हिमाचल यूथ कांग्रेस में छिड़ा सियासी घमासान:धमकी के बाद महिला नेत्री ने खाना छोड़ा; थाने पहुंचा मामला, सोलन जिलाध्यक्ष सस्पेंड
19 hours ago

हिमाचल यूथ कांग्रेस (युकां) में गुटबाजी के कारण सियासी घमासान छिड़ा हुआ है। युकां नेताओं की आपसी लड़ाई इतनी बढ़ हो गई कि पार्टी की उपाध्यक्ष अनु मराठा ने 3 दिन के लिए भोजन त्याग दिया। अनु मराठा को स्टेट एग्जीक्यूटिव मीटिंग के दौरान कांगड़ा के नगरोटा बगवां में धमकियां दी गई। अनु ने इसको लेकर नगरोटा बगवां थाना में बाकायदा शिकायत भी दर्ज कराई। इसके बाद अनु को सोलन के प्रभारी पद से हटा दिया गया। विवाद बढ़ता देख अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) और प्रदेश कांग्रेस प्रभारी रजनी पाटिल को हस्तक्षेप करना पड़ा। AICC के निर्देशों पर इंडियन यूथ कांग्रेस (IYC) ने जांच बिठाई। जब जांच रिपोर्ट सामने आई तो अनु को क्लीन चिट दी गई। सोलन जिला अध्यक्ष को सस्पेंड और नालागढ़ यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष को चेतावनी दी गई। अब सिलसिलेवार पढ़े पूरा विवाद कैसे शुरू हुआ.. युका पदाधिकारियों में विवाद की वजह अनु मराठा चुनाव जीतकर युवा कांग्रेस की उपाध्यक्ष बनी। युकां ने उन्हें सोलन जिला का प्रभारी बनाया। अनु सोलन जिला का प्रभारी होने के नाते नालागढ़ के विधायक बाबा हरदीप सिंह से मुलाकात करती हैं। इस पर नालागढ़ युवा कांग्रेस के कुछ पदाधिकारी आपत्ति जताते हैं, क्योंकि बाबा हरदीप सिंह होली लॉज के कट्टर समर्थक हैं। अनु मराठा भी होली लॉज समर्थक मानी जाती हैं, जबकि प्रदेश में युवा कांग्रेस के अध्यक्ष छत्तर सिंह ठाकुर सुखविंदर सुक्खू समर्थक हैं। यही गुटबाजी युवा कांग्रेस में लड़ाई की वजह बनी और छह-सात महीने पहले गठित संगठन में आपसी लड़ाई इतनी ज्यादा हो गई कि AICC को दखलअंदाजी करनी पड़ी। नियमों के तहत कार्रवाई की- ठाकुर हिमाचल युवा कांग्रेस अध्यक्ष छत्तर सिंह ठाकुर ने बताया कि यह ऑर्गेनाइजेशन मैटर है। संगठन ने नियमों के तहत कार्रवाई की थी। अनु मराठा की बहाली जांच कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर हुई है। जब FIR की गई और प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई, तो उसके बाद अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई थी।
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