पूर्व PM इंदिरा के कातिल की बेटी लड़ेगी उपचुनाव:तरनतारन से निर्दलीय लड़ने का फैसला; भाई सर्बजीत पहले से सांसद
12 hours ago

भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के दोषी बेअंत सिंह की बेटी अमृत कौर मलोया ने तरनतारन उप-चुनाव लड़ने का फैसला किया है। बेअंत सिंह की ये दूसरी संतान हैं, जो चुनावी मैदान में उतरने वाली हैं। हालांकि, हैरान करने वाली बात है कि अमृत कौर मलोया ने इस चुनाव में आजाद उम्मीदवार के तौर पर उतरने का फैसला किया है, जबकि उनके भाई सर्बजीत खालसा खुद सांसद हैं। सर्बजीत सिंह खालसा इस समय फरीदकोट से सांसद हैं और डिब्रूगढ़ जेल में बंद खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह की पार्टी अकाली दल वारिस पंजाब दे के एक्टिव मैंबर हैं। लेकिन अमृत कौर मलोया ने उनकी पार्टी से नहीं, आजाद उम्मीदवार के तौर पर चुनावी मैदान में उतरने का फैसला किया है। बेअंत सिंह के परिवार में अकेले सर्बजीत खालसा ही नहीं, उनकी पत्नी बिमल कौर भी चुनाव लड़ चुकी हैं और जीत हासिल कर चुकी हैं। पार्टियों से सपोर्ट मांगेगी अमृत कौर अमृत कौर ने भाई सर्बजीत सिंह खालसा की पार्टी अकाली दल वारिस पंजाब दे एक्टिव मैंबर हैं। फिर भी वे इस पार्टी को छोड़ आजाद मैदान में उतरने की बात कर रही हैं। वहीं, अमृत कौर का कहना है कि उनकी अब कोशिश सभी पार्टियों से समर्थन प्राप्त करने की है। वे सभी पार्टियों को एक साथ उनके सपोर्ट में उतरने के लिए मनाएंगी। 1989 में लड़ा था चुनाव अमृत कौर की मां व बेअंत सिंह की पत्नी बिमल कौर ने प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के देहांत के बाद 1989 में लोकसभा चुनाव लड़ा था। तब उन्होंने रोपड़ से चुनाव लड़ा था। उन्हें इस दौरान 4 लाख 24 हजार 101 वोट पड़े थे और वे सांसद बन संसद में पहुंची थी। वहीं, बेअंत सिंह के पिता बाबा सुच्चा सिंह ने भी 1989 में बठिंडा से चुनाव लड़ा था और वे 3 लाख 16 हजार 979 वोटों के साथ सांसद बने थे। खालड़ा चुनाव लड़ने से कर चुकी मना इससे पहले ह्यूमन राइट्स एक्टिविस्ट जसवंत सिंह खालड़ा की पत्नी परमजीत कौर खालड़ा के चुनावी मैदान में उतरने की अटकलें थी। अनुमान था कि वे अमृतपाल सिंह की पार्टी अकाली दल वारिस पंजाब दे की टिकट पर मैदान में उतरेंगी। लेकिन खालड़ा मिशन आर्गेनाइजेशन ने साफ मना कर दिया कि वे इस चुनावी मैदान में नहीं उतरेंगी। AAP, अकाली दल और BJP कर चुकी उम्मीदवार घोषित तरनतारन सीट पर उपचुनावों को लेकर अभी तक चुनाव घोषित नहीं हुए हैं। लेकिन यहां से पूर्व विधायक डॉ. कश्मीर सिंह के देहांत के बाद ये सीट खाली हो चुकी है और आने वाले महीनों में यहां चुनाव हो सकते हैं। ऐसे में अभी तक आम आदमी पार्टी यहां से हरमीत सिंह संधू, अकाली दल सुखविंदर कौर रंधावा और भाजपा हरजीत सिंह संधू यहां से उम्मीदवार घोषित कर चुकी हैं।
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