सीएम फडणवीस से मिलने उनके घर पहुंचे राज ठाकरे:उद्धव के साथ ठाकरे का पहला राजनीतिक प्रयोग फेल, दोनों भाई 20 साल बाद साथ आए थे
3 hours ago

महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजीत पवार ने राज ठाकरे और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के बीच हुई मुलाकात को महज एक औपचारिक मुलाकात बताया है। उन्होंने कहा कि इसके कोई राजनीतिक मायने नहीं हैं। राजनीति में भेंट-मुलाकात की परंपरा रही है। अजीत पवार ने वर्धा में मीडिया से बातचीत करते हुए ये बयान दिया। फडणवीस और राज ठाकरे की मुलाकात के बाद राजनीतिक चर्चाएं तेज हो गईं। यह बैठक राज-उद्धव गठबंधन के पहले राजनीतिक प्रयास के असफल होने के एक दिन बाद हुई है। 20 अगस्त को हुए बेस्ट क्रेडिट सोसायटी चुनावों में राज और उद्धव के साझा उम्मीदवारों को हार का सामना करना पड़ा। यूबीटी (उद्धव ठाकरे की शिवसेना) और मनसे (राज ठाकरे की पार्टी) का एक भी प्रत्याशी नहीं जीत पाया। राज और उद्धव 2005 के बाद राजनीतिक रूप से अलग हो गए थे, जिसके बाद राज ठाकरे ने अपनी अलग पार्टी - महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना बनाई थी। पिछले महीने 20 साल बाद दोनों मराठी अस्मिता को मुद्दा बनाकर एक साथ आए थे। क्या है बेस्ट क्रेडिट सोसायटी?
मुंबई की बेस्ट क्रेडिट सोसायटी - नागरिक परिवहन, बिजली उपयोगिता और सहकारिता से जुड़े 15,000 कर्मचारियों और पूर्व कर्मचारियों का संगठन है। दशकों से बेस्ट चुनावों में कामगार सेना का दबदबा रहा है। कामगार सेना वैचारिक रूप से विभाजन के पहले वाली शिवसेना के साथ जुड़ी थी। बेस्ट चुनावों में राज और उद्धव ठाकरे पहली बार एक साथ आए। कुछ राजनीतिक विश्लेषक बेस्ट क्रेडिट सोसायटी के चुनावों को उद्धव-राज गठबंधन की पहली राजनीतिक परीक्षा की तरह देख रहे थे। लेकिन राज-उद्धव के 19 साझा प्रत्याशियों में से एक भी नहीं जीत पाया। 21 में से 14 सीटों पर मुख्य पार्टियों से इतर शंकरराव पैनल की जीत हो गई। भाजपा समर्थित पैनल के 7 सदस्य चुन कर आए। चुनाव के परिणाम आने के बाद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस गठबंधन की आलोचना भी की थी। इस साल के अंत में होने वाले बीएमसी चुनाव उद्धव ठाकरे के लिए राजनीतिक अस्तित्व की लड़ाई हो सकते हैं।
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