Search…

    Saved articles

    You have not yet added any article to your bookmarks!

    Browse articles
    Select News Languages

    GDPR Compliance

    We use cookies to ensure you get the best experience on our website. By continuing to use our site, you accept our use of cookies, Privacy Policies, and Terms of Service.

    उपराष्ट्रपति चुनाव- भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक, मोदी, शाह-नड्डा मौजूद:NDA उम्मीदवार का ऐलान हो सकता है; 21 अगस्त को नॉमिनेशन करेंगे

    1 day ago

    1

    0

    दिल्ली स्थित भाजपा मुख्यालय में संसदीय बोर्ड की बैठक जारी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा बैठक में मौजूद हैं। न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, NDA आज उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के नाम पर फैसला कर सकता है। चुना गया कैंडिडेट 21 अगस्त को नामांकन दाखिल करेगा। इस दौरान NDA शासित राज्यों के सभी मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री भी शामिल होंगे। उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए 9 सितंबर को वोटिंग होगी। उसी दिन काउंटिंग भी होगी। नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 21 अगस्त है। 25 अगस्त तक उम्मीदवारी वापस ली जा सकती है। दरअसल, जगदीप धनखड़ ने 21 जुलाई की रात अचानक उपराष्ट्रपति के पद से इस्तीफा दे दिया था। 74 साल के धनखड़ का कार्यकाल 10 अगस्त 2027 तक था। भाजपा संसदीय बोर्ड बैठक की 2 तस्वीरें... संसद में NDA के पास बहुमत लोकसभा में कुल सांसदों की संख्या 542 है। एक सीट खाली है। एनडीए के 293 सांसद हैं। इसी तरह राज्यसभा में 245 सांसद हैं। 5 सीट खाली हैं। एनडीए के पास एक129 सांसद हैं। यह मानते हुए कि उपराष्ट्रपति के लिए नामांकित सदस्य भी एनडीए उम्मीदवार के पक्ष में मतदान करेंगे। इस प्रकार, सत्तारूढ़ NDA गठबंधन को कुल 422 सदस्यों का समर्थन हासिल है। बहुमत के लिए 391 सांसदों के समर्थन की जरूरत है। अगस्त 2022 में एनडीए उम्मीदवार जगदीप धनखड़ को 528 वोट मिले थे। वहीं, विपक्षी उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा को सिर्फ 182 वोट मिले थे। तब 56 सांसदों ने वोट नहीं डाला था। भाजपा की तरफ से थावरचंद गहलोत सबसे प्रबल दावेदार भाजपा इस पद के लिए अपनी विचारधारा के प्रति समर्पित कार्यकर्ता को उम्मीदवार बना सकती है। फिलहाल जिन नामों पर पार्टी में विचार चल रहा है, उनमें कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत सबसे प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं। दूसरा नाम सिक्किम के राज्यपाल ओम माथुर का भी है। गहलोत जातीय समीकरण में भी फिट थावरचंद गहलोत अभी कर्नाटक के राज्यपाल हैं। 77 साल के गहलोत राज्यसभा में सदन के नेता रह चुके हैं। साथ ही केंद्रीय मंत्री का पद भी संभाल चुके हैं। भाजपा में वे सर्वोच्च नीति निर्धारक इकाई पार्लियामेंट्री बोर्ड के सदस्य भी रहे हैं। जातीय समीकरण (दलित) में भी वे फिट बैठते हैं। वे मध्य प्रदेश से हैं। उनके पास प्रशासनिक अनुभव भी है। माथुर मोदी-शाह के करीबी ओम माथुर अभी सिक्किम के राज्यपाल हैं। 73 साल के माथुर पार्टी के कद्दावर नेता हैं और राजस्थान से आते हैं। वे गुजरात के चुनाव प्रभारी तब रहे हैं, जब पीएम मोदी वहां के मुख्यमंत्री थे। वे मोदी के साथ ही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के भी करीबी माने जाते हैं। माथुर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में प्रचारक रह चुके हैं। राज्यसभा के उपसभापति हैं हरिवंश हरिवंश नारायण सिंह का जन्म 30 जून 1956 को UP के बलिया के सिताबदियारा गांव में हुआ। पत्रकार भी रह चुके हैं। 2014 में जदयू के टिकट पर बिहार से राज्यसभा सांसद चुने गए। उपराष्ट्रपति चुनाव के 6 चरण... स्टेप 1- निर्वाचक मंडल का गठन करना : उपराष्ट्रपति का चुनाव निर्वाचक मंडल करता है, जिसमें लोकसभा और राज्यसभा के सभी निर्वाचित और नामित सदस्य शामिल होते हैं। स्टेप 2- चुनाव की अधिसूचना जारी होना : निर्वाचन आयोग द्वारा अधिसूचना में नामांकन, मतदान और परिणाम की तारीखें होती हैं। स्टेप 3- नामांकन प्रक्रिया: उम्मीदवार को कम से कम 20 सांसदों द्वारा प्रस्तावक और 20 सांसदों द्वारा समर्थक के रूप में हस्ताक्षर के साथ नामांकन पत्र दाखिल करना होता है। स्टेप 4- सांसदों के बीच प्रचार होता है: केवल सांसद मतदाता होते हैं। इसलिए यह प्रचार सीमित दायरे में होता है। उम्मीदवार और उनके समर्थक दल प्रचार में शामिल होते हैं। स्टेप 5- मतदान की प्रक्रिया शुरू होगी: हर सांसद मतपत्र पर प्रत्याशियों को प्राथमिकता के क्रम में (1, 2, 3...) अंकित करता है। स्टेप 6- मतों की गिनती और परिणाम: जीत के लिए कुल वैध मतों का साधारण बहुमत (50% से अधिक) प्राप्त करना होता है। रिटर्निंग ऑफिसर नतीजे की घोषणा करते हैं। --------------------------------------- मामले से जुड़ी यह खबर भी पढ़ें... जगदीप धनखड़ का उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा, स्वास्थ्य को वजह बताया जगदीप धनखड़ ने 21 जुलाई की रात अनुच्छेद 67(ए) के तहत राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को त्यागपत्र सौंपा था। उन्होंने लिखा था- स्वास्थ्य की प्राथमिकता और डॉक्टरी सलाह का पालन करते हुए मैं भारत के उपराष्ट्रपति पद से तत्काल प्रभाव से त्यागपत्र दे रहा हूं। पूरी खबर पढ़ें...
    Click here to Read more
    Prev Article
    Paediatrician suggests 5 monsoon baby care tips for babies with sensitive skin issues like eczema
    Next Article
    भास्कर अपडेट्स:ओडिशा के पूर्व CM नवीन पटनायक अस्पताल में भर्ती, हालत स्थिर

    Related Politics Updates:

    Comments (0)

      Leave a Comment