CSDS के डायरेक्टर संजय कुमार पर महाराष्ट्र में FIR:2 सीटों पर वोटर कम होने का दावा किया था; कल सोशल मीडिया पोस्ट हटाकर माफी मांगी थी
4 hours ago

पॉलिटिकल एनालिसिस करने वाली संस्था सेंटर फॉर स्टडी ऑफ डेवलपिंग सोसायटीज (CSDS) के डायरेक्टर संजय कुमार पर महाराष्ट्र पुलिस ने बुधवार को FIR दर्ज की। उन पर भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 175, 353(1)(B), 212 और 340(1)(2) के तहत केस दर्ज हुआ है। संजय पर गलत जानकारी देने और चुनाव संबंधी उल्लंघनों से जुड़े आरोप हैं। संजय ने 17 अगस्त को महाराष्ट्र विधानसभा की सीटों पर वोटों की संख्या कम होने को लेकर सोशल मीडिया पोस्ट की थी। हालांकि, 19 अगस्त को उन्होंने पोस्ट डिलीट करके माफी भी मांगी थी। उन्होंने आंकड़े गलत होने की बात कही थी। इसके अलावा इंडियन काउंसिल ऑफ सोशल साइंस रिसर्च (ICSSR) ने भी CSDS को नोटिस जारी किया। यह भी महाराष्ट्र चुनाव के आंकड़ों की सोशल मीडिया पोस्ट से जुड़ा है। ICSSR का आरोप है कि CSDS ने चुनाव आयोग के स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) की पक्षपातपूर्ण व्याख्या के आधार पर मीडिया स्टोरी पब्लिश की थीं। संजय कुमार की पुरानी और नई पोस्ट पुरानी पोस्ट में दावा किया गया था कि महाराष्ट्र की विधानसभा संख्या 59 रामटेक में 2024 लोकसभा चुनाव में 4 लाख 66 हजार 203 मतदाता थे। ये 2024 विधानसभा चुनाव में 2 लाख 86 हजार 931 ही रह गए। लोकसभा और विधानसभा चुनाव में इस सीट पर 1 लाख 79 हजार 272 यानी 38.45% वोटर कम हुए। इसी तरह विधानसभा संख्या 126 देवलाली में 2024 लोकसभा चुनाव में 4 लाख 56 हजार 72 वोट थे। विधानसभा चुनाव में वोटर्स की संख्या 2 लाख 88 हजार 141 रह गई थी। इस तरह यहां 1 लाख 67 हजार 931 (36.82%) वोट कम हो गए। संजय कुमार ने मंगलवार को इन दावों पर माफी मांगते हुए X पर लिखा- मैं महाराष्ट्र चुनावों से संबंधित ट्वीट्स के लिए ईमानदारी से माफी मांगता हूं। 2024 के लोकसभा और विधानसभा डेटा की तुलना में त्रुटि हुई। हमारी टीम ने डेटा को गलत तरीके से पढ़ लिया। ट्वीट को हटा दिया गया है। मेरा गलत सूचना फैलाने का कोई इरादा नहीं था। भाजपा बोली- राहुल गांधी इन पर भरोसा करते हैं मामले में भाजपा की आईटी सेल के हेड अमित मालवीय ने कहा था, 'यह वही संस्था है, जिस पर राहुल गांधी भरोसा करते हैं। कांग्रेस के महाराष्ट्र पर झूठे नरेटिव को बढ़ावा देने की उत्सुकता में CSDS ने बिना वैरिफिकेशन के डेटा जारी किया। यह विश्लेषण नहीं साफ तौर पर पक्षपात है।' भाजपा ने इसे ईमानदार गलती मानने से इनकार किया था। मालवीय ने X पर लिखा था, 'माफी आ गई है और संजय कुमार बाहर हैं। योगेंद्र यादव के इस शिष्य ने आखिरी बार कब कुछ सही किया था।' 7 अगस्त: राहुल का आरोप- EC ने BJP के साथ चुनाव चुराया राहुल गांधी ने वोटर लिस्ट में गड़बड़ी पर 1 घंटे 11 मिनट तक 22 पेज का प्रेजेंटेशन दिया। राहुल ने स्क्रीन पर कर्नाटक की वोटर लिस्ट दिखाते हुए कहा कि वोटर लिस्ट में संदिग्ध वोटर मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के नतीजे देखने के बाद हमारा शक पुख्ता हुआ कि चुनाव में चोरी हुई है। मशीन रीडेबल वोटर लिस्ट नहीं देने से हमें भरोसा हुआ कि EC ने भाजपा के साथ मिलकर महाराष्ट्र चुनाव चोरी किया है। हमने यहां वोट चोरी का एक मॉडल पेश किया। मुझे लगता है इसी मॉडल का प्रयोग देश की कई लोकसभा और विधानसभा सीटों पर हुआ। 17 अगस्त: चुनाव आयोग ने कहा- प्रेजेंटेशन में दिखाया डेटा हमारा नहीं चुनाव आयोग (EC) ने रविवार को नई दिल्ली के नेशनल मीडिया सेंटर में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। राहुल गांधी का नाम लिए बिना चीफ इलेक्शन कमिश्नर ज्ञानेश कुमार ने कहा- PPT प्रेजेंटेशन में दिखाया डेटा हमारा नहीं है। वोट चोरी के आरोपों पर हलफनामा दें या देश से माफी मांगे। 7 दिन में हलफनामा नहीं मिला तो आरोपों को निराधार समझा जाएगा। --------------------------------------------------- यह खबर भी पढ़ें... भाजपा का दावा- सोनिया भारतीय नागरिक बनने से पहले वोटर बन गई थीं भाजपा की आईटी सेल के हेड अमित मालवीय ने दावा किया कि सोनिया गांधी का नाम भारत की वोटर लिस्ट में तब शामिल हुआ, जब वे भारतीय नागरिक भी नहीं थीं। वहीं, भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि रायबरेली में एक ही घर पर 47 वोटर्स कैसे रजिस्टर किए गए, राहुल और सोनिया को कभी ये नाम नहीं दिखे। पूरी खबर पढ़ें...
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