PM मोदी ने अंतरिक्ष से लौटे शुभांशु को गले लगाया:एस्ट्रोनॉट ने टैबलेट पर अंतरिक्ष के सफर की पिक्चर दिखाई, 25 को लखनऊ आएंगे
17 hours ago

पीएम मोदी ने लखनऊ के एस्ट्रोनॉट शुभांशु शुक्ला से सोमवार शाम दिल्ली में मुलाकात की। PM मोदी ने शुभांशु से हाथ मिलाया और गले लगा लिया। पीठ थपथपाते हुए शाबाशी भी दी। शुभांशु ने टैबलेट पर उन्हें अंतरिक्ष के सफर की तस्वीरें दिखाईं। मोदी के साथ शुभांशु की ये मुलाकात करीब 20 मिनट चली। एस्ट्रोनॉट शुभांशु अमेरिका से शनिवार देर रात भारत लौटे। दिल्ली एयरपोर्ट पर केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह और दिल्ली की CM रेखा गुप्ता ने शुभांशु का स्वागत किया। लखनऊ से शुभांशु से मिलने पिता शंभु दयाल शुक्ला और बहन शुचि मिश्रा भी पहुंची थीं। शुचि मिश्रा से दैनिक भास्कर ने फोन से बात की। उन्होंने बताया, पीएम मोदी से मिलने शुभांशु अकेले गए थे। प्रधानमंत्री ने शुभांशु से अंतरिक्ष में बताए 18 दिन के सभी एक्सपीरियंस के बारे में जानकारी ली। अंतरिक्ष में किए गए प्रयोगों के बारे में जाना। पूछा, 'एक-एक प्रयोग में कितना समय लगा? किस तरह के प्रयोग किए?' शुभांशु से यह भी पूछा कि जीरो ग्रेविटी में सर्वाइव करना कितना मुश्किल था? उनके लिए कौन-कौन से चैलेंज सामने आ रहे थे? गगनयान मिशन को लेकर भी शुभांशु से बातचीत की। शुभांशु की 21 अगस्त को दिल्ली में प्रेसवार्ता है। उसमें शुभांशु अपनी अंतरिक्ष यात्रा के बारे में देश को बताएंगे। 25 अगस्त को शुभांशु लखनऊ आएंगे। पीएम मोदी से शुभांशु की मुलाकात की 4 फोटो देखिए... लोकसभा में अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला पर विशेष चर्चा शुभांशु किसी दल के नहीं, विपक्ष अंतरिक्ष से नाराज हैं: केंद्रीय मंत्री लोकसभा की 2 बजे की कार्यवाही में एस्ट्रोनॉट शुभांशु पर चर्चा शुरू हुई। लोकसभा में स्पीकर ओम बिड़ला ने दोपहर 2 बजे अंतरिक्ष से लौटे शुभांशु शुक्ला पर विशेष चर्चा का प्रस्ताव रखा। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा- मुझे यह देखकर पीड़ा हो रही है कि ऐसे वक्त में जब देश में जश्न का माहौल है, देशवासी गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं, अंतरिक्ष में भारत के कदम का जश्न मना रहे हैं, विपक्ष इस पर बोल भी नहीं पा रहा है। उन्होंने कहा- आपकी नाराजगी सरकार से हो सकती है, एस्ट्रोनॉट से कैसे हो सकती है? शुभांशु एयरफोर्स के सिपाही हैं, किसी राजनीतिक दल से ताल्लुक नहीं है। आप धरती से भी नाराज हैं, आकाश से भी नाराज हैं और आज अंतरिक्ष से भी नाराज हैं। एक डॉक्टर होने के नाते ये मनोस्थिति समझ सकता हूं, ये नाराजगी तब होती है, जब आदमी हताश होता है। ये नाराजगी किसी से नहीं अपने आप से होती है। विपक्ष खुद से हताश है। विपक्ष समेत सभी से अपील करूंगा कि अंतरिक्ष यात्रियों के लिए तो चर्चा कर लें। पढ़ें पूरी खबर... प्रौद्योगिकी मंत्री के पोस्ट का दिया जवाब
प्रौद्योगिकी और पृथ्वी विज्ञान मंत्री जितेंद्र सिंह ने शुभांशु के लिए एक्स पर पोस्ट किया था। उन्होंने शुभांशु के स्वागत में लिखा- यह भारत और ISRO के लिए गौरव का क्षण! प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में इसे संभव बनाने वाली व्यवस्था के प्रति कृतज्ञता का क्षण। भारत का अंतरिक्ष गौरव भारत की धरती को छू रहा है... मां भारती के सपूत गगनयात्री शुभांशु शुक्ला आज तड़के सुबह दिल्ली पहुंच रहे हैं। शुभांशु के साथ एक और कुशल ग्रुप कैप्टन प्रशांत बालकृष्णन नायर भी हैं, जो भारत के पहले मानव मिशन गगनयान के लिए चुने गए अंतरिक्ष यात्रियों में से हैं। वह अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन #ISS के मिशन के लिए भारत के नामित बैकअप थे। शुभांशु ने केंद्रीय मंत्री के इस पोस्ट का जवाब दिया है। उन्होंने लिखा- “घर लौटकर निश्चित रूप से अच्छा लग रहा है, धन्यवाद सर।” पिता बोले - 25 को लखनऊ आने की उम्मीद
शुभांशु के पिता शंभु दयाल शुक्ल ने बताया कि बेटा 25 अगस्त को लखनऊ आ सकता है। परिवार लंबे समय से उनके लौटने का इंतजार कर रहा था। मां आशा शुक्ला इस वक्त लखनऊ में स्वागत की तैयारियों में लगी हैं और बेहद खुश हैं। दिल्ली एयरपोर्ट पर शुभांशु की पत्नी कामना और बेटे किआश भी मौजूद रहे। एक साल के लंबे इंतजार के बाद परिजनों ने उन्हें गले लगाकर स्वागत किया। पिता शंभुदयाल ने कहा- “बेटे की वापसी का बेसब्री से इंतजार था> अब घर आकर पूरा परिवार गर्व महसूस कर रहा है।” शुभांशु ने फ्लाइट में बैठने के बाद क्या लिखा था, पढ़िए...
भारत वापस आने के लिए विमान में बैठते ही मेरे दिल में कई तरह की भावनाएं उमड़ रही हैं। मुझे उन शानदार लोगों को पीछे छोड़कर जाने का दुख है, जो इस मिशन के दौरान एक साल से मेरे दोस्त और परिवार थे। मैं मिशन के बाद पहली बार अपने दोस्तों, परिवार और देशवासियों से मिलने को लेकर उत्साहित हूं। मुझे लगता है कि जिंदगी यही है... सबकुछ एक साथ। मिशन के दौरान और बाद में सभी से अविश्वसनीय प्यार और समर्थन मिला। मुझे अपने देश पहुंचने की बेसब्री है। मैं आप सभी के साथ अपने अनुभव साझा करने का बेसब्री से इंतजार कर रहा हूं। अलविदा कहना मुश्किल होता है, लेकिन हमें जिंदगी में आगे बढ़ते रहना चाहिए। जैसा कि मेरी कमांडर @astro_peggy (पैगी व्हिटसन) प्यार से कहती हैं- अंतरिक्ष उड़ान में एकमात्र स्थिर चीज बदलाव है। मेरा मानना है कि यह बात जिंदगी पर भी लागू होती है। मुझे लगता है- यूं ही चला चल राही...जीवन गाड़ी है... समय पहिया। मां बोलीं- बेटे को सीने से लगाकर प्यार-दुलार करूंगी
शुभांशु की मां आशा शुक्ला ने दैनिक भास्कर से कहा- वह मेरे लिए पत्नी और बच्चों के साथ अमेरिका से वापस आया है। बेटा 25 अगस्त को लखनऊ पहुंचेगा। एक मां जैसे अपने बच्चे का स्वागत करती है, वैसे ही हम भी उसका स्वागत करेंगे। उसे सीने से लगाकर बहुत सारा प्यार-दुलार करूंगी। ये गर्व का पल है। पूरे देश के लिए ये अद्भुत क्षण है। ऐसे में हर कोई उनसे मिलना चाहता है। अब मेरे अलावा वो पूरे देश का भी बेटा बन चुका है। 16 महीने बाद लखनऊ आएंगे शुभांशु
मां आशा शुक्ला ने बताया- अगस्त 2024 में शुभांशु अमेरिका के लिए रवाना हुए थे। इससे 4 महीने पहले यानी अप्रैल में लखनऊ से बेंगलुरु गए थे। तब उनसे भेंट नहीं हुई थी। अब करीब 16 महीने बाद वो लखनऊ आएंगे तो मुलाकात होगी। अमेरिका जाने से पहले ISRO में उनकी कई महीनों की ट्रेनिंग हुई थी। इसके बाद फाइनली अमेरिका गए थे। 18 दिन के अंतरिक्ष मिशन के बाद वे 15 जुलाई को अमेरिका लौटे थे। एक्सियम मिशन-4 के तहत 25 जून को शुभांशु शुक्ला सहित चार एस्ट्रोनॉट इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के लिए रवाना हुए थे। 26 जून को भारतीय समयानुसार शाम 4:01 बजे ISS पहुंचे थे। 18 दिन रहने के बाद 15 जुलाई को पृथ्वी पर लौटे थे। कैलिफोर्निया के तट पर लैंडिंग हुई थी। लखनऊ में तैयारी, सीएम को न्योता भेजा गया
शुभांशु ने जिस लखनऊ के सिटी मॉन्टेसरी स्कूल से पढ़ाई की है, उसके प्रवक्ता ऋषि खन्ना ने बताया कि 25 अगस्त को शुभांशु के स्वागत में एयरपोर्ट से लेकर सीएमएस गोमतीनगर एक्सटेंशन तक रैली निकाली जाएगी। इसके बाद CMS के गोमतीनगर एक्सटेंशन ब्रांच में ही उनका सम्मान समारोह आयोजित किया जाएगा। इसमें सीएम योगी को आमंत्रित किया गया है। इस दौरान उनके परिवार के अन्य सदस्य भी मौजूद रहेंगे। 41 साल बाद कोई भारतीय अंतरिक्ष में गया
अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा और भारतीय एजेंसी इसरो के बीच हुए एग्रीमेंट के तहत भारतीय वायु सेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला को एक्सियम मिशन-4 के लिए चुना गया था। शुभांशु इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर जाने वाले पहले और स्पेस में जाने वाले दूसरे भारतीय हैं। इससे 41 साल पहले राकेश शर्मा ने 1984 में सोवियत यूनियन के स्पेसक्राफ्ट से अंतरिक्ष यात्रा की थी। शुभांशु का ये अनुभव भारत के गगनयान मिशन में काम आएगा। ये भारत का पहला मानव अंतरिक्ष मिशन है, जिसका उद्देश्य भारतीय गगनयात्रियों को पृथ्वी की निचली कक्षा में भेजना और सुरक्षित रूप से वापस लाना है। इसके 2027 में लॉन्च होने की संभावना है। भारत में एस्ट्रोनॉट को गगनयात्री कहा जाता है। इसी तरह रूस में कॉस्मोनॉट और चीन में ताइकोनॉट कहते हैं। ----------------------------- यह खबर भी पढ़िए... एस्ट्रोनॉट शुभांशु बोले- मुझे भारत पहुंचने की बेसब्री, अमेरिका से रवाना हुए, मोदी से मिलेंगे, 25 अगस्त को लखनऊ आ सकते हैं लखनऊ के एस्ट्रोनॉट शुभांशु शुक्ला 1 साल बाद भारत आ रहे हैं। वो अमेरिका से रवाना हो चुके हैं। फ्लाइट में चढ़ने के बाद उन्होंने शनिवार को खुद इसकी जानकारी दी। इंस्टाग्राम पर फोटो शेयर कर लिखा- यूं ही चला चल राही... जीवन गाड़ी है, समय पहिया। मुझे...पूरी खबर पढ़ें
Click here to
Read more