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    हिमाचल में लैंडस्लाइड की चपेट में आई 2 गाड़ियां.. VIDEO:ड्राइवर बाल-बाल बचे, शिमला-रोहड़ू NH पर पलटा ट्रोला, 96 घंटे भारी बारिश की चेतावनी

    12 hours ago

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    हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिला में शिलाई को जोड़ने वाले नेशनल हाईवे-5 पर आज सुबह बड़ा पहाड़ सड़क पर गिर गया। इसकी चपेट में सड़क पर चलता टिप्पर और एक आयुष विभाग की गाड़ी आई। दोनों गाड़ी के ड्राइवर बाल बाल बच गए। सतौन के पास काली ढांक नामक जगह पर जहां लैंडस्लाइड हुआ, वहां सड़क किनारे पैराफिट नहीं होते तो बड़ा हादसा हो सकता था। इससे दोनों गाड़ियां बड़ी बड़ी चट्टानों की टक्कर से सड़क से नीचे पलट सकती थी। वहीं मौसम विभाग ने 96 घंटे तक भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। प्रदेश में आज से वेस्टर्न डिस्टरबेंस (WD) एक्टिव हो गया है। शिमला में आज सुबह से बादल और घनी धुंध छाई हुई है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने आज कांगड़ा, चंबा और मंडी जिला में एक-दो स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने का पूर्वानुमान लगाया है। इन जिलों में लोगों को सतर्क रहने को कहा गया है। वहीं ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर और सोलन जिला में बारिश का यलो अलर्ट दिया गया है। कल भी 3 जिलों में ऑरेंज अलर्ट 12 अगस्त को भी कांगड़ा, मंडी और चंबा जिला में ही ऑरेंज अलर्ट दिया गया है, जबकि 13 अगस्त को कांगड़ा और मंडी जिला तथा 14 अगस्त को कांगड़ा, कुल्लू, मंडी और शिमला जिला में भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। अन्य जिलों में यलो अलर्ट की चेतावनी है। जाने कब दिया जाता है रेड अलर्ट बता दें कि जब 24 घंटे के भीतर 64.5-115.5 मिलीमीटर (MM) बारिश होने का पूर्वानुमान हो तो उस सूरत में यलो अलर्ट दिया जाता है। ​​​​​​115.6 MM से 204.4 MM बारिश होने की संभावना पर ऑरेंज अलर्ट और 24 घंटे के 204 मिलीमीटर से ज्यादा बारिश की संभावना पर रेड अलर्ट दिया जाता है। मानसून में 224 लोगों की मौत प्रदेश में अब तक मानसून सीजन में 224 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 36 लोग लापता है। भारी बारिश से 1990 करोड़ की प्राइवेट व सरकारी संपत्ति भी नष्ट हो चुकी है। राज्य में 495 मकान पूरी तरह जमींदोज हो चुके हैं, जबकि 1545 मकानों को आंशिक क्षति पहुंची है। 311 दुकानें और 1946 गौशालाएं भी मानसून की भारी बारिश से नष्ट हुई है। बादल फटने की 30 घटनाएं हो चुकी प्रदेश में इस सीजन में लैंडस्लाइड की 54 घटनाएं, फ्लैश फ्लड की 58 और बादल फटने की 30 घटनाएं पेश आई है। इससे जान और माल दोनों को भारी नुकसान हुआ है।
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