Search…

    Saved articles

    You have not yet added any article to your bookmarks!

    Browse articles
    Select News Languages

    GDPR Compliance

    We use cookies to ensure you get the best experience on our website. By continuing to use our site, you accept our use of cookies, Privacy Policies, and Terms of Service.

    तेजस्वी बोले-मेरा और पत्नी का नाम वोटर लिस्ट से कटा:पटना DM ने दावा खारिज किया, कहा- लिस्ट में 416 नंबर पर नाम

    1 day ago

    5

    0

    नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव का नाम वोटर लिस्ट से कट गया है। इसकी जानकारी खुद तेजस्वी यादव ने शनिवार को पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी है। उन्होंने कहा, 'BLO आई थीं और हमारा सत्यापन करके गई हैं। फिर भी मतदाता सूची में नाम नहीं है।' वहीं जब दैनिक भास्कर ने पूछा कि आपकी पत्नी का वोटर ID कार्ड बना है या नहीं। उन्होंने कहा, 'जब मेरा ही नहीं बना तब मेरी पत्नी का कैसे बन जाएगा।' उन्होंने आयोग से ये भी पूछा कि 'अब मैं चुनाव कैसे लड़ूंगा।' प्रेस कॉन्फ्रेंस में तेजस्वी यादव ने अपना वोटर आईडी कार्ड जारी किया। वोटर लिस्ट में अपना नाम देखने के लिए EPIC नंबर डाला, जिसके रिजल्ट में लिखा आया- NO RECORDS FOUND। तेजस्वी ने ये पूरी प्रोसेस स्क्रीन पर दिखाई। हालांकि, पटना DM एस एन त्यागराजन ने तेजस्वी के दावे को गलत बताया है। उन्होंने बूथ लिस्ट जारी की है। जिसमें 416वें नंबर पर तेजस्वी यादव का नाम, उनकी तस्वीर है। DM ने कहा कि 'कुछ समाचार माध्यमों से ये जानकारी मिली है कि तेजस्वी प्रसाद यादव का नाम विशेष गहन पुनरीक्षण के प्रारूप मतदाता सूची में नहीं है। इस बारे में जिला प्रशासन, पटना द्वारा जांच की गई। इसमें पता चला कि नेता प्रतिपक्ष का नाम प्रारूप मतदाता सूची में दर्ज है।' 'वर्तमान में उनका नाम मतदान केन्द्र संख्या 204, बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय का पुस्तकालय भवन, क्रम संख्या 416 पर अंकित है। इससे पहले उनका नाम बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय का पुस्तकालय भवन, मतदान केन्द्र संख्या 171, क्रम संख्या 481 पर दर्ज था।' तेजस्वी बोले- जिनके नाम कटे उनकी जानकारी नहीं दी गई चुनाव आयोग की नई वोटर लिस्ट पर सवाल उठाते हुए नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा, 'करीब हर विधानसभा से 20 से 30 हजार नाम काटे गए हैं। कुल 65 लाख के करीब यानी 8.5% के करीब मतदाताओं के नाम सूची से हटा दिए गए हैं।' 'चुनाव आयोग जब भी कोई विज्ञापन देता था, तो उसमें बताया जाता था कि इतने शिफ्ट हो गए, इतने लोग मृत हैं और इतने लोगों के दोहरे नाम हैं, लेकिन चुनाव आयोग ने हमें जो सूची उपलब्ध करवाई है, उसमें उन्होंने चालाकी दिखाते हुए किसी मतदाता का पता नहीं दिया।' '2 गुजराती जो कहेंगे आयोग करेगा' तेजस्वी यादव ने कहा, 'चुनाव आयोग धांधली कर रहा है। ये गोदी आयोग बन गया है। बिना राजनीतिक दल को विश्वास में लिए इसे कराया गया। आयोग ने हमारी मांग पर कोई सुनवाई नहीं की।' 'सुप्रीम कोर्ट के सुझाव की भी अनदेखी की गई। हमलोगों ने शुरू से कहा था कि इसमें गरीबों के नाम कटेंगे। चुनाव आयोग ने इसकी प्रक्रिया पूरी की है।' आयोग अपनी ही बातों से मुकर गया। कहा गया था कि जिसके नाम कटेंगे उनकी जानकारी दी जाएगी। ये जानकारी चुनाव आयोग को राजनीतिक पार्टियों को देनी थी। शुक्रवार को महागठबंधन का डेलीगेशन चुनाव आयोग गया था, लेकिन कोई जानकारी नहीं दी गई। तेजस्वी ने आगे कहा, '2 गुजराती जो कुछ भी कहेंगे। वह चुनाव आयोग करेगा।' चुनाव आयोग को तेजस्वी की चुनौती तेजस्वी ने कहा, 'अगर चुनाव आयोग ने 65 लाख लोगों के नाम काटे, तो क्या उन लोगों को आयोग की ओर से नोटिस दिया गया। चुनाव आयोग ने क्या इनको समय दिया। चुनाव आयोग टारगेटेड काम कर रहा है।' '65 लाख लोगों के नाम कटे हैं। सुप्रीम कोर्ट को इस मामले में स्वतः संज्ञान लेकर चुनाव आयोग से जवाब मांगना चाहिए। इस प्रक्रिया में बड़े पैमाने पर धांधली की गई है।' 'मैं मुख्य चुनाव आयुक्त को चुनौती देता हूं कि अगर आप में हिम्मत है तो आप बूथ वाइज डेटा दे और जिन लोगो का नाम कटा है, उसमें बताएं कि क्यों कटा है। मुख्य चुनाव आयुक्त के पद पर नियुक्त किए गए ज्ञानेश कुमार गुप्ता से हम जानना चाहते है कि वो पारदर्शिता क्यों नहीं रखते।' 65 लाख वोटर्स के नाम कटे हैं चुनाव आयोग ने बिहार में एक महीने तक चले गहन पुनरीक्षण अभियान (SIR) यानी वोटर वेरिफिकेशन के पहले चरण का डेटा जारी कर दिया है। ड्राफ्ट वोटर्स लिस्ट के मुताबिक, बिहार के नए वोटर लिस्ट में 65 लाख 64 हजार वोटरों के नाम काट दिए गए हैं। चुनाव आयोग के मुताबिक, ड्राफ्ट वोटर लिस्ट में 7 करोड़ 24 लाख 5 हजार 756 लोगों के नाम हैं। पहले यह आंकड़ा 7 करोड़ 89 लाख थे। 1 अगस्त को जारी आंकड़े में आयोग ने बताया है, ‘22 लाख 34 हजार वोटर का निधन, 36 लाख 28 हजार वोटर स्थायी रूप से दूसरी जगह शिफ्ट हुए हैं। वहीं, 7 लाख एक हजार वोटर का नाम दो जगह था। इस कारण इन लोगों का नाम हटाया गया है।’ चुनाव आयोग के आंकड़े के मुताबिक, मुस्लिम बहुल सीमांचल के 4 जिलों और दरभंगा में 9 लाख 65 हजार वोटरों के नाम कटे हैं। जबकि, NDA का मजबूत किला कहे जाने वाले तिरहुत के 6 और दरभंगा के 3 यानी 9 जिलों में कुल 21 लाख 29 हजार वोटरों के नाम कटे हैं। वहीं, महागठबंधन के मजबूत इलाके पटना और मगध कमिश्नरी के 11 जिलों में 16 लाख 57 हजार वोटरों के नाम लिस्ट में नहीं हैं। मुस्लिम बहुल जिलों में पटना में सबसे अधिक नाम कटे सबसे ज्यादा वोटरों के नाम कटने वाले जिलों की बात करें तो पटना में 3 लाख 95 हजार और सबसे कम 26 हजार वोटरों के नाम कटे हैं। मुस्लिम बहुल इलाकों की बात करें तो सबसे ज्यादा किशनगंज में 68 फीसदी आबादी मुस्लिम समुदाय की है। कटिहार में 43 फीसदी, अररिया में 42 फीसदी, पूर्णिया में 38 फीसदी और दरभंगा में 25 फीसदी मुस्लिम आबादी है। अगर विधानसभावार आकड़ों की बात करें तो सबसे अधिक किशनगंज विधानसभा क्षेत्र में 49,340 मतदाताओं के नाम ड्राफ्ट लिस्ट से कटे हैं। जबकि, सबसे कम ठाकुरगंज विधानसभा में 29,277 मतदाताओं के नाम ड्राफ्ट वोटर लिस्ट से हटाए गए हैं। जहां महागठबंधन मजबूत वहां साढ़े 16 लाख वोटरों के नाम कटे महागठबंधन के मजबूत इलाकों की बात करें तो इसमें पटना कमिश्नरी सबसे ऊपर है। यहां के 6 जिलों में विधानसभा की 43 सीटें आती हैं। 2020 विधानसभा चुनाव के आंकड़ों के मुताबिक, 27 सीटों पर महागठबंधन का कब्जा है। जबकि, 16 सीटों पर NDA की जीत हुई थी। चुनाव आयोग के मुताबिक, पटना कमिश्नरी में 10 लाख 42 हजार 570 वोटरों के नाम ड्रॉफ्ट लिस्ट में नहीं है। वहीं, महागठबंधन के दूसरे मजबूत गढ़ मगध प्रमंडल के 5 जिलों में 6 लाख 15 हजार 362 वोटरों के नाम कटे हैं। मगध में विधानसभा की 26 सीटें आती हैं। 2020 के विधानसभा चुनाव में 19 सीटों पर महागठबंधन जीता था। 7 सीटों पर NDA की जीत हुई थी। ---------------- ये खबर भी पढ़िए... मुस्लिम बहुल 5 जिलों में साढ़े 9 लाख वोटर्स कटे:जहां NDA मजबूत, वहां 21 लाख नाम हटे, पटना में सबसे ज्यादा, शेखपुरा में सबसे कम चुनाव आयोग ने बिहार में एक महीने तक चले गहन पुनरीक्षण अभियान (SIR) यानी वोटर वेरिफिकेशन के पहले चरण का डेटा जारी कर दिया है। ड्राफ्ट वोटर्स लिस्ट के मुताबिक, बिहार के नए वोटर लिस्ट में 65 लाख 64 हजार वोटरों के नाम काट दिए गए हैं। चुनाव आयोग के मुताबिक, ड्राफ्ट वोटर लिस्ट में 7 करोड़ 24 लाख 5 हजार 756 लोगों के नाम हैं। पहले यह आंकड़ा 7 करोड़ 89 लाख थे। 1 अगस्त को जारी आंकड़े में आयोग ने बताया है, ‘22 लाख 34 हजार वोटर का निधन, 36 लाख 28 हजार वोटर स्थायी रूप से दूसरी जगह शिफ्ट हुए हैं। वहीं, 7 लाख एक हजार वोटर का नाम दो जगह था। इस कारण इन लोगों का नाम हटाया गया है।’ पूरी खबर पढ़िए
    Click here to Read more
    Prev Article
    Is stress one of the main triggers of hairfall? 8 tips to protect your hair
    Next Article
    राहुल बोले- भारत का इलेक्शन सिस्टम मर चुका है:सीटों पर धांधली, तभी मोदी PM बने; राजनाथ बोले- अगर सबूतों का एटम बम है तो फोड़ दें

    Related Politics Updates:

    Comments (0)

      Leave a Comment