Search…

    Saved articles

    You have not yet added any article to your bookmarks!

    Browse articles
    Select News Languages

    GDPR Compliance

    We use cookies to ensure you get the best experience on our website. By continuing to use our site, you accept our use of cookies, Privacy Policies, and Terms of Service.

    मनीषा की मौत पर कॉलेज प्रबंधन पहली बार सामने आया:बोला- कॉलेज 1 बजे बंद होता है, CCTV में वह 1.55 बजे दिखी; सीधा दाखिला भी नहीं लेते

    23 hours ago

    1

    0

    हरियाणा के भिवानी में लेडी टीचर मनीषा (19) की मौत के मामले में पहली बार आइडियल नर्सिंग कॉलेज प्रबंधन सामने आया है। प्रबंधन ने दावा किया कि 11 अगस्त को मनीषा या कोई अन्य लड़की उनके कॉलेज में एडमिशन इन्क्वायरी के लिए आई ही नहीं थी। कॉलेज में दोपहर 1 बजे छुट्टी हो जाती है, जबकि मनीषा दुकानों पर लगे सीसीटीवी में दोपहर 1:55 बजे दिखाई दे रही है। इसके अलावा हमारे यहां सीधे एडमिशन नहीं होते, रोहतक पीजीआई प्रवेश परीक्षा कराता है। बता दें कि मनीषा के पिता संजय ने कॉलेज प्रबंधन की भूमिका पर सवाल उठाए थे। उनका कहना था कि मनीषा ने खुद फोन करके कहा था कि स्कूल से छुट्टी के बाद वो नर्सिंग कॉलेज में दाखिले के बारे में पता करने जाएगी। पिता का ये भी कहना था कि शाम तक बेटी घर नहीं पहुंची तो ढूंढते हुए कॉलेज में पहुंचे थे। वहां 3 व्यक्ति थे, जो नशे में लग रहे थे। उनसे पूछा कि लड़की आई थी क्या। उन्होंने कहा कि हमारा कॉलेज तो दोपहर 1 बजे के बाद बंद हो गया था। मनीषा नाम की लड़की यहां पर नहीं आई। सीसीटीवी दिखाने से भी मना कर दिया। परिजनों ने मनीषा की मौत के मामले में कॉलेज की भूमिका होने के आरोप लगाए थे। घटना के बाद से कॉलेज प्रबंधन की तरफ से कोई पक्ष नहीं आया था। पुलिस ने कॉलेज के बाहर सुरक्षा बढ़ा रखी थी और बिना अनुमति अंदर नहीं जाने दे रहे थे। अभी भी कॉलेज के आसपास पुलिस का पहरा है। आइडियल प्रबंधन का नर्सिंग कॉलेज और स्कूल है। इसमें अशोक सांगवान, प्रद्युम्मन श्योराण, प्रकाश सांगवान, नरेंद्र सिंघानी और रामनिवास पार्टनर हैं। नर्सिंग कॉलेज के ही बगल में आइडियल स्कूल है। इसी कॉलेज की बस से ही गांव लौटती थी मनीषा कॉलेज प्रबंधन का दावा है कि मनीषा जिस स्कूल में पढ़ाती थी, उसकी बस गांव ढाणी लक्ष्मण में नहीं जाती थी। इसलिए मनीषा उनके आइडियल कॉलेज की बस में ही करीब एक माह से घर आती-जाती थी। उस दिन मनीषा बस में आई ही नहीं। कॉलेज प्रबंधन ने अपने दावे के पीछे ये 4 आधार गिनवाए… दावा -1ः स्टाफ 2 से 3 बजे के बीच चला जाता है, यहां गर्ल्स हॉस्टल में लड़कियां रह रहीं कॉलेज प्रबंधन का दावा है कि मनीषा सिंघानी के जिस प्ले वे स्कूल में पढ़ाती है, उस स्कूल से नर्सिंग कॉलेज के बीच दुकानों के सीसीटीवी में दोपहर करीब 1ः55 बजे तक दिखी है। जबकि नर्सिंग कॉलेज में दोपहर 1 बजे छुट्टी हो जाती है। स्टाफ 2 से 3 बजे के बीच चला जाता है। नर्सिंग कॉलेज में 150-200 लड़कियां पढ़ती हैं। पहले फ्लोर पर गर्ल्स हॉस्टल में 20-30 लड़कियां रहती हैं। उस दिन लड़कियों के साथ दो महिला कर्मचारी भी मौजूद थीं। संस्था के सभी कर्मचारी पुलिस जांच में सहयोग कर रहे हैं। जब-जब पूछताछ के लिए बुलाया गया, तब-तब गए। इसी वजह से अभी तक मीडिया के सामने नहीं आए। दावा- 2ः कॉलेज में सीधे दाखिले ही नहीं होते, PGI रोहतक प्रवेश परीक्षा लेता है प्रबंधन का तर्क है कि B.Sc नर्सिंग के रजिस्ट्रेशन रोहतक पीजीआई की ओर से किए जा रहे हैं। एडमिशन के लिए रजिस्ट्रेशन फॉर्म भरे जा रहे हैं। इसके बाद रोहतक पीजीआई प्रवेश परीक्षा लेगा। उस परीक्षा में मेरिट के आधार पर दाखिले होते हैं। किसी कॉलेज के पास डायरेक्ट दाखिले का अधिकार नहीं है। दावा- 3ः पुलिस 11 अगस्त को शाम 8 बजे पहुंची, स्टाफ ने कहा कि सुबह आना प्रबंधन का कहना है कि 11 अगस्त को पुलिस वाले रात करीब सवा 8 बजे आए थे। पुलिस ने स्कूल के सिक्योरिटी स्टाफ से बात की। स्टाफ ने कहा था कि रात को कॉलेज बंद रहता है, सुबह आकर चेक करवा देंगे। पुलिस के साथ मनीषा के परिजन भी मानकर लौट गए थे। प्रबंधन का कहना है कि अगर पुलिस रात को ही फोर्स करती तो किसी महिला स्टाफ को बुलाकर कॉलेज में सबकुछ चेक करवा देते। संस्थान के कॉलेज और स्कूल में लगे CCTV की DVR पुलिस को सौंप दी गई है। दावा- 4ः कॉलेज में किसी नेता का हिस्सा नहीं, राजस्थान से दुष्प्रचार किया गया प्रबंधन से जुड़े लोगों का दावा है कि कॉलेज में किसी राजनेता का हिस्सा नहीं है। कॉलेज के वार्षिक फंक्शन में भी किसी नेता को नहीं बुलाया जाता। उन्होंने आरोप लगाया कि राजस्थान में एक काम्पिटीटर संस्थान की ओर से इस बारे में दुष्प्रचार किया गया है। प्रबंधन ने कहा कि मनीषा की मौत के मामले में CBI जांच जल्दी शुरू होनी चाहिए, ताकि सच सामने आ सके। अब जानिए मनीषा के पिता और मामा ने कॉलेज पर क्या आरोप लगाए थे पुलिस ने जांच में 2 दावे किए… कॉलेज के CCTV बंद थे, FSL जांच करवाई पुलिस लगातार कॉलेज को क्लीन चिट दे रही पुलिस की ओर से कहा गया कि प्रारंभिक जांच में सामने आया कि आइडियल नर्सिंग कॉलेज में लगे कैमरे 31 जुलाई से बंद थे, हालांकि DVR चल रही थी। कॉलेज स्टाफ से पूछताछ की गई। दूसरा, यह भी कहा गया कि कॉलेज के सभी कमरों की फोरेंसिक (FSL) टीम ने जांच की। हालांकि इस दौरान कुछ संदिग्ध नहीं मिला। घटना के बाद से कॉलेज के बाहर पुलिस तैनात है। नर्सिंग ऑफिसर बनना चाहती थी मनीषा, सुसाइड नोट में भी जिक्र गांव ढाणी लक्ष्मण निवासी संजय को 3 बच्चे हैं। जिनमें से दो बड़ी बेटियां और एक छोटा बेटा है। मनीषा सबसे बड़ी बेटी थी। मनीषा ने 12वीं कक्षा की पढ़ाई विज्ञान विषय से की थी। वह मेडिकल लाइन में जाना चाहती थी। इसलिए मनीषा बीएससी नर्सिंग में दाखिला लेना चाहती थी। 11 अगस्त यानी जिस दिन लापता हुई, उस दिन घर से कहकर निकली थी कि आज नर्सिंग कॉलेज में दाखिले के लिए जाएगी। हर रोज मनीषा स्कूल की बस में ही घर लौटती थी। लेकिन 11 अगस्त को वह स्कूल बस में घर नहीं लौटी। मनीषा ने कहा था कि वह लेट आएगी, नर्सिंग कॉलेज में एडमिशन के लिए जाना है। यह नर्सिंग कॉलेज मनीषा के प्ले स्कूल से करीब एक-डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर है। मनीषा नर्सिंग ऑफिसर बनना चाहती थी, इसका जिक्र मिले सुसाइड नोट में भी है। भाजपा के पूर्व मंत्री दलाल दे चुके सफाई-कॉलेज से लेना-देना नहीं खट्टर सरकार में कृषि और नायब सैनी के पहले कार्यकाल में वित्त मंत्री रहे जेपी दलाल ने रविवार को स्पष्ट किया कि उनका या उनके परिवार का कॉलेज या स्कूल से कोई लेना-देना नहीं है। दलाल मनीषा के घर शोक जताने पहुंचे थे। उन्होंने कहा- मैं CM से प्रार्थना कर रहा हूं कि जांच करवाएं कि क्या इस कॉलेज या स्कूल में मेरा या परिवार का कोई हिस्सा है। इससे तो क्या, किसी भी स्कूल-कॉलेज से कोई लेना-देना नहीं। परिवार की मांग के अनुरूप सरकार ने CBI को जांच सौंप दी है। -------------------------- मनीषा से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें :- मनीषा के घर से निकलने-लाश मिलने तक की कहानी:अंतिम बार कुछ कहना चाहती थी, पिता कॉल नहीं उठा पाए; नर्स बनना चाहती थी हरियाणा के भिवानी जिले में प्ले-वे स्कूल की लेडी टीचर मनीषा (19) की लाश मिलने के 5 दिन बाद पुलिस इसे सुसाइड बता रही है। मनीषा नर्स बनना चाहती थी। नर्सिंग कॉलेज में दाखिले के लिए फीस जुटाने के लिए ही महीना भर पहले प्ले-वे स्कूल में पढ़ाने लगी। अभी उसकी पहली सैलरी आनी थी। (पूरी खबर पढ़ें) मनीषा केस में जांगड़ा बोले-शरीर में जहर के अंश मिले:दोषी बख्शा नहीं जाएगा, रोहतक में कहा- कांग्रेस की हालत चोर मचाए शोर जैसी रोहतक में भाजपा के राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा ने प्रदेश कार्यालय मंगल कमल में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि मनीषा की मौत का मामला संदिग्ध बना हुआ है। यह हत्या है या आत्महत्या, इसकी जांच जारी है। पूरी खबर पढ़ें... खट्‌टर बोले- मनीषा केस में पुलिस ने कुछ चीजें ढूंंढी: झगड़ा और दोषी निकला तो लोकल निकलेगा; पिता का VIDEO- राजनीति न करें हरियाणा में भिवानी की लेडी टीचर मनीषा की मौत के मामले में केंद्रीय मंत्री व पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्‌टर ने कहा कि हरियाणा पुलिस मामले की सही जांच कर रही है। उन्होंने कुछ चीजें ढूंंढी हैं। फिर भी परिवार की मांग पर केस CBI को सौंपा जाएगा। पूरी खबर पढ़ें...
    Click here to Read more
    Prev Article
    गुजरात की सबसे बड़ी इको-फ्रेंडली गणेश प्रतिमा:मुंबई के कारीगरों ने सूरत में 350 किलो टिशू पेपर से बनाई, प्लाट में बनाई झील में करेंगे विसर्जन
    Next Article
    कुरुक्षेत्र के ब्रह्मसरोवर में चूहों के कारण परिक्रमा पथ धंसा:अधिकारी बोले- मार भी नहीं सकते, पाप लगेगा; एक्सपर्ट से राय मांगी

    Related Politics Updates:

    Comments (0)

      Leave a Comment