केसी वेणुगोपाल बोले-फ्लाइट रनवे से सिर्फ 30-40 फीट ऊपर थी:पायलट ने अचानक लैंडिंग रोकी; उड्डयन मंत्री को लेटर लिखा, जांच की मांग
4 hours ago

10 अगस्त को एअर इंडिया के विमान की इमरजेंसी लैंडिंग मामले में मंगलवार को कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि पहली बार लैंडिंग की कोशिश के दौरान जब फ्लाइट केवल 30-40 फीट ऊपर था, तो पायलट ने अचानक लैंडिंग रोक दी और तेजी से ऊपर उड़ान भर ली। चेन्नई पहुंचने के बाद विमान एक घंटे से ज्यादा आसमान में चक्कर काटता रहा। वेणुगोपाल ने केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू को लेटर लिखा है। उन्होंने फ्लाइट में हुई कथित सुरक्षा चूक की जांच कराने की मांग की है। वेणुगोपाल ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को एक विशेषाधिकार हनन नोटिस भी सौंपा है। दरअसल, तिरुवनंतपुरम से दिल्ली आ रही एअर इंडिया फ्लाइट AI2455 की 10 अगस्त की रात को चेन्नई में इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई थी। एयरलाइंस ने तकनीकी गड़बड़ी और खराब मौसम को इसकी वजह बताया था। एयर ट्रैफिक ट्रैकिंग वेबसाइट फ्लाइट रडार 24 के अनुसार फ्लाइट ने रात 8:17 बजे उड़ान भरी। इसे 10:45 बजे दिल्ली पहुंचना था। इस विमान में वेणुगोपाल के अलावा कुछ अन्य सांसद भी सवार थे। सभी सांसदों ने मामले की जांच की मांग की है। विमान में सवार अन्य सांसदों ने लेटर में लिखा कि वे उस फ्लाइट में सवार थे, जो निर्धारित समय से देरी से रवाना हुई। उड़ान लगातार खराब मौसम और झटकों के बीच हुई और यात्रियों को सीट बेल्ट बांधकर बैठने को कहा गया। इस दौरान न तो खाने की सुविधा दी गई और न ही कोई स्पष्ट जानकारी। मिड-फ्लाइट पायलट ने बताया कि मौसम रडार फेल हो गया है और फ्लाइट को चेन्नई डायवर्ट किया जा रहा है, जबकि उस समय बेंगलुरु या कोयंबटूर जैसे नजदीकी एयरपोर्ट भी मौजूद थे। सांसदों ने की पायलट की तारीफ आगे सांसदों ने पायलट की सूझबूझ और साहस की तारीफ भी की, लेकिन साथ ही एअर इंडिया की घटना के बाद की गई कार्रवाई और जानकारी देने के तरीके पर सवाल उठाए। सांसदों ने कहा कि एअरलाइन ने सच्चाई छिपाने और यात्रियों की सुरक्षा को नजरअंदाज करने की कोशिश की है। एअर इंडिया ने कहा- रनवे पर कोई दूसरा विमान नहीं था एअर इंडिया ने X पर केसी वेणुगोपाल की पोस्ट के जवाब में लिखा- हम स्पष्ट करना चाहते हैं कि चेन्नई की ओर फ्लाइट डायवर्ट करने का फैसला सावधानी के तौर पर लिया गया था, क्योंकि विमान में तकनीकी समस्या और खराब मौसम की स्थिति थी। चेन्नई एयरपोर्ट पर पहली लैंडिंग की कोशिश के दौरान चेन्नई एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) ने गो-अराउंड का निर्देश दिया था। यह किसी दूसरे विमान के रनवे पर होने की वजह से नहीं था। DGCA बोला- पायलट को मौसम रडार खराब होने का शक हुआ DGCA के अनुसार, फ्लाइट A320 VT-TNL शाम 7:15 बजे उड़ान भरने वाली थी, लेकिन दिल्ली से आने में देरी और मौसम की वजह से यह 8:04 बजे रवाना हुई। उड़ान के दौरान हल्के झटके लगे और पायलट को शक हुआ कि मौसम दिखाने वाला रडार सही काम नहीं कर रहा है। इसलिए फ्लाइट को चेन्नई मोड़ दिया गया। विमान का वजन ज्यादा था, इसलिए उसे 43 मिनट तक चेन्नई के ऊपर चक्कर लगाकर ईंधन कम करना पड़ा। पहली बार लैंडिंग की कोशिश में ATC ने ‘गो-अराउंड’ (लैंडिंग से रोककर दोबारा उड़ान भरने) का निर्देश दिया, क्योंकि थोड़ी देर पहले उड़ान भर चुके गल्फ एयर विमान ने रनवे पर मलबा होने की आशंका जताई थी। जांच में कुछ नहीं मिला, जिसके बाद विमान ने रात 10:39 बजे सुरक्षित लैंडिंग की। ------------------------------------------- ये खबर भी पढ़ें... एअर इंडिया एक्सप्रेस फ्लाइट तकनीकी खराबी के कारण लौटी, 16 मिनट हवा में रही; हैदराबाद से थाईलैंड जा रही थी एअर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट 19 जुलाई को उड़ान भरने के 16 मिनट बाद ही हैदराबाद वापस आ गई थी। विमान बोइंग 737 मैक्स 8 IX110 सुबह 6:40 बजे हैदराबाद के राजीव गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से रवाना हुई थी। पूरी खबर पढ़ें...
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