हिसार पुलिस का दावा- यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा ने जासूसी की:मोबाइल में 3 ISI एजेंटों से बातचीत के सबूत मिले; 2500 पन्नों की चार्जशीट पेश
19 hours ago

पाकिस्तान के लिए जासूसी के आरोपों में जेल में बंद हरियाणा के हिसार की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा के खिलाफ गुरुवार को SIT (स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम) ने चार्जशीट रिपोर्ट कोर्ट में जमा कर दी। करीब 2500 पन्नों की यह रिपोर्ट है। पुलिस का दावा है कि 3 महीने की कड़ी मेहनत और कई सबूत जुटाकर यह रिपोर्ट तैयार की है। इसमें पुलिस ने उन सभी दावों को कंफर्म किया है जो ज्योति मल्होत्रा के पर आरोप हैं। चार्जशीट में पुलिस ने दावा किया है कि ज्योति मल्होत्रा पाकिस्तान के लिए लंबे समय से जासूसी कर रही थी। ज्योति लगातार पाक ISI एजेंटों के संपर्क में थी। वह पाक एजेंटों के हर सवाल का जवाब देती थी। पाकिस्तान एजेंटों को ज्योति भारत विरोधी जानकारी शेयर कर रही थी। पुलिस का कहना है कि ज्योति मल्होत्रा पहले तो सामान्य यूट्यूबरों की तरह ब्लॉग बनाती थी, लेकिन पाकिस्तान यात्रा के बाद से वह पाक एजेंटों के संपर्क में आ गई थी और उनसे इसकी लंबी बातचीत होती थी। ज्योति के मोबाइल खंगालने पर पाक उच्चायुक्त में तैनात एहसान-उर-रहीम दानिश अली से लंबी बातचीत है। ISI एजेंट शाकिर, हसन अली के अलावा नासिर ढिल्लों से ज्योति की बातचीत होती थी। नाम न लिखने की शर्त पर एक पुलिस ने दैनिक भास्कर से इन सभी दावों की पुष्टि की है। 3 महीने में चार्जशीट रिपोर्ट तैयार
ज्योति मल्होत्रा केस में एसपी शशांक कुमार सावन ने SIT का गठन किया था। इस SIT में डीएसपी सुनील, इंस्पेक्टर निर्मला, साइबर सेल इंचार्ज अमित, स्पेशल स्टाफ से एसआई सतपाल शामिल रहे। SIT ने 3 महीने में कड़ी मेहनत के बाद 2500 पेजों की रिपोर्ट कोर्ट में जमा करवाई है। पहलगाम हमले की जांच अभी पेंडिंग
ज्योति मल्होत्रा केस में अभी पुलिस ने पहलगाम हमले की जांच को पेडिंग रखा है। एसआईटी अभी इसकी जांच कर रही है कि पहलगाम हमले में ज्योति मल्होत्रा का कितना हाथ था। ज्योति मल्होत्रा पहलगाम हमले से पाकिस्तान की यात्रा करके आई थी। इतना ही नहीं ज्योति ने पहलगाम में वीडियो भी शूट किए थे। एसआईटी अभी इस मामले की जांच कर रही है कि ज्योति ने किस हद तक कितनी मदद पहलगाम मामले में की है। अब पढ़िए चार्जशीट को लेकर ज्योति के वकील कुमार मुकेश से बातचीत सवाल: आज ज्योति मल्होत्रा के खिलाफ चार्जशीट पेश की गई है?
वकील: हां, गुरुवार दोपहर को पुलिस ने कोर्ट में चार्जशीट जमा करवा दी थी। चार्जशीट आरोपी को दी जाती है। सोमवार को ज्योति की पेशी है। इसी दौरान चार्जशीट ज्योति को दी जा सकती है। अगर कोर्ट में चार्जशीट रिपोर्ट नहीं मिली तो हम नकल के लिए अप्लाई कर देंगे। सवाल: आगे आपका क्या कदम होगा?
वकील: अगर हमें सोमवार को चार्जशीट की रिपोर्ट मिल जाती है तो ठीक है, वर्ना हम नकल के लिए अप्लाई करेंगे। इसमें 4 से 5 दिन का और समय लग सकता है। सवाल: ज्योति के पिता की तरफ से राष्ट्रपति को पत्र लिखा गया था?
वकील: हम चाहते थे यह पत्र ज्योति के पिता की जगह खुद ज्योति की तरफ से लिखा जाए। इसके लिए मैंने जेल अथॉरिटी से बात की थी। जेल अथॉरिटी ने बोला कि हम इसके लिए बात करेंगे। मगर यह नियम है कि जेल से पत्र लिखा जा सकता था, बाकायदा जेल अथॉरिटी ही उसे पोस्ट करता है। मैंने जेल अथॉरिटी को रूल बताए थे, मगर उनको शायद समझ नहीं आए। इसके बाद मैंने कोर्ट में एप्लिकेशन लगाई थी, जिस पर कोर्ट ने जेल अथॉरिटी और पुलिस से जवाब मांगा था और अनुमति दे दी थी। इसमें कुछ कंडीशन लगाई गई हैं, वो कॉपी मुझे अभी नहीं मिली है। दैनिक भास्कर ने चैटिंग को लेकर किया था खुलासा
दैनिक भास्कर ने यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा की पाक एजेंटों के साथ बातचीत का पहले ही खुलासा किया था। भास्कर के हाथ चैटिंग लगी थी, जिसमें दावा गया किया गया था ज्योति पाकिस्तानी अफसर के साथ संपर्क में थी। पाकिस्तानी एजेंसी ज्योति के जरिए भारत के रॉ एजेंट्स का पता लगाना चाहती थी। हालांकि पुलिस ने तब इस पर कोई पुष्टि नहीं की थी मगर अब पुलिस ने चार्जशीट में इस चैटिंग को भी आधार बनाया है। पुलिस ने साइबर एक्सपर्ट की मदद से पाक अफसर के साथ ज्योति की पूरी चैटिंग निकाल ली है। इस चैटिंग में हसन नाम का व्यक्ति पूछ रहा है कि जब वह अटारी बॉर्डर गई थी, तब उसे वहां कोई अंडरकवर पर्सन मिला था क्या?। इस पर ज्योति ने कहा था किसको मिला, मुझे तो मिला नहीं। दैनिक भास्कर के हाथ पूरी चैटिंग लगी थी। चैटिंग में पाक अफसर के साथ ज्योति से ये बातचीत हुई... अली हसन: जब आप गए थे अटारी, वहां प्रोटोकॉल किस-किस को मिला था? ज्योति: किसको मिला, मुझे तो मिला नहीं। अली हसन: इट मीन, कोई अंडरकवर पर्सन हो जैसे, यार पता चल जाता है देखकर। आपको कैसे निकालना था या उसको अंदर लेकर आना था, इट्स माय मैटर। उसको अंदर गुरुद्वारे में ले आना था आपने, रूम में दोनों को बैठा देना था, अभी लगे रहो। ज्योति: (बच्चे की इमोजी भेजकर) नहीं इतने पागल थोड़ी न थे वो। पाकिस्तान और चीन की यात्रा से शक के घेरे में आई ज्योति
ट्रैवल ब्लॉगर ज्योति मल्होत्रा सुरक्षा एजेंसियों की नजर में तब आई जब वह पिछले साल 2024 में 2 महीने के भीतर पाकिस्तान और फिर चीन गई थी। ज्योति मल्होत्रा के यूट्यूब पर अपलोड वीडियो की डेट के अनुसार वह 17 अप्रैल 2024 को पाकिस्तान गई थी। 15 मई तक वह पाकिस्तान में ही रही। इसके बाद भारत लौटी। पाकिस्तान से लौटने के 25 दिन बाद ही 10 जून को वह चीन चली गई। 9 जुलाई तक चीन में रही और फिर वहीं से 10 जुलाई को नेपाल में काठमांडू पहुंच गई। इससे पहले वह करतारपुर कॉरिडोर से पाकिस्तान गई तो वहां पंजाब प्रांत की मुख्यमंत्री और पूर्व पीएम नवाज शरीफ की बेटी मरियम नवाज शरीफ से मिली और उनका इंटरव्यू तक किया। ज्योति को 16 मई को किया था गिरफ्तार
बता दें कि हिसार पुलिस ने ज्योति मल्होत्रा को पाकिस्तान के लिए जासूसी के शक में 16 मई को गिरफ्तार किया था। उस पर भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 152 और आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम, 1923 की धारा 3, 4 और 5 के तहत जासूसी, राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डालने और गोपनीय जानकारी साझा करने जैसे गंभीर आरोप हैं। 4 अगस्त को ज्योति की हिसार कोर्ट में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए छठी बार पेशी हुई थी। कोर्ट ने सुनवाई करते हुए ज्योति की न्यायिक हिरासत 14 दिन और बढ़ा दी। ज्योति की अगली पेशी 18 अगस्त को होगी। ज्योति को इस बार कोर्ट में पेश किया जा सकता है।
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