रोहतक में तिरंगा यात्रा में एक किलोमीटर पैदल चले स्टूडेंट:केंद्रीय मंत्री गाड़ी में सवार, नेता भी गाड़ियों में निकले, ट्रैफिक किया डायवर्ट
2 days ago

रोहतक में एमडीयू क्रिकेट स्टेडियम से लेकर जाट कॉलेज तक तिरंगा यात्रा निकाली गई, जिसका शुभारंभ केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने किया। करीब एक किलोमीटर की यात्रा के दौरान विभिन्न कॉलेजों से आए स्टूडेंट पैदल चलते दिखाई दिए, जबकि मंत्री व नेता गाड़ियों में सवार होकर शामिल हुए। क्रिकेट स्टेडियम से तिरंगा यात्रा शुरू हुई, जिसमें कॉलेजों के स्टूडेंट अपने प्रोफेसरों के साथ पैदल चले। हाथ में तिरंगा लेकर भारत माता की जय का जयघोष करते हुए जाट कॉलेज तक तिरंगा यात्रा निकाली गई। इस दौरान दिल्ली बाईपास से रूट को डायवर्ट किया गया। जाट कॉलेज तक एक रोड को बंद करवाया गया। करीब 5 हजार स्टूडेंट हुए शामिल
तिरंगा यात्रा के दौरान करीब 5 हजार स्टूडेंट शामिल हुए, जिनके लिए पानी की व्यवस्था भी नहीं देखने को मिली। स्टेडियम में काफी देर तक स्टूडेंट बैठे रहे, उसके बाद पैदल ही उन्हें तिरंगा यात्रा में शामिल किया गया। उनके लिए रास्ते में पानी की कोई व्यवस्था नजर नहीं आई। कांग्रेस ने 65 साल तक तिरंगे को कब्जाया केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कांग्रेस को निशाने पर लेते हुए कहा कि आजादी के बाद कुछ लोगों ने तिरंगे को कब्जा लिया। तिरंगे को कुछ लोगों ने अपनी जागीर समझ लिया और अपनी पार्टी के झंडे का रंग भी नहीं बदला। मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि आजादी के बाद तिरंगे को राष्ट्रीय ध्वज के रूप में अपनाया था, लेकिन कुछ लोग इस तिरंगे के मालिक बन बैठे। पार्टी का झंडा तिरंगा बना लिया, लेकिन जिस तिरंगे के लिए युवाओं ने अपनी कुर्बानी दी, लोग शहीद हुए, उस तिरंगे को भूल गए। पार्टी के झंडे का रंग तो बदल लेते
मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि एक पार्टी ने अपने झंडे का रंग भले ही तिरंगा कर लिया, लेकिन कम से कम रंग तो बदल लेते। उनको ऐसा लगने लगा कि वह इस देश के मालिक बन गए हैं। ऐसी गलतफहमी पालकर लोगों ने तिरंगे का प्रयोग अपनी राजनीति के लिए करना शुरू कर दिया। तिरंगे को समझा महज कपड़े का टुकड़ा
मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि पिछले 60 से 65 साल तक एक पार्टी ने तिरंगे को महज एक कपड़े का टुकड़ा समझा। ज्यादा बात हुई तो साल में एक या दो बाद छोटे-छोटे बच्चों के हाथों में तिरंगे की झंडी पकड़ा दी या फिर जेब पर स्टिकर लगाकर साल में एक आध बार देशभक्त होने का ढोंग कर लिया। तिरंगे के कारण युवाओं ने उखाड़ी अंग्रेजी हुकूमत
मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि तिरंगे को लेकर युवाओं में आजादी से पहले ऐसी भावना जागृत हुई, जिससे अंग्रेज भी घबरा गए। जिस अंग्रेजी सरकार के बारे में कहा जाता है कि उसके शासन क्षेत्र में सूर्य अस्त नहीं होता, ऐसी अंग्रेजी हुकूमत को उखाड़ फेंकने का काम किया। तिरंगे की कहानी आजादी के बाद की नहीं है, बल्कि आजादी से पहले भी तिरंगे के लिए युवाओं ने बलिदान दिया। खेल स्टेडियम से शुरू हुई तिरंगा यात्रा
मनोहर लाल खट्टर ने एमडीयू के खेल मैदान से तिरंगा यात्रा का शुभारंभ किया, जिसमें विभिन्न कॉलेजों के करीब 5 हजार स्टूडेंट ने भाग लिया। मनोहर लाल खट्टर भी एमडीयू गेट तक तिरंगा यात्रा में शामिल हुए और राज्य स्तरीय शहीद स्मारक पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
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