राजस्थान से MiG-21 फाइटर जेट रिटायर, वायुसेना प्रमुख भावुक हुए:बोले- तेजस लेगा जगह; बीकानेर के नाल एयरबेस पर उड़ान भरकर दी विदाई
9 hours ago

भारतीय वायुसेना (IAF) के सुपरसोनिक लड़ाकू विमान MiG-21 को राजस्थान से रिटायर करने की औपचारिक शुरुआत कर दी गई है। वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने बीकानेर के नाल एयरबेस पर MiG-21 में उड़ान भरी। उड़ान के बाद वायुसेना प्रमुख भावुक हो गए। उन्होंने अधिकारियों और वायुसैनिकों से बातचीत में कहा- छह दशकों से अधिक समय तक MiG-21 भारतीय वायुसेना का रीढ़ रहा है। 1985 में तेजपुर में मैंने पहली बार MiG-21 उड़ाया था। यह नया अनुभव था। यह बेहद फुर्तीला, मैनूवरेबल और ईजी डिजाइन वाला है। मैक्स रिच पर यह 200-250 मीटर प्रति सेकेंड की दर से चढ़ सकता था। उड़ान भरने वाले इसे हमेशा याद रखेंगे। बता दें कि MiG-21 फाइटर जेट की आखिरी 2 स्क्वॉड्रन (36 मिग‑21) राजस्थान के बीकानेर में नाल एयरबेस पर तैनात है। इन्हें नंबर 3 स्क्वॉड्रन कोबरा और नंबर 23 स्क्वॉड्रन पैंथर्स के नाम से जाना जाता है। भारतीय वायुसेना (IAF) में 62 साल तक सर्विस देने के बाद मिग-21 लड़ाकू विमान 19 सितंबर को रिटायर होगा और इसकी सेवाएं आधिकारिक तौर पर खत्म हो जाएगी। चंडीगढ़ एयरबेस में फाइटर जेट का मुख्य विदाई कार्यक्रम होगा। अब तेजस उत्तराधिकारी
एयर चीफ मार्शल सिंह ने तेजस को उत्तराधिकारी बताया। उन्होंने कहा- तेजस को MiG-21 के स्थान पर बनाया गया था। यह छोटा है, जिसका डिजाइन MiG-21 पर ही आधारित है। जबकि मिराज से भी इंस्पिरेशन ली गई है। डेल्टा विंग प्लेटफॉर्म इसी वजह से है। उन्होंने कहा- वायुसेना में तेजस लड़ाकू विमान MiG-21 की जगह अच्छे से ले लेगा, हालांकि हथियारों को लाने- ले जाने के लिहाज से इसे और एवॉल्व करना होगा। 83 तेजस विमानों का कॉन्ट्रैक्ट पहले ही हो चुका है। वायुसेना प्रमुख ने कहा- एक नया कॉन्ट्रैक्ट भी जल्द साइन होने वाला है। जैसे हमारे पास MiG-21 के अलग-अलग वर्जन रहे हैं, वैसे ही तेजस के MK-1, MK-2 और आगे चलकर AMCA जैसे संस्करण अब जगह लेंगे। दुनियाभर में 11 हजार MiG-21 बनाए गए
वायुसेना प्रमुख एपी सिंह ने बताया- दुनिया भर में करीब 11 हजार MiG-21 विमान बनाए गए। 60 से ज्यादा देशों ने इसे संचालित किया है। यह दुनिया के सबसे ज्यादा बनाए और चलाए गए सुपरसोनिक लड़ाकू विमानों में से एक है। उन्होंने कहा- छह दशक तक सेवा देने के बाद इस विमान को विदाई देकर आगे बढ़ने का फैसला लिया गया है। तेजस, तेजस MK-2, राफेल और सुखोई-30 जैसे आधुनिक प्लेटफॉर्म अब इसकी जगह लेंगे और भारतीय आकाश में वर्चस्व को कायम रखेंगे। उन्होंने कहा- कई पायलटों के लिए MiG-21 केवल एक मशीन नहीं, बल्कि एक गुरु, युद्ध का साथी और भारत की हवाई क्षमता का प्रतीक था। MiG-21 के एक अध्याय के समाप्त होने के साथ भारतीय वायुसेना एक नए युग की ओर बढ़ रही हैं, वो एक ऐसा युग है, जिसमें स्वदेशी तेजस, उन्नत राफेल और आने वाला AMCA भारत की वायु शक्ति को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा। 2021 के बाद 7 बार क्रैश हुआ MiG-21 देखिए...एयरफोर्स प्रमुख एयर चीफ मार्शल की उड़ान से जुड़ी PHOTOS
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