राम माधव बोले- BJP, RSS के बीच तनाव नहीं:विपक्ष ऐसी अटकलें लगाता है; पीएम ने लाल किले से RSS की तारीफ की थी
6 hours ago

आरएसएस के वरिष्ठ नेता राम माधव ने भाजपा और RSS के बीच मतभेद की अटकलों को खारिज कर दिया है। उन्होंने शनिवार को न्यूज एजेंसी ANI से कहा कि दोनों संगठन अपने-अपने क्षेत्रों में कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा, भाजपा राजनीति में और आरएसएस सामाजिक सेवा के लिए जानी जाती है। दरअसल, दोनों एक वैचारिक परिवार से जुड़े दो संगठन हैं। राम माधव के ये बयान ऐसे समय आए हैं जब कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल पीएम मोदी के स्वतंत्रता दिवस भाषण में आरएसएस का जिक्र करने को लेकर आलोचना कर रहे हैं। कांग्रेस नेताओं ने संगठन के उल्लेख को “संविधान और तिरंगे का अपमान” बताया है। PM ने RSS तारीफ की, कांग्रेस बोली-भागवत की कृपा चाहिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को लाल किले पर 79वें स्वतंत्रता दिवस के संबोधन में कहा था- आज गर्व के साथ मैं इस बात का जिक्र करना चाहता हूं कि 100 साल पहले एक संगठन आरएसएस का जन्म हुआ। 100 साल की राष्ट्र सेवा गौरवपूर्ण है। आरएसएस ने व्यक्ति निर्माण से राष्ट्र निर्माण के संकल्प को लेकर 100 साल मां भारती के कल्याण के लिए अपना जीवन समर्पित किया। सेवा, समर्पण, संगठन और अप्रतिम अनुशासन जिसकी पहचान रही है, ऐसा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ दुनिया का सबसे बड़ा NGO है। इस पर कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा- प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में आरएसएस का जिक्र मोहन भागवत को खुश करने के लिए किया, क्योंकि मोदी अब पूरी तरह उनके भरोसे हैं। सितंबर के बाद जब वे 75 साल के हो जाएंगे, तो पद पर बने रहे के लिए मोहन भागवत की मदद पर निर्भर हैं। पूरी खबर पढ़ें... भाजपा ने 75 साल की उम्र पर कई नेता रिटायर किए पीएम मोदी 17 सितंबर को 75 साल के हो जाएंगे। विपक्ष के कई नेता 2024 के चुनाव से पहले और बाद में उनके 75 की उम्र पूरी करते ही रिटायर होने के चर्चा कर चुके हैं। मई, 2024 में अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि अगर भाजपा लोकसभा चुनाव जीत गई तो मोदी अगले साल तक ही प्रधानमंत्री रहेंगे। PM मोदी ने खुद यह नियम (75 साल की उम्र में रिटायरमेंट) बनाया है। दरअसल 2014 के लोकसभा चुनाव के बाद भाजपा में 75 साल की उम्र से ज्यादा के नेताओं को रिटायर करने का ट्रेंड शुरू। पहली बार प्रधानमंत्री बने नरेंद्र मोदी ने अपनी कैबिनेट में इससे कम उम्र के नेताओं को ही जगह दी थी। लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी को मार्गदर्शक मंडल में शामिल किया गया। 2016 में जब गुजरात की मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल ने इस्तीफा दिया तो उस समय उनकी उम्र भी 75 साल थी। उसी साल नजमा हेपतुल्लाह ने भी मोदी कैबिनेट से इस्तीफा दिया, जिनकी उम्र 76 साल थी। 2019 लोकसभा चुनाव से पहले तब के भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने एक इंटरव्यू में कहा- 75 साल से ऊपर के किसी भी व्यक्ति को टिकट नहीं दिया गया है। यह पार्टी का फैसला है। उस चुनाव में सुमित्रा महाजन और हुकुमदेव नारायण यादव जैसे नेताओं को टिकट नहीं दिया गया। इसी तरह 2024 लोकसभा चुनाव में राजेंद्र अग्रवाल, संतोष गंगवार, सत्यदेव पचौरी, रीता बहुगुणा जोशी का टिकट 75 साल से ज्यादा उम्र की वजह से काट दिया गया था। शाह बोले- मोदी पर 75 साल का बैरियर लागू नहीं होगा मई 2024 में गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था, 'मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि भाजपा के संविधान में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है। मोदी जी 2029 तक देश का नेतृत्व करेंगे। मोदी जी आने वाले चुनावों में भी नेतृत्व करेंगे।' इसी तरह पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा था कि भाजपा के संविधान में कहीं भी आयु को लेकर ऐसा कोई प्रावधान नहीं है। अगले 5 साल के कार्यकाल में मोदी जी देश को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे। मोदी जी हमारे नेता हैं। भविष्य में भी हमारा नेतृत्व करते रहेंगे। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी ANI को दिए इंटरव्यू में कहा था, 'मैं BJP का वरिष्ठ नेता होने के नाते ये कहना चाहता हूं कि 2024 में भी वो (नरेंद्र मोदी) भारत के प्रधानमंत्री बनेंगे। 2029 में भी वो भारत के प्रधानमंत्री बनेंगे।'
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