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    विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस:PM मोदी समेत कई नेताओं ने श्रद्धांजलि दी ; केरल सरकार ने रोक लगाई, कहा- ऐसे आयोजन नफरत बढ़ाने वाले

    3 hours ago

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    गृहमंत्री अमित शाह ने गुरुवार को 1947 के विभाजन में जान गंवाने वालों को श्रद्धांजलि दी। कांग्रेस पर देश को बांटने और मां भारती के गौरव को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया। शाह ने कहा कि आज का दिन उन लोगों के दर्द को याद करके शोक व्यक्त करने का अवसर है, जिन्होंने देश के बंटवारे का कष्ट सहा। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने X पोस्ट साझा करते हुए विभाजन को भारतीय इतिहास का एक 'दुखद अध्याय' कहा। केरल में लगी रोक, ABVP ने मनाया वहीं, केरल के हायर एजुकेशन डिपार्टमेंट ने कॉलेजों में ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ पर प्रतिबंध लगा दिया है। विभाग ने एक ईमेल जारी कर कहा कि ऐसे कार्यक्रम सांप्रदायिक और धार्मिक नफरत को बढ़ावा देने का काम करते हैं। इसलिए इन पर रोक लगाई जानी चाहिए। यूनिवर्सिटी को तुरंत आदेश का पालन सुनिश्चित करने को कहा गया है। बीजेपी 2021 से मना रही है विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने दूसरे कार्यकाल के दौरान वर्ष 2021 में 14 अगस्त की तारीख को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के रूप में मनाए जाने की घोषणा की थी। 14 अगस्त 2021 को गृह मंत्रालय की ओर से एक गजट जारी किया गया था। इसमें कहा गया था कि भारत की वर्तमान और भावी पीढ़ियों को विभाजन के दौरान लोगों द्वारा सही गई यातना और वेदना का स्मरण दिलाने के लिए 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के रूप में घोषित करती है। पीएम मोदी ने कहा- भारतीय इतिहास का एक 'दुखद अध्याय विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस मनाते हुए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को उन लोगों को श्रद्धांजलि दी, जिन्होंने भारत के विभाजन के 'उथल-पुथल और दर्द' को सहन किया। एक एक्स पोस्ट साझा करते हुए पीएम मोदी ने विभाजन को भारतीय इतिहास का एक 'दुखद अध्याय' कहा। एक्स पर एक पोस्ट में उन्होंने कहा- भारत विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस मना रहा है। आज का दिन हमारे इतिहास के उस दुखद अध्याय के दौरान अनगिनत लोगों द्वारा झेले गए उथल-पुथल और दर्द को याद करते हुए यह उनके साहस का सम्मान करने का भी दिन है। यह अकल्पनीय क्षति का सामना करने और फिर भी नए सिरे से शुरुआत करने की ताकत पाने की उनकी क्षमता का सम्मान करने का दिन है। प्रभावित हुए कई लोगों ने अपने जीवन का पुनर्निर्माण किया और उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की। अमित शाह ने X पोस्ट में कहा- कांग्रेस ने देश को टुकड़ों में बांटा देश के विभाजन और उसकी त्रासदी के शिकार लोगों के दर्द को याद कर संवेदना व्यक्त करने का दिन है। इस दिन कांग्रेस ने देश को टुकड़ों में बांटकर मां भारती के स्वाभिमान को चोट पहुंचाई। विभाजन के कारण हिंसा, शोषण और अत्याचार हुए, और करोड़ों लोगों ने विस्थापन झेला। मैं उन सभी लोगों के प्रति मन की गहराई से श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ। देश विभाजन के इस इतिहास और दर्द को कभी भुला नहीं सकेगा। विभाजन की इस विभीषिका में अपनी जान गंवाने वाले लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। राजनाथ सिंह ने विभाजन को बताया दर्दनाक अध्याय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 1947 में भारत के विभाजन के बाद 'भयावह परिणाम' सहने वाले लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की करते हुए विभाजन को एक 'दर्दनाक अध्याय' कहा। एक एक्स पोस्ट साझा करते हुए उन्होंने लिखा- विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर 1947 के उस दर्दनाक अध्याय को स्मरण करते हुए, मैं उन सभी भाइयों-बहनों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं, जिन्हें भारत के विभाजन के बाद नफरत और हिंसा के भयावह परिणाम भुगतने पड़े और जन-धन की हानि देखनी पड़ी। उन पीड़ित परिवारों के प्रति आज भी हर भारतीय के भीतर एक संवेदना है। हम लोग देश में सामाजिक सौहार्द को और मजबूत करने के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।​​​​​​ इस दर्दनाक अध्याय से कई सबक सीखे जा सकते हैं: जयशंकर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने विभाजन के दूरगामी मानवीय और रणनीतिक परिणामों का उल्लेख किया। उन्होंने एक्स पर लिखा- विभाजन के चलते अपार पीड़ा हुई और इसके दूरगामी मानवीय और रणनीतिक परिणाम हुए। विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर हम उन लोगों के धैर्य को याद करते हैं, जिन्होंने इस भयावह त्रासदी को सहा। इस दर्दनाक अध्याय से कई सबक सीखे जा सकते हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और भाजपा अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने राष्ट्रीय एकता का आह्वान किया और राष्ट्र-विरोधी ताकतों को मुंहतोड़ जवाब देने का आह्वान किया। बंटवारे के समय अपने प्राणों की आहुति देने वाले लाखों लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उन्होंने कहा- 1947 का काला दिन हमें उस क्रूर घटना की याद दिलाता है, जब राष्ट्र के नागरिकों ने पलायन के निर्दयी दर्द को झेला और अमानवीय यातनाओं को सहन करते हुए अपने घर, संपत्ति और जीवन खो दिए। यह दिन हमारे राष्ट्र के इतिहास में गहरी पीड़ा और अपार क्षति का प्रतीक: धर्मेंद्र प्रधान केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भी विभाजन के पीड़ितों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा- 14 अगस्त 1947 का दिन हमारे राष्ट्र के इतिहास में गहरे दर्द और अपार क्षति का प्रतीक है. इस दिन व्यक्तिगत लालच, सत्ता की लालसा और संकीर्णता ने देश की एकता को तोड़ने का अपराध किया।
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