कर्नाटक धर्मस्थल केस- शिकायतकर्ता ही गिरफ्तार:SIT का दावा- बयान, दस्तावेज अलग; पूर्व सफाईकर्मी ने कहा था उसे लाशें जलाने-दफनाने के लिए मजबूर किया
3 hours ago

कर्नाटक के धर्मस्थल में कई शवों को दफनाने केस में नया ट्विस्ट आया है। इस मामले के शिकायतकर्ता को राज्य सरकार की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम ने गिरफ्तार कर लिया है। इसी शख्स ने पिछले दो दशकों में धर्मस्थल में कई हत्याओं, बलात्कारों और शवों को दफनाने का आरोप लगाया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, SIT के चीफ प्रणब मोहंती ने शिकायतकर्ता से शुक्रवार देर रात तक पूछताछ की। शनिवार सुबह उसे अरेस्ट कर लिया गया। अधिकारियों ने बताया कि बयान और दस्तावेजों में गड़बड़ी मिलने के बाद गिरफ्तारी की गई है। शिकायतकर्ता मंदिर का पूर्व सफाई कर्मचारी था। उसने दावा किया है कि उसने 1995 से 2014 के बीच धर्मस्थल में काम किया था, और उसे महिलाओं और नाबालिगों समेत कई शवों को दफनाने के लिए मजबूर किया गया था। उसने आरोप लगाया था कि कुछ शवों पर यौन उत्पीड़न के निशान थे। उसने इस संबंध में एक मजिस्ट्रेट के समक्ष बयान भी दिया था। सफाईकर्मी की शिकायत पर ही धर्मस्थल थाने में जुलाई में मामला दर्ज किया गया था। 19 जुलाई को कर्नाटक सरकार ने मामले की जांच के लिए SIT बनाई थी। शिकायतकर्ता के बयान के आधार पर टीम ने 13 जगहों पर खुदाई कराई थी। इस दौरान एक कंकाल और कुछ इंसानी हड्डियां मिली थीं। पढ़ें आरोपी ने क्या बयान दिया था... धर्मस्थल भगवान शिव के रूप मण्जुनाथ का मंदिर धर्मस्थल मंदिर कर्नाटक के मंगलुरु के पास, नेत्रावती नदी के किनारे बसा एक बहुत ही प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर भगवान शिव के एक रूप श्री मण्जुनाथ का है। यहां एक खास बात यह है कि मंदिर की पूजा हिंदू पंडित करते हैं, लेकिन मंदिर का संचालन जैन धर्म के लोग करते हैं। यह मंदिर हिंदू और जैन धर्म के मेल का उदाहरण है। हर दिन हजारों लोग यहां दर्शन के लिए आते हैं। मंदिर में मुफ्त भोजन (अन्नदान), शिक्षा और इलाज की सुविधाएं भी दी जाती हैं। धर्मस्थल मामले से जुड़ी ये ग्राउंड रिपोर्ट भी पढ़ें... पहले गैंगरेप, फिर प्राइवेट पार्ट में मिट्टी भर दी: 56 दिन बाद कंकाल मिला, धर्मस्थल केस से कैसे जुड़े सौजन्या गैंगरेप और पद्मलता मर्डर दुपट्टे के सहारे हाथ पेड़ से बांध दिए। शरीर पर 14 से ज्यादा जगहों पर चोट के निशान थे। प्राइवेट पार्ट में गहरी चोट थी। रेपिस्ट का DNA न मिले इसलिए उसके प्राइवेट पार्ट में गीली मिट्टी भर दी गई थी। ये वारदात 9 अक्टूबर 2012 को कर्नाटक के मैंगलुरु से 80 किमी दूर धर्मस्थल के जंगलों में अंजाम दी गई थी। हालांकि, तब ये दुनिया की नजरों में नहीं आई। दैनिक भास्कर की टीम धर्मस्थल से मिलने वाली लाशों की पड़ताल करने पहुंची। यहां हमें सौजन्या और पद्मलता से दरिंदगी के दो ऐसे मामले मिले, जिसमें परिवारों को अब तक इंसाफ का इंतजार है। पढ़ें पूरी खबर... धर्मस्थल में 100 लाशें दफन, दावे में कितना दम: 2 चश्मदीद सामने आए, बोले- लाशें दफनाते देखा; मंदिर ने साजिश बताया धर्मस्थल में ही हमारा घर है। मैं यहां 13 साल की उम्र से काम कर रहा हूं। शुरू में मंदिर की रसोई में काम करता था। कभी-कभी खेतों में भी जाता था। 2009 में मैंने जंगल में 5-6 बार अपनी आंखों के सामने लाशें दफन करते देखा था। इनमें ज्यादातर महिलाओं की लाशें होती थीं। शवों की हालत देखकर लगता था कि उनके साथ रेप हुआ है। इन मौकों पर कई बार डॉक्टर भी बुलाए जाते थे, लेकिन कभी पुलिस को नहीं देखा।‘ कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ के धर्मस्थल में रहने वाले तुकाराम ये दावा करने वाले दूसरे शख्स हैं। पढ़ें पूरी खबर...
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