खबर हटके- 3 हजार साल तक जिंदा रहने वाला पौधा:अब रोबोट्स भी कॉलेज जाएंगे, जानिए ऐसी ही 5 रोचक खबरें
15 hours ago

क्या आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) इंसानों को पीछे छोड़ देगा? ये सवाल अब और गहरा हो गया है। क्योंकि चीन ने दुनिया का पहला ऐसा रोबोट बनाया है, जो इंसानों की तरह ही स्कूल और कॉलेज में पढ़ाई करेगा। वहीं एक पौधे की ऐसी प्रजाति है जो बिना पानी के करीब 3 हजार साल तक जिंदा रह सकता है। चीन के शंघाई थिएटर एकेडमी ने ज्यूबा 01 नाम के एक रोबोट को अपने PhD प्रोग्राम में एडमिशन दे दिया है। ये दुनिया का पहला रोबोट है जिसे डॉक्टर (PhD) बनने का मौका मिला है। ये रोबोट चीनी ओपेरा पर PhD करेगा। इस रोबोट की लंबाई 1.75 मीटर और वजन 30 किलो है। वहीं इसकी चमड़ी सिलिकॉन की होने से इसके चेहरे पर हाव-भाव भी दिखते हैं। ये रोबोट 14 सितंबर से कॉलेज जाना शुरू करेगा। यह PhD प्रोग्राम 4 साल का होगा, जिसमें ये रोबोट ट्रेडिशनल चीनी ओपेरा पर पढ़ाई करेगा। इसमें स्टेज परफॉर्मेंस, स्क्रिप्ट राइटिंग और सेट डिजाइन के साथ-साथ मोशन कंट्रोल और लैंग्वेज जनरेशन जैसे टेक्निकल विषय शामिल होंगे। रोबोट को PhD करने के लिए एक वर्चुअल स्टूडेंट आईडी भी दी गई है। वहीं प्रोफेसर यांग किंगकिंग को खास मेंटर बनाया गया है। धरती पर एक ऐसा पौधा है, जो हजारों साल तक बिना पानी के जिंदा रहता है। इसका नाम है- वेलविचिया, जो दुनिया के सबसे बंजर नामीब रेगिस्तान में हजारों साल तक जिंदा रहता है। अफ्रीका में इसे दो पत्तियों वाला अमर पौधा कहा जाता है। इस नाम के पीछे पौधे के खास डिजाइन है। यह पौधा पूरे जीवन में सिर्फ दो पत्तियां उगाता है। नामीब रेगिस्तान में सालाना 2 इंच से भी कम बारिश होती है, फिर भी ये पौधे 3,000 साल तक जीते हैं। वैज्ञानिकों ने इसके जीनोम की स्टडी की है। उनका मानना है कि करीब 8.6 करोड़ साल पहले, जब धरती पर सबसे बड़ा सूखा पड़ा तो इन पौधों के जीनोम ने परिस्थितियों के हिसाब से खुद को ढाल लिया। इसके चलते यह काफी मजबूत बन गया। चीन में एक गोताखोर चमत्कारी रूप से पांच दिन और पांच रात तक पानी के अंदर एक गुफा में फंसा रहा, लेकिन जिंदा बच निकला। हुनान प्रांत के वांग नाम के इस शख्स को जब बचाया गया, तो उसने पहला सवाल पूछा- क्या आपके पास सिगरेट है? 19 जुलाई को गोताखोरी करते समय वांग एक गहरी पानी वाली गुफा में फंस गया था। कई दिनों की तलाशी के बाद, बचाव दल को उसकी आवाज और टॉर्च की रोशनी से उसका पता चला। वांग ने बताया कि वह गुफा में एक 'एयर पॉकेट' में शरण लेकर जिंदा रहा और उसने कच्ची मछलियां खाकर अपनी जान बचाई। हैरान करने वाली बात ये है कि 5 दिन तक फंसे रहने के बावजूद उसकी हालत अच्छी थी और वह एम्बुलेंस तक पैदल चलकर गया। यह कहानी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है, जिसे लोग किसी चमत्कार से कम नहीं मान रहे। केरल हाईकोर्ट ने 100 साल की एक बुजुर्ग मां को गुजारा भत्ता न देने वाले उसके 57 साल के बेटे को फटकार लगाई है। कोर्ट ने फैमिली कोर्ट के आदेश को बरकरार रखा है, जिसमें बेटे को अपनी मां को प्रति माह 2,000 रुपए देने का निर्देश दिया गया था। सुनवाई के दौरान जस्टिस पी.वी. कुन्हिकृष्णन ने कहा, ‘अपनी मां की देखभाल करना हर बेटे का कर्तव्य है। यह कोई दान नहीं है।’ उन्होंने यह भी जोड़ा कि अगर बेटा अपनी मां की देखभाल नहीं करता, तो उसे खुद पर शर्म आनी चाहिए। दरअसल बेटे ने गुजारा भत्ता न देने के लिए 1,149 दिनों की देरी से अपील की थी और दावा किया था कि मां को इतनी रकम की जरूरत नहीं है। कोर्ट ने कहा कि, ‘एक बेटा कई मायनों में अपने माता-पिता का कर्जदार होता है, और उनकी सेवा करना उसका कर्तव्य है।’ गुजरात के अहमदाबाद को हाल ही में सबसे सुरक्षित शहर घोषित किया गया था लेकिन दो दिन पहले शहर में अजीबोगरीब पोस्टर्स सामने आने से विवाद खड़ा हो गया है। इन पोस्टर्स में महिलाओं को देर रात पार्टियों और सुनसान जगहों पर न जाने की सलाह दी गई थी। ऐसे करने पर रेप या गैंगरेप होने की बात लिखी थी। हालांकि, अब इन पोस्टर्स को हटा लिया गया है, लेकिन आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई। इस पर ट्रैफिक DCP सफीन हसन ने बताया कि इन पोस्टर्स से पुलिस का कोई लेना-देना नहीं है। एक NGO को सिर्फ ट्रैफिक जागरूकता के पोस्टर लगाने की अनुमति थी, लेकिन महिला सुरक्षा पर ये पोस्टर बिना मंजूरी के लगाए गए। अब मामले की जांच शुरू कर दी है। तो ये थी आज की रोचक खबरें, कल फिर मिलेंगे कुछ और दिलचस्प और हटकर खबरों के साथ… खबर हटके को और बेहतर बनाने के लिए हमें आपका फीडबैक चाहिए। इसके लिए यहां क्लिक करें...
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