बिहार में नेपाल के रास्ते 3 पाकिस्तानी आतंकियों की घुसपैठ:जहां से आतंकी घुसपैठ की आशंका, राहुल की यात्रा वहीं से गुजर रही; पूरे प्रदेश में अलर्ट
6 hours ago

बिहार में नेपाल के रास्ते 3 पाकिस्तानी आतंकियों ने घुसपैठ की है। पुलिस मुख्यालय ने तीनों की फोटो रिलीज की हैं। सभी के आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े होने की खबर है। पुलिस ने जिन आतंकियों की फोटो जारी की है, उनके नाम हसनैन अली, आदिल हुसैन और मोहम्मद उस्मान हैं। हसनैन रावलपिंडी, आदिल उमरकोट और उस्मान बहावलपुर का रहने वाला है। आतंकियों के अररिया जिले से बिहार में घुसने की आशंका जताई गई है। पुलिस हेडक्वार्टर ने सभी जिलों को खुफिया तंत्र को एक्टिव रखने, इनपुट जुटाने और संदिग्धों पर कड़ी नजर रखने का आदेश दिया है। जहां से घुसपैठ की आशंका, वहीं राहुल की यात्रा इधर बिहार में स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) के खिलाफ राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा चल रही है। आतंकी घुसपैठ के संदिग्ध रास्ते अररिया समेत नेपाल से सटे मधुबनी और सुपौल से हाल ही में उनकी यात्रा गुजरी है। बिहार के 7 जिले नेपाल बॉर्डर से सटे हैं। राहुल या तो उन जगहों पर जा चुके हैं या उनका जाने का कार्यक्रम है। वे कल सीतामढ़ी में थे और आज मोतिहारी पहुंचे, जो नेपाल सीमा से लगा हुआ है। पुलिस की तरफ से जारी तीनों आतंकियों की फोटो आंशका- बिहार में बड़ी वारदात कर सकते हैं आतंकी खबर है कि तीनों आतंकी अगस्त के दूसरे हफ्ते ही काठमांडू पहुंच गए थे। वहां से पिछले सप्ताह बिहार में घुसे हैं। खुफिया इनपुट के आधार पर आशंका है कि आतंकियों का मकसद बिहार में किसी बड़ी घटना को अंजाम देना था। हालांकि, इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। आतंकी अलर्ट के बाद राहुल गांधी की यात्रा में बदलाव आतंकी अलर्ट के बाद राहुल गांधी की यात्रा में बदलाव किया गया है। सीतामढ़ी में वे जिस कैंप में रुके थे वहां से सीधे जानकी मंदिर पहुंचे। यहां कई जगहों पर स्वागत मंच बनाए गए थे, लेकिन राहुल वहां नहीं रुके। मंदिर में दर्शन के बाद राहुल गांधी का रोड शो भी था, लेकिन वो कैंसिल कर दिया गया है। राहुल गांधी अब ओपन जीप की जगह बंद गाड़ी से चल रहे हैं। राहुल गांधी को 12 बजे मोतिहारी पहुंचना था, लेकिन वो 11 बजे ही यहां पहुंच गए हैं। राहुल अब बीच में कहीं नहीं रुक रहे हैं। मई में 18 संदिग्धों की घुसपैठ इससे 3 महीने पहले मई में 20 दिनों में 18 संदिग्ध बिहार में घुसे थे। इनमें एक खालिस्तानी भी पकड़ाया था। बिहार नेपाल से 729 किमी लंबी बॉर्डर साझा करता है। बिहार के 7 जिले नेपाल बॉर्डर से लगे हुए हैं। यहीं से घुसपैठ होती है, क्योंकि पूरी बॉर्डर खुली है। नेपाल बॉर्डर की सुरक्षा का जिम्मा SSB के पास भारत की जमीनी सीमाएं 7 देशों चीन, पाकिस्तान, बांग्लादेश, नेपाल, भूटान, म्यांमार और अफगानिस्तान से लगती है। जबकि, समुद्री सीमाएं श्रीलंका, मालदीव और इंडोनेशिया के साथ लगती हैं। नेपाल और भूटान बॉर्डर की सुरक्षा SSB, पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश बॉर्डर की सुरक्षा BSF, चीन बॉर्डर की सुरक्षा भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) और म्यांमार बॉर्डर की सुरक्षा असम राइफल्स के जिम्मे है। बिहार से सीधा नेपाल का बॉर्डर लगता है। जबकि, बांग्लादेश बॉर्डर की दूरी बिहार के किशनगंज से करीब 20 किमी है। भारत से नेपाल का 1751 किलोमीटर लंबा बॉर्डर लगता है। इसमें से सबसे अधिक 729 किमी बिहार से सटा है। 3 तरीकों से नेपाल से बिहार में एंट्री आसान भारत और नेपाल के बीच ओपन बॉर्डर है। इससे लोगों को आने-जाने में आसानी होती है। नेपाल से बिहार के रास्ते भारत में एंट्री काफी आसान है। यह तीन तरीके से होती है। पहला: नेपाल के काठमांडू में ट्रैवल एजेंट भारत में एंट्री कराते हैं। ये फर्जी तरीके से नेपाली नागरिकता और भारतीय पहचान पत्र तक तैयार करते हैं। काठमांडू में सीमा हैदर ने भारत का फर्जी आधार कार्ड बनवाया था। दूसरा: नेपाल सीमा की पगडंडी के रास्ते अधिकतर घुसपैठ होती है। ये पगडंडियां नेपाल और भारत के बॉर्डर पर बसे गांवों में होती हैं। घुसपैठ करने वाले गांव के लोगों को लालच देकर एंट्री कर लेते हैं। तीसरा: नेपाली और भारतीय शक्ल के दिखने वाले विदेशी खुद से बॉर्डर क्रॉस कर जाते हैं। अक्सर संदेह होने या खुफिया जानकारी पर ही बॉर्डर पर जांच होती है। नेपाल बॉर्डर पर सख्ती क्यों जरूरी है? दरअसल, खुफिया एजेंसियां भारत-नेपाल बॉर्डर को अब पाकिस्तान सीमा जितना ही संवेदनशील मान रही हैं, क्योंकि नेपाल में टूरिस्ट वीजा पर रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों की संख्या 3,000 से अधिक है। खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक, नेपाल में मौजूद कई पाकिस्तानी नागरिक भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल हैं। बड़ी संख्या में पाकिस्तानी आतंकी डंकी रूट के सहारे पहले अवैध रूप से नेपाल में घुसते हैं। फिर बिहार के रास्ते भारत में घुसने की कोशिश रहती है। जानकारी के मुताबिक, कई पाकिस्तानी नागरिकों ने तो नेपाली महिलाओं से शादी कर ली और वहीं बस गए। दो उदाहरणों से समझिए, नेपाल के रास्ते घुसपैठ की आशंका क्यों… 1. दो साल पहले पाकिस्तान से आई सीमा हैदर 13 मई 2023 को पाकिस्तानी नागरिक सीमा हैदर नेपाल के रास्ते अपने बच्चों के साथ अवैध रूप से अपने प्रेमी के मिलने भारत पहुंच गई। वो अपने चार बच्चों के साथ काठमांडू से होते हुए भारत में घुसी। इसके बाद उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा के रबूपुरा कस्बे में रहने लगी। फिलहाल, सीमा हैदर के पासपोर्ट की वैधता और उनके दस्तावेजों की जांच अभी भी जारी है। उनके वकील एपी सिंह ने दावा किया है, ‘सभी दस्तावेज गृह मंत्रालय और एटीएस के पास जमा हैं और सीमा जमानत की शर्तों का पालन कर रही हैं।’ सीमा की भारतीय नागरिकता की मांग अभी राष्ट्रपति के पास लंबित है और उसके अवैध प्रवेश के मामले की सुनवाई कोर्ट में चल रही है। इस वजह से उसे फिलहाल डिपोर्ट नहीं किया जा रहा है। 2. मोतिहारी में छिपा खालिस्तानी आतंकी गिरफ्तार 12 मई 2025 को बिहार पुलिस और राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने मोतिहारी में संयुक्त अभियान चलाकर 10 लाख के इनामी खालिस्तानी आतंकवादी कश्मीर सिंह गलवड्डी (उर्फ बलबीर सिंह) को गिरफ्तार किया। वह नेपाल में फर्जी नाम से रह रहा था और कपड़े बेचकर अपनी पहचान छिपा रहा था। वह वीरगंज के रास्ते आतंकियों को भारत में लाता था। आतंकियों को वह आर्थिक मदद भी पहुंचाता था। साथ ही ट्रेनिंग की व्यवस्था करता था। उसके पास से 6 बैंक खातों में करोड़ों रुपए की फंडिंग का खुलासा हुआ। यह गिरफ्तारी ऑपरेशन सिंदूर के बीच हुई और NIA उससे पूछताछ कर रही है। बताया जा रहा है कि उसने लोकल लोगों का ट्रस्ट जीतने के लिए एक लड़की से शादी की थी। 20 दिनों में 18 विदेशी नागरिक गिरफ्तार मई 2024 में 20 दिनों में 18 संदिग्ध विदेशी नागरिक भारत में घुसपैठ करते हुए गिरफ्तार किए गए। नेपाल बॉर्डर पर सुरक्षा को लेकर क्या-क्या हो रहा बॉर्डर पर पुलिस चेक पोस्ट बनाए गए हैं। हर व्यक्ति और वाहन की जांच हो रही है। सीमावर्ती जिलों में 24 घंटे पुलिस गश्ती जारी है। वीरपुर, निर्मली और कोसी नदी के दियारा क्षेत्रों में गश्त तेज कर दी गई है। संदिग्ध गतिविधियों खासकर ISI और आतंकी संगठनों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए खुफिया तंत्र को एक्टिव किया गया है।
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