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    फतेहपुर में मकबरे पर भगवा लहराया, बवाल-पथराव:हिंदू संगठनों का मंदिर होने का दावा; 6 जिलों से पुलिस अफसर बुलाए गए

    6 hours ago

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    यूपी में संभल के बाद अब फतेहपुर में नया मंदिर-मस्जिद का नया विवाद शुरू हो गया। यहां सोमवार को ईदगाह में बने मकबरे पर हिंदू संगठन के लोगों ने जबरन भगवा झंडा लगा दिया। इसके बाद बवाल हो गया। हजारों की संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग पहुंच गए। जमकर पथराव किया। पुलिस ने पहले दोनों पक्षों को समझाने की कोशिश की। लेकिन जब प्रदर्शनकारी नहीं माने तो लाठी फटकाकर खदेड़ना शुरू किया। मामले की शुरुआत सुबह 10 बजे हुई। जब अचानक हिंदू संगठन के 1000 लोग ईदगाह के मकबरे पर पहुंच गए। पुलिस वहां पहले से मौजूद थी। हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं ने मकबरे को मंदिर बताकर तोड़फोड़ करनी शुरू कर दी। कुछ युवकों ने मकबरे की छत पर चढ़कर भगवा झंडा लगा दिया। मकबरे पर भगवा झंडा देख मुस्लिम समुदाय के लोग भड़क गए। हजारों की संख्या में वह ईदगाह पहुंच गए। कुछ युवकों ने पथराव शुरू कर दिया। बवाल इतना बढ़ा कि सांप्रदायिक तनाव देखते हुए 10 थानों की फोर्स आनन-फानन में बुलाई गई। पुलिस ने ईदगाह के आसपास बैरिकेडिंग कर दी। जैसे-तैसे दोनों समुदायों की हजारों की भीड़ को समझाकर और लाठी पटककर इधर-उधर खदेड़ा। इसके बाद हिंदू संगठन के सैकड़ों कार्यकर्ता मकबरे से 500 मीटर दूर डाक बंगला चौराहे पर जाम लगा दिया। सड़क पर बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ करने लगे। पूरा मामला सदर कोतवाली के आबूनगर इलाके का है। बवाल को देखते हुए बांदा और कौशांबी से भी फोर्स बुलाई गई है। इसके अलावा, 6 जिलों से एएसपी को भी बुलाया गया है। हंगामा, बवाल की तस्वीरें... हिंदू संगठन ने पहले ही पूजा का किया था ऐलान फतेहपुर शहर में ही आबूनगर इलाके में ईदगाह है। इसमें नवाब अब्दुल समद का मकबरा बना है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह मकबरा करीब 200 साल पुराना है। 4 दिन पहले शुक्रवार को हिंदू संगठन मठ मंदिर संघर्ष समिति ने डीएम रवींद्र सिंह को ज्ञापन दिया था। इसमें कहा था कि ये स्थल मकबरा नहीं, बल्कि ठाकुर जी का मंदिर है। वहां से कब्जा हटाया जाएगा। साथ ही, ऐलान किया था कि 11 अगस्त को हम लोग इस जगह की साफ सफाई करके जन्माष्टमी मनाएंगे। इसे देखते हुए रविवार को ही डीएम और एसपी अनुज सिंह ने मौके का मुआयना किया था। सुबह से मकबरे के सामने फोर्स तैनात की गई थी। लेकिन, हिंदू संगठन के लोग इतनी बड़ी संख्या में अचानक पहुंचे कि पुलिस कुछ देर के लिए संभाल नहीं पाई। हालांकि, मकबरा मंदिर है। यह दावा पहली बार सामने आया है। खबर की पल-पल की अपडेट्स के लिए नीचे ब्लॉग से गुजर जाइए....
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