Search…

    Saved articles

    You have not yet added any article to your bookmarks!

    Browse articles
    Select News Languages

    GDPR Compliance

    We use cookies to ensure you get the best experience on our website. By continuing to use our site, you accept our use of cookies, Privacy Policies, and Terms of Service.

    राजस्थान हाईकोर्ट ने एसआई भर्ती-2021 रद्द की:कोर्ट की टिप्पणी- घर के भेदी ने ही लंका ढहा दी, पेपरलीक में RPSC के पांच मेंबर की भूमिका

    5 hours ago

    1

    0

    राजस्थान हाई कोर्ट ने गुरुवार को एसआई भर्ती 2021 रद्द कर दी। 859 पदों के लिए एग्जाम हुआ था। पेपर लीक में कई ट्रेनी एसआई पकड़े गए थे। जस्टिस समीर जैन की एकलपीठ ने फैसला सुनाते हुए कहा- इस भर्ती के पेपर का पूरे प्रदेश में प्रसार हुआ। पेपर लीक में आरपीएससी के छह सदस्यों की भूमिका पाई गई थी। ब्लूटूथ गैंग के पास भी भर्ती का पेपर पहुंचा। इन हालातों में इस भर्ती को जारी नहीं रखा जा सकता है। कोर्ट ने निर्देश दिए कि साल 2025 की भर्ती में इस भर्ती के पद भी जोड़े जाए। वहीं एसआई भर्ती 2021 के सभी अभ्यर्थियों को इसमें फिर शामिल किया जाए। कोर्ट ने तीन तरह से पेपर लीक माना कोर्ट ने कहा- सही-गलत की छंटनी करना मुश्किल कोर्ट ने कहा की भर्ती में सही और गलत की छंटनी संभव नहीं है। कोर्ट ने यह भी कहा कि कई अभ्यर्थी ऐसे हैं, जिन्होंने ईमानदारी से पेपर दिया है। उनके प्रति भी हमारी सहानुभूति है। हालांकि अगर पेपर लीक के जरिए एक भी व्यक्ति थानेदार बनता है तो यह सही नहीं होगा किरोड़ी बोले- 50% से ज्यादा फर्जी अभ्यर्थी सिलेक्ट हुए थे कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने कहा- हाई कोर्ट के फैसले से सच की जीत हुई है। इस पूरी भर्ती में फर्जीवाड़ा हुआ था। मेरी जानकारी के अनुसार 500 से ज्यादा ऐसे अभ्यर्थी थे, जिन्होंने फर्जीवाड़ा करके यह परीक्षा पास की थी। किरोड़ी ने कहा कि सरकार ने तो सिर्फ 58 फर्जी सब इंस्पेक्टर को ही पड़ा था, लेकिन मेरे पास जो दस्तावेज थे। उसके आधार पर तो 50% से ज्यादा फर्जी अभ्यर्थी सब इंस्पेक्टर परीक्षा में सिलेक्ट हुए थे। अगर ऐसे लोग सर्विस में आते तो आप कल्पना कीजिए प्रदेश में लॉ एंड ऑर्डर की क्या स्थिति होती। इसलिए मुझे लगता है जो हुआ है, उसमें देरी जरूर हुई है, लेकिन यह बहुत अच्छा हुआ है। हाईकोर्ट ने 2021 भर्ती के पदों को नई भर्ती में जोड़ने के आदेश दिए याचिकाकर्ता के वकील हरेंद्र नील ने कहा- हाई कोर्ट ने अपने फैसले में कहा है कि इसमें बड़े पैमाने पर नकल हुई थी। RPSC सदस्य तक इसमें शामिल थे। नई भर्ती में इसके पद जोड़े जाएंगे। हरेंद्र नील ने बताया- कोर्ट ने RPSC मेंबर पर कमेंट किया है कि घर का भेदी ही लंका ढहाता है और यहां बाबूलाल कटारा ने पूरी लंका ढहा दी। इसके अलावा RPSC के पांच मेंबर की भूमिका इसमें पाई गई है। कोर्ट ने RPSC वाले मामले में स्वत: संज्ञान लिया और मामला चीफ जस्टिस के सामने रखा है। जो एडमिस्ट्रेशन लेवल पर आगे बढ़ाया जाएगा। कोर्ट ने कहा कि पूरी भर्ती दूषित है। यदि ये रद्द नहीं होती है तो प्रदेश का लॉ एंड ऑर्डर प्रभावित हो सकता है। उन्होंने बताया कि बाबूलाल कटारा, रामूराम राईका, मंजू शर्मा और इंटरव्यू के समय चेयरमैन समेत अन्य मेंबर शामिल है। जो पकड़े गए हैं, उन्हें रिकवरी के भी आदेश हुए हैं। पूर्व RPSC मेंबर और बेटे-बेटी अरेस्ट हुए थे सब इंस्पेक्टर (SI) भर्ती-2021 पेपर लीक मामले में RPSC के पूर्व सदस्य रामूराम राईका, उसके बेटे देवेश राईका और शोभा राईका की भी गिरफ्तारी हुई थी। देवेश राईका और शोभा राईका को जमानत मिल चुकी है। रामू राम राईका को 4 जुलाई 2018 को तत्कालीन बीजेपी राज (वसुंधरा राजे सरकार) के दौरान RPSC का मेंबर बनाया गया था। राईका 4 जुलाई 2022 तक मेंबर रहा था। रामू राम राईका अब भी जेल में है। ये खबर भी पढ़ें... SI भर्ती परीक्षा-2021 दे चुके अभ्यर्थियों को हाईकोर्ट से अंतरिम-राहत:ओवरएज हो चुके कैंडिडेट्स को 2025 की वैकेंसी में शामिल करने के निर्देश
    Click here to Read more
    Prev Article
    विरार में बिल्डिंग गिरी, अब तक 17 मौतें:आज 5 शव मिले, 9 घायल; हादसे के वक्त चौथी मंजिल पर बर्थडे पार्टी चल रही थी
    Next Article
    भास्कर अपडेट्स:पुलिस कस्टडी में मौत मामला, केरल हाईकोर्ट ने 4 पूर्व पुलिसकर्मियों को बरी किया, निचली अदालत ने फांसी की सजा सुनाई थी

    Related Politics Updates:

    Comments (0)

      Leave a Comment