चूरू के जवान की टीम ने गिराए पाकिस्तान के 5-फाइटरजेट:ऑपरेशन सिंदूर में S-400 एयर डिफेंस सिस्टम के लॉन्चर के इंचार्ज थे, मिलेगा वीरता पदक पुरस्कार
6 hours ago

ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने पाकिस्तान के 5 फाइटर जेट गिराए थे। इस दौरान मिसाइल डिफेंस सिस्टम एस-400 के लॉन्चर इंचार्ज चूरू के जवान भले सिंह (38) थे। भारतीय वायुसेना में सार्जेंट भले सिंह को अब राष्ट्रपति की ओर से वीरता पदक पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। यह पुरस्कार उन्हें उनकी वीरता और कर्तव्यनिष्ठा के लिए दिया जाएगा।। बुधवार को अपने गांव हासियावास (चूरू) आए भले सिंह ने बताया- ऑपरेशन सिंदूर में S-400 यूनिट ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनकी टीम ने पाकिस्तान के एफ-16 सहित 5 फाइटर जेट मार गिराए। उनकी टीम ने पाकिस्तान एयरफोर्स का अवाक्स फाइटर जेट भी मार गिराया था, जिसमें काफी लोग अंदर बैठकर काम करते हैं। नींद नहीं आए, इसके लिए लेते थे टैबलेट
भले सिंह ने बताया- टीम ने पाकिस्तान में 314 किलोमीटर अंदर पेशावर के पास रनवे से उड़ान भर रहे अवाक्स जेट को गिराया था। इसकी पुष्टि भारतीय वायुसेना के उच्च अधिकारियों ने भी की थी। भले सिंह ने बताया कि 7 से 10 मई तक चले ऑपरेशन सिंदूर के दौरान अपनी टीम के साथ मिलकर 24 घंटे तक काम किया। जवानों को नींद नहीं आए, इसके लिए एक विशेष टैबलेट दी जाती थी। जो कम से कम करीब आठ से 10 घंटे तक काम करती थी। इस दौरान खाना भी बहुत कम समय में खाते थे। सीजफायर होने के बाद 13 मई को पीएम नरेंद्र मोदी खुद पंजाब के आदमपुर एयरबेस पर जवानों का हौसला बढ़ाने आए थे। 30 जून को हुए रिटायर
भले सिंह ने बताया- मैंने 12वीं पास करने के बाद 2005 में एयरफोर्स जॉइन की थी। 30 जून 2025 को पंजाब के आदमपुर एयरबेस से रिटायर होकर आया हूं। इस दौरान मैंने डीआरडीओ सीक्रेट मिसाइल मिशन में भी काम किया है। वहीं, रशियन पिचोरा मिसाइल सिस्टम पर भी काम किया है। मैंने अपनी सर्विस के दौरान जामनगर, श्रीनगर, दिल्ली और आदमपुर में ड्यूटी की है। एयरफोर्स चीफ बोले थे- ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान के 5 जेट गिराए
9 अगस्त को एयर फोर्स चीफ एपी सिंह ने कहा था कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान के 5 लड़ाकू विमान गिराए गए थे। इसके अलावा एक सर्विलांस एयरक्राफ्ट को लगभग 300 किलोमीटर की दूरी से मार गिराया। यह सतह से हवा में टारगेट हिटिंग का अभी तक का रिकॉर्ड है। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान हमारे एयर डिफेंस सिस्टम ने शानदार काम किया, पाकिस्तान हमारा एयर डिफेंस सिस्टम नहीं भेद पाया। एयर फोर्स चीफ ने कहा था- ‘हाल ही में खरीदे गए S-400 सिस्टम गेम-चेंजर रहे हैं। पाकिस्तान लंबी दूरी के ग्लाइड बम होने के बाद भी इनका इस्तेमाल नहीं कर पाया।’ एयर फोर्स चीफ ने कहा था कि पाकिस्तान के बहावलपुर में हमले के पहले और बाद की तस्वीरें सबके सामने हैं। वहां कुछ नहीं बचा था। ये तस्वीरें न सिर्फ सैटेलाइट से ली गईं। बल्कि लोकल मीडिया ने भी तबाह हुई बिल्डिंग की अंदर की तस्वीरें दिखाई थीं। पाकिस्तान के ध्वस्त एयरबेसों की सैटेलाइट PHOTOS... ये एयरबेस इंटरनेशनल बॉर्डर से करीब 200 किलोमीटर दूर है। भारत ने जैकोबाबाद एयरबेस के हैंगर को निशाना बनाया। हैंगर वो जगह होती है जहां एयरक्राफ्ट की मरम्मत और रखरखाव होता है। 11 मई की इस तस्वीर में दिखता है कि हैंगर को नुकसान पहुंचा और उसके पास मलबा पड़ा है। 30 अप्रैल की पुरानी तस्वीर में स्ट्रक्चर ठीक-ठाक दिख रहा था। ये पाकिस्तान का नया एयरबेस है जो 2017 में चालू हुआ था। भारत ने स्ट्राइक के दौरान भोलारी एयरबेस के हैंगर पर हमला किया, जिससे उसकी छत को बड़ा नुकसान हुआ। 27 अप्रैल की सैटेलाइट फोटो में ये हैंगर पूरी तरह सही सलामत दिख रहा था। ये एयरबेस सिंध प्रांत में है और पाकिस्तान की साउदर्न एयर कमांड इसे ऑपरेट करती है। 10 मई की तस्वीरों में साफ दिखता है कि स्ट्रक्चर को भारी नुकसान हुआ और आसपास मलबा फैला है। इसके पास में जली हुई घास और जमीन पर काले निशान हैं, जो शायद हमले के बाद लगी आग के कारण हुए। ये एयरबेस रावलपिंडी और इस्लामाबाद के बीच है। रावलपिंडी में पाकिस्तान की मिलिट्री का हेडक्वार्टर है और इस्लामाबाद पॉलिटिकल सेंटर है। 1971 की जंग में भी भारत ने इसे निशाना बनाया था। सैटेलाइट तस्वीरों में कई इमारतें तबाह दिखती हैं। 25 अप्रैल की तस्वीरों में सभी इमारतें सही हालत में थीं। ये एयरबेस पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में है, और बहावलपुर से करीब 200 किलोमीटर साउथ में है। बहावलपुर वही जगह है जहां भारत ने 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर की पहली स्ट्राइक की थी। एयर मार्शल एके भारती ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस एयरबेस के रनवे को हुए नुकसान का वीडियो दिखाया था। सैटेलाइट फोटो में रनवे के किनारे एक बड़ा गड्ढा दिख रहा है, जो स्ट्राइक की वजह से बना है। ये एयरबेस पाकिस्तान एयरफोर्स के लिए स्ट्रैटेजिक रूप से बहुत अहम है। ये लाहौर के पश्चिम में और पंजाब बॉर्डर से करीब 200 किलोमीटर दूर है। 1965 और 1971 की जंग में भी भारतीय वायुसेना ने इसे टारगेट किया था। ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने यहां दो जगह रनवे को निशाना बनाया- एक इंटरसेक्शन पर और दूसरा मेन रनवे। 10 मई की तस्वीरों में दोनों जगह रनवे पर बड़े गड्ढे दिखाई देते हैं। 30 अप्रैल और 10 मई की तस्वीरों में फर्क साफ देखा जा सकता है।
Click here to
Read more