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    भागवत बोले- संघ में जितने पुरुष उतनी ही महिलाएं हैं:अगर समाज बदलना है तो आधी आबादी को अलग नहीं रख सकते, महिलाओं की भागीदारी जरूरी

    3 hours ago

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    राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत ने सोमवार को दिल्ली में एक बुक लॉन्च इवेंट में कहा- मुझसे जयपुर में पूछा गया कि संघ में कितनी महिलाएं हैं। मैंने जवाब दिया- संघ में जितने पुरुष हैं, उतनी ही महिलाएं हैं। यह सवाल अक्सर उठता है कि महिलाओं को RSS में सीधे तौर पर शामिल होने की अनुमति क्यों नहीं है। इसपर भागवत ने कहा, जितने स्वयंसेवक हमारे पास हैं, उतनी ही महिलाएं भी हमारे साथ हैं। कोई स्वयंसेवक की मां, कोई पत्नी, तो कोई बहन हैं। स्वयंसेवक अपना काम इसलिए कर पाते हैं, क्योंकि उनके परिवार की महिलाएं चाहती हैं कि वे यह जिम्मेदारी निभाएं। RSS चीफ ने कहा- अगर समाज को बदलना है, तो आधी आबादी को अलग नहीं रखा जा सकता। समाज में सुधार और बदलाव लाने के लिए महिलाओं की भागीदारी बेहद जरूरी है। RSS चीफ बोले- हम कई फैसले राष्ट्र सेविका समिति से बातचीत करके लेते हैं मोहन भागवत ने कहा- संघ कई मुद्दों पर फैसले महिला संगठन राष्ट्र सेविका समिति से विचार-विमर्श और समन्वय करके करता है। यह समिति 1936 में महिलाओं के लिए बनाई गई थी, ताकि वे पुरुषों के लिए बने आरएसएस के समानांतर काम कर सकें। बता दें कि राष्ट्र सेविका समिति को RSS की महिला शाखा के रूप में माना जाता है। मोहन भागवत बोले थे- महिलाओं को पिछड़ी परंपराओं से मुक्त किया जाना चाहिए इससे पहले जुलाई में मोहन भागवत ने कहा था कि महिलाओं को पिछड़ी परंपराओं और रूढ़ियों से मुक्त करना बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा था- पुरुष और महिला दोनों जीवनभर काम करते हैं, लेकिन महिला काम के साथ भावी पीढ़ियों को भी प्रेरित करती है। बच्चों के विकास में उनका स्नेह और मार्गदर्शन अहम भूमिका निभाता है। पूरी खबर पढ़ें... जिन शाखाओं में 100+ लोग, वहां पथ संचलन 2 अक्टूबर को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की स्थापना के 100 साल पूरे हो रहे हैं। 2 अक्टूबर गांधी जयंती के दिन विजया दशमी भी है। विजया दशमी के दिन संघ की स्थापना हुई थी। संघ ने 2 अक्टूबर को अपने नए-पुराने स्वयं सेवकों को शाखाओं में पहुंचने का आह्वान किया है। एक ओर रामधुन बजेगी, वहीं जिन शाखाओं में 100 से अधिक स्वयं सेवक हैं, वहां पथ संचलन होगा। 4-6 जुलाई तक दिल्ली में संघ की अखिल भारतीय प्रांत प्रचारक बैठक में अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने शताब्दी वर्ष के कार्यक्रमों पर चर्चा की थी। घर-घर संपर्क अभियान संघ के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने बताया कि शताब्दी वर्ष में यूपी में संघ भीड़ जुटाने का कोई बड़ा कार्यक्रम आयोजित नहीं करेगा। आम लोगों से जुड़ने के लिए ग्राम पंचायत, न्याय पंचायत, ब्लॉक स्तर पर शाखाएं कार्यक्रम करेंगी। जिलों में चुनिंदा 100 से 200 लोगों की गोष्ठियां होगी। छोटी गोष्ठियां शाखा स्तर पर भी होंगी। ग्रामीण में मंडल व शहरी क्षेत्रों में बस्ती स्तर पर हिन्दू सम्मेलन होंगे। संघ ‘गृह संपर्क’ का अब तक का सबसे बड़ा अभियान चलाएगा। इसमें स्वयंसेवक 25 से 30 घरों में जाकर संघ के कार्यों की जानकारी देंगे। ------------------------ ये खबर भी पढ़ें... मोदी ने लाल-किले से पहली बार RSS की तारीफ की:कांग्रेस बोली- उन्हें भागवत की कृपा चाहिए, ताकि 75 की उम्र के बाद भी PM रहें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले के प्राचीर से पहली बार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) का जिक्र किया था। उन्होंने 79वें स्वतंत्रता दिवस के संबोधन में कहा था- आज गर्व के साथ मैं इस बात का जिक्र करना चाहता हूं कि 100 साल पहले एक संगठन आरएसएस का जन्म हुआ। 100 साल की राष्ट्र सेवा गौरवपूर्ण है। पीएम ने कहा था- सेवा, समर्पण, संगठन और अप्रतिम अनुशासन जिसकी पहचान रही है, ऐसा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ दुनिया का सबसे बड़ा NGO है। पूरी खबर पढ़ें...
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