नारनौल के फाइनेंसर ने ₹15,000 उधार देकर ₹3 लाख मांगे:बोला- हमारा तो ब्याज ही इतना; कोर्ट में ब्लैंक चेक लगा तीन लाख क्लेम किए
1 day ago

हरियाणा के नारनौल में एक फाइनेंसर 15 हजार उधार देकर बदले में 3 लाख रुपए लौटाने का दबाव बना रहा है। इसका एक वीडियो भी सामने आया है। उधार लेने वाला कह रहा है कि वह पहले ही 22 हजार रुपए लौटा चुका है। इस पर फाइनेंसर जवाब देता है- 'हमारा तो ब्याज इतना ही लगता है।' फाइनेंसर ने पैसे उधार लेने वाले से लिया ब्लैंक चेक भी कोर्ट में लगा दिया। जिसमें उसने 3 लाख रुपए का क्लेम किया है। पैसे लेने वाले को जब इसका पता चला तो उसने फाइनेंसर से बात की। इसी बातचीत का वीडियो सामने आया है। फाइनेंसर रेवाड़ी के धारूहेड़ा का निवासी है। मामले में नारनौल शहर थाना प्रभारी मुकेश कुमार से बात की तो उन्होंने कहा कि अभी उनके पास इस प्रकार की कोई भी शिकायत नहीं आई है। ऐसा कोई वीडियो भी अभी संज्ञान में नहीं है। शिकायत मिलने पर कार्रवाई होगी। महेंद्रगढ़ जिले में फाइनेंसरों के दबाव और प्रताड़ना से परेशान होकर सुसाइड के कई मामले सामने आ चुके हैं। इसी साल जुलाई में नारनौल के मोहल्ला महल के अमन (24) ने फाइनेंसरों से तंग आकर सुसाइड किया था। अमन ने सुसाइड नोट छोड़ा था। जिसमें उसने 7 नाम लिखे थे। पुलिस अभी इस मामले की जांच कर रही है। युवक के फाइनेंसर पर 2 आरोप.... दीपक फाइनेंसर के पास समझौता करने गया। इसी दौरान साथ मध्यस्थ बनकर गए व्यक्ति ने वीडियो बना लिया। दैनिक भास्कर इस वीडियो के तथ्यों या बातचीत की पुष्टि नहीं करता। मध्यस्थ: आप करा करते हो क्या फाइनेंस का काम?
सामने वाला: नहीं, भाई किया करता है। मध्यस्थ: कौन सा गांव है भाई?
सामने वाला: रेवाड़ी में धारूहेड़ा चुंगी। मध्यस्थ: कैसा क्या मैटर है?
सामने वाला: भाई यह पैसा ले गया था। मध्यस्थ: जो ओरिजिनल है वह बताओ। अब समझौता करने वाले हैं अब बताओ।
सामने वाला: पीओ (भगौड़ा) हो गया तब आया है समझौता करने। सामने वाला: साल 2023 में ले गया था 30 हजार रुपए।
मध्यस्थ: तीस हजार रुपए लिए थे, तूने सीधे तीन लाख का लगा दिया। सामने वाला: मैं तो भाई ऐसे ही लगाता हूं। ब्याज ऐसा ही बनता है। फिर इनमें बातचीत करीब 8 मिनट तक चलती रहती है। फिर सामने वाले व्यक्ति ने कहा कि वह तीस हजार रुपए और छह हजार रुपए वकील के दे दे तो उससे केस वापस ले लेगा। वहीं इस बारे में विकास से बात की तो उसने बताया कि इस मामले में उसको कुछ नहीं पता। उसका भाई यह करता है। नारनौल आने पर उससे बात करा दूंगा। अब पढ़िए वो 2 किस्से जहां फाइनेंसरों की प्रताड़ना से जान देनी पड़ी... 1. एक लाख के बदले 4 कनाल जमीन गंवाई, सुसाइड किया
5 महीने पहले नांगल चौधरी के देवनारायण चौक पर पुलिस को एक व्यक्ति का शव मिला। जहरीले पदार्थ से उसकी मौत हुई थी। जेब में सुसाइड नोट मिला। जिससे उसकी पहचान ढाणी बानिया वाली नांगल कालिया के वीरेंद्र के रूप में हुई। सुसाइड नोट में लिखा था- 'मैं होश हवास से लिख रहा हूं। उमेद मास्टर व सुनील नसीबपुर से बहुत परेशान हूं। मेरे पास 10 रुपए सैकड़ा से एक लाख रुपए के चार कनाल जमीन ले ली। फिर भी मेरे को मारने की धमकी देते हैं। मेरा बच्चा नाबालिग है। मैं इन लोगों से परेशान होकर सुसाइड कर रहा हूं।' 2. 60 हजार के 15 लाख बनाए, पंजाबी फैमिली ने सुसाइड किया
महेंद्रगढ़ में 8 महीने पहले फाइनेंसरों से तंग आकर एक पंजाबी फैमिली ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली थी। मौके पर ही रूपेंद्र कौर और उसके बेटे शानदीप की मौत हो गई थी। परिवार के मुखिया आशीष ग्रोवर ने पीजीआई में दम तोड़ दिया था। एक दिन जिंदगी और मौत से जूझने के बाद बड़े बेटे गगनदीप की भी मौत हो गई थी। फैमिली ने एक सुसाइड नोट लिखा था। जिसमें उन्होंने पुलिसकर्मी के बेटे अक्षय और सोमवीर नामक व्यक्ति को मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया था। सुसाइड नोट में लिखा था- 'दोनों फाइनेंसरों से 60 हजार रुपए उधार लिए थे। फाइनेंसरों ने 60 हजार रुपए के 15 लाख रुपए बना दिए। नहीं लौटने पर जान से मारने की धमकी भी दे रहे थे।' ------------------------------------ ये खबर भी पढ़ें :- महेंद्रगढ़ में फाइनेंसरों से परेशान व्यक्ति ने निगला जहर:जेब से मिला सुसाइड नोट, नारनौल के दो व्यक्तियों का नाम हरियाणा के महेंद्रगढ़ में 5 महीने पहले एक व्यक्ति ने फाइनेंसरों से परेशान होकर जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली थी। मृतक व्यक्ति की जेब से एक सुसाइड नोट भी मिला है। जिसमें उसने दो लोगों पर उसको पैसों के लिए परेशान करने का आरोप लगाया। पढ़ें पूरी खबर
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