कर रही हूं, लेकिन इस बार लिस्ट से मेरा नाम गायब है।' प्रदीप कुमार सिंह ने बताया, 'गांव के 31 लोगों का नाम एक झटके में हटा दिया गया है।' डीएम बोले- लिस्ट में उनका नाम गायब, जो दूसरी जगह चले गए या मृत हैं डीएम नवल किशोर चौधरी ने बताया कि 'लिस्ट से उन लोगों का ही नाम गायब है, जो दूसरी जगह चले गए हैं या मृत हैं। अगर कोई ऐसा भी है, जिनका नाम वोटर लिस्ट में नहीं है तो फॉर्म-6 भरकर अपना नाम जुड़वा सकता है।' 'जिन लोगों ने फॉर्म भरकर नहीं दिया है, उनके लिए प्रशासन ने BLOs काम कर रहे हैं। साथ ही राजनीतिक दलों से भी अपील की है कि वे लोगों से आग्रह करें कि अपना नाम फॉर्म-6 भरकर जुड़वा लें।' जिला: मुजफ्फरपुर 10 से अधिक मृत वोटर्स को चुनाव आयोग ने जिंदा बताया मुजफ्फरपुर नगर निगम क्षेत्र के वार्ड 27 के नई ड्राफ्ट लिस्ट में कई ऐसे लोगों के नाम दर्ज हैं, जिनका निधन कई साल पहले हो चुका है। वहीं, कुछ जीवित मतदाताओं का नाम सूची से काट दिया गया। वार्ड 27 के पार्षद अजय ओझा ने बताया कि 'उनके भाई नरेश ओझा की मृत्यु हो चुकी है। इसके बावजूद उनका नाम नए ड्राफ्ट मतदाता सूची में मौजूद है।' 'बीएलओ घर से बैठकर फॉर्म भर देते हैं। नतीजा यह होता है कि मृतक का नाम सूची में रहता है और जीवित लोगों का नाम हटा दिया जाता है। हमने कई बार बीएलओ से शिकायत की, लेकिन उन्होंने कोई ध्यान नहीं दिया। यह पूरी तरह से लापरवाही है।' एक ही परिवार के तीन मृत सदस्य ‘जिंदा’ इसी वार्ड के नवनीत कुमार शरण, जो रिटायर्ड बैंककर्मी हैं। वे मतदाता सूची की गड़बड़ी पर ऐतराज जताया है। उन्होंने बताया कि 'मेरे छोटे भाई नवीन कुमार शरण की पत्नी सोनिया शरण का निधन 18 अक्टूबर 2018 को हुआ। मेरी मां शांता शरण का निधन 5 जुलाई 2019 को हुआ। मेरे बेटे मनीत मणि का निधन 2 फरवरी 2025 को हुआ।' 'ये तीन इस दुनिया में नहीं हैं, फिर भी उनके नाम ड्राफ्ट मतदाता सूची में दर्ज हैं। बीएलओ ने कभी घर आकर सत्यापन नहीं किया। वे केवल घर में बैठकर कागजों पर काम कर देते हैं।' बूथ संख्या 184 में भी 10 मृत मतदाता को जिंदा बताया वार्ड 27 के बूथ संख्या 184, चक अब्दुल वाहिद की सूची में भी बड़ी गड़बड़ी सामने आई है। स्थानीय लोगों ने मृत मतदाताओं की एक सूची सार्वजनिक की है। इसमें 10 लोगों के नाम दर्ज हैं, जिनमें, बसंत शुक्ला, नरेश कुमार, मीना देवी, रामानंद सिंह, रेनु देवी आदि शामिल हैं। लोगों का कहना है कि 'इन सभी का निधन हो चुका है, लेकिन उनके नाम अब भी मतदाता सूची में दर्ज हैं।' मुजफ्फरपुर विधानसभा में वार्ड 27 में 6 से अधिक मृतकों को जिंदा बताया मुजफ्फरपुर विधानसभा क्षेत्र संख्या 94 के वार्ड नंबर 27 के मतदान केंद्र तालीमी मकतब, मझौलिया रोड संख्या 183 के मतदाता सूची में आधा दर्जन से अधिक मृतकों के नाम दर्ज पाए गए हैं। रिपोर्टर: भोजपुर से अभिनय प्रकाश, भागलपुर से अमरजीत, बेगूसराय से सुरेंद्र किशोरी, समस्तीपुर से मोहन मंगलम और मुजफ्फरपुर से धीरज ठाकुर ---------------------------------- ये खबर भी पढ़ें... आपका नाम मृतकों की लिस्ट में है-दैनिक भास्कर को बताएं:SIR में हटाए गए 65 लाख वोटर्स की लिस्ट जारी, जानिए कैसे चेक करें नाम बिहार में ड्राफ्ट सूची से बाहर किए 65 लाख मतदाताओं की लिस्ट जारी कर दी गई है। वोटर अपने नाम जिलों की आधिकारिक वेबसाइट पर देख सकते हैं। वोटर लिस्ट में अपना नाम देखने के लिए सबसे पहले वेबसाइट https://voters.eci.gov.in/download-eroll?stateCode=S04 जाएं। यहां अपना जिला सिलेक्ट करें। पूरी प्रकिया यहां पढ़ें...
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