सुप्रीम कोर्ट में आज आवारा कुत्तों के मामले पर सुनवाई:3 जजों की नई बेंच सुनेगी; SC ने कहा था- दिल्ली-NCR के कुत्तों को शेल्टर होम भेजें
10 hours ago

दिल्ली-NCR से आवारा कुत्तों को 8 हफ्ते में हटाने से जुड़ा केस अब सुप्रीम कोर्ट की तीन जजों वाली बेंच देखेगी। पहले दो जजों की बेंच ने 11 अगस्त को मामले में फैसला सुनाया था, जिसका बड़े स्तर पर विरोध हो रहा है। बुधवार को चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (CJI) बीआर गवई ने इस केस को जस्टिस विक्रम नाथ, संदीप मेहता और एनवी अंजारिया की स्पेशल बेंच को सौंप दिया। इससे पहले सुबह जस्टिस गवई ने कहा कि कॉन्फ्रेंस ऑफ ह्यूमन राइट्स (इंडिया) एनजीओ की याचिका पर कहा था कि वह खुद इस मामले पर गौर करेंगे। इस नई बेंच में पहले फैसला सुनाने वाले दोनों जज नहीं होंगे। यह बेंच गुरुवार को आवारा कुत्तों से जुड़ी सभी 4 याचिकाओं पर सुनवाई करेगी। इसमें एक मामला 2024 का है, जिसमें कॉन्फ्रेंस ऑफ ह्यूमन राइट्स (इंडिया) ने याचिका लगाई थी। दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने 11 अगस्त को डॉग बाइट्स और रेबीज के मामलों को देखते हुए सभी आवारा कुत्तों को 8 हफ्तों में दिल्ली-NCR के आवासीय क्षेत्रों से हटाकर शेल्टर होम में भेजने का आदेश दिया था। कोर्ट ने इस काम में बाधा डालने वाले व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी थी। सुप्रीम कोर्ट ने खुद नोटिस लेते हुए 2 बार सुनवाई की थरूर बोले- फंड सीधा एनजीओ को दिया जाए कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने बुधवार को आवारा कुत्तों के प्रबंधन के लिए मिलने वाले फंड के इस्तेमाल पर पुनर्विचार की मांग की। उन्होंने सुझाव दिया कि यह धनराशि नगर निकायों के बजाय सीधे भरोसेमंद पशु कल्याण संगठनों और एनजीओ को दी जाए। थरूर ने X पर लिखा, असली समस्या संसाधनों की कमी नहीं, बल्कि स्थानीय निकाय काम नहीं कर पा रहे हैं। कई बार आवंटित राशि खर्च ही नहीं होती या सही जगह नहीं लगती। जिन एनजीओ का पशु जन्म नियंत्रण (ABC) और शेल्टर मैनेज करने का अनुभव है, उन्हें यह पैसा देने से बेहतर नतीजे मिलेंगे। राहुल और प्रियंका ने कहा था- बेजुबान पशु कोई 'समस्या' नहीं हैं मेनका गांधी ने भी सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर उठाया सवाल
मेनका गांधी ने भी सुप्रीम कोर्ट के इस आदेश पर सवाल उठाए हैं। मेनका ने भी सोमवार को कहा था, 'दिल्ली में तीन लाख आवारा कुत्ते हैं। उन सभी को पकड़कर शेल्टर होम भिजवाया जाएगा। उनको सड़कों से हटाने के लिए दिल्ली सरकार को 1 हजार या 2 हजार शेल्टर होम बनाने होंगे। क्योंकि ज्यादा कुत्तों को एक साथ नहीं रखा जा सकता।' देश में मणिपुर, दुनिया में नीदरलैंड्स में आवारा कुत्ते नहीं
2019 के सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, देश में ओडिशा में सबसे अधिक 1000 लोगों पर 39.7 कुत्ते हैं। वहीं, लक्षद्वीप-मणिपुर में कोई कुत्ते नहीं। जबकि दुनिया में नीदरलैंड्स ऐसा देश है जहां आवारा कुत्ते नहीं हैं। ----------------------------------------------------- कुत्तों के काटने पर ये जरूरत की खबर पढ़ें... कुत्तों के हमले से बच्ची की मौत:हर 5 डॉग बाइट विक्टिम में 1 बच्चा, समझें आवारा कुत्तों का बिहेवियर, खतरे के संकेत उत्तर प्रदेश के बिजनौर में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। यहां 6 साल की मासूम बच्ची पर आवारा कुत्तों के झुंड ने हमला कर दिया। कुत्ते बच्ची को मुंह में दबाकर एक किनारे ले गए और नोच-नोच कर मार डाला। तो चलिए, आज जरूरत की खबर में बात करेंगे कि आवारा कुत्तों से हमलों के पीछे की वजहें क्या हैं? पूरी खबर पढ़ें...
Click here to
Read more