हरियाणा में BJP की वन स्टेट-वन इलेक्शन की तैयारी:सांसदों-विधायकों की लगेगी ड्यूटी; मंत्रियों का रिपोर्ट कार्ड बनेगा, अक्टूबर में रिव्यू होगा
17 hours ago

चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और प्रदेश भाजपाध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली ने विधानसभा चुनाव-2024 में पार्टी टिकट पर हारने वाले 42 नेताओं के साथ बैठक की। बैठक का मकसद इन नेताओं का मंत्रियों-विधायकों के साथ बेहतर तालमेल बनाना था ताकि संगठन को मजबूत किया जा सके। इससे पहले पार्टी इन 42 विधानसभा क्षेत्रों में 12 मंत्रियों और 30 विधायकों को प्रभारी लगा चुकी है। बैठक के बाद भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली ने बताया कि पूरे प्रदेश में वन नेशन-वन इलेक्शन की तर्ज पर वन स्टेट-वन इलेक्शन को लेकर सांसदों मंत्रियों विधायकों और पार्टी नेताओं की प्रदेश जिला और बूथस्तर पर बैठकें की जाएगी। उन्होंने बताया कि प्रत्येक क्षेत्र में संगठनात्मक मजबूती और जनता की भलाई के लिए विकास कार्यों को 3 गुना गति से नॉनस्टॉप आगे बढ़ाया जाएगा। इस अवसर पर राष्ट्रीय सचिव ओमप्रकाश धनखड़, प्रदेश महामंत्री (संगठन) फणींद्र नाथ शर्मा, प्रदेश महामंत्री एवं टीम हरियाणा के मंत्री कृष्ण बेदी, प्रदेश महामंत्री डॉ. अर्चना गुप्ता और प्रदेश महामंत्री सुरेंद्र पूनिया मौजूद रहे। 23 से फिर शुरू होगा मीटिंगों का दौर मीटिंग के बाद हरियाणा बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली ने बताया, आज की मीटिंग में संगठन को आगे बढ़ाने को लेकर मंथन किया गया। उन्होंने बताया कि जिला कार्यकारिणी की बैठकें हो चुकी हैं। अब 23, 24 और 25 अगस्त को 377 मंडलों की बैठकों का आयोजन किया जाएगा। जो विकास के काम हैं, सीएम घोषणाओं को लेकर उन पर भी मंथन किया जाएगा। इस पर बड़े स्तर पर चर्चा होगी। ये तय किया जाएगा कि हारे हुए प्रत्याशियों के साथ वहां के मंत्री-प्रभारी तालमेल के साथ काम करें, ये सुनिश्चित किया जाएगा। ग्राउंड का सीएम ने लिया फीडबैक भाजपा का अब सभी 90 सीटों पर फोकस है। 2024 में पार्टी ने जो 42 सीटें हारी थीं, उनका जिम्मा पहले ही विधायकों व मंत्रियों को सौंप दिया गया है। आज हुई इन 42 सीटों का फीडबैक सीएम नायब सैनी ने मीटिंग में लिया। मीटिंग में तय किया गया कि हर महीने इन विधानसभा क्षेत्रों की रिव्यू मीटिंग की जाएगी, ताकि 2029 तक इन सीटों पर पूरी तैयारी के साथ उतरा जा सके। पार्टी की रणनीति है कि जिन सीटों पर पार्टी जीती है, उनको दोबारा जीता जाएगा। यानी पार्टी हर सीट की अलग से रणनीति तैयार करेगी। पार्टी 42 सीटों के लिए पहले से ही ऐसे चेहरे तैयार करेगी, जो दूसरे दलों के प्रत्याशियों को हरा सकें। यही नहीं, समय-समय पर ऐसे चेहरों को लेकर फीडबैक भी लिया जाता रहेगा। एक्टिव नेताओं की लिस्ट तैयार करेगी पार्टी हलके में कौन सा नेता कितना सक्रिय है या नहीं है, यह भी हर माह रिपोर्ट तैयार होगी। इस रिपोर्ट को पार्टी द्वारा हाईकमान को भी भेजा जाएगा, ताकि हर सीट का पूरा खाका पहले से तैयार किया जा सके। सरकार के सभी मंत्रियों का रिपोर्ट कार्ड बन रहा है। रिपोर्ट कार्ड की समीक्षा सरकार के एक साल पूरा होने पर करेगी। संभावना है कि अक्टूबर में मंत्रियों के रिपोर्ट पर सरकार समीक्षा करे। इसमें ये देखा जाएगा कि अभी तक किस मंत्री के विभाग में क्या क्या जनहित के काम हुए हैं। हारी सीटों पर मंत्रियों-विधायकों को प्रभारी लगाया
राज्य में परिसीमन के बाद विधानसभा सीटों की संख्या 90 से बढ़कर 126 होने का अनुमान है। इस लिहाज से मंत्रियों एवं विधायकों को हारे हुए विधानसभा क्षेत्रों में काम करने की जिम्मेदारी को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। हरियाणा में लगातार तीसरी बार सरकार बनाने वाली भाजपा ने उन सभी 42 विधानसभा क्षेत्रों में 12 मंत्रियों और 30 विधायकों को प्रभारी बनाया है, जहां पार्टी प्रत्याशी चुनाव हारे थे।
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