मूसेवाला के पिता ने पुलिस जांच पर उठाए सवाल:बोले-इंसाफ में देरी हो रही, हमारी प्राइवेसी तोड़ी, कातिल इंटरव्यू दे रहे, कब तक सहेंगे हम
9 hours ago

मशहूर पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या को दो साल से ज्यादा का समय बीत चुका है, लेकिन उनके पिता बलकौर सिंह के सवाल अब भी बरकरार है। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक मार्मिक पोस्ट साझा करते हुए बेटे की हत्या के मामले में न्याय मिलने में हो रही देरी पर सवाल उठाए। बलकौर सिंह ने पोस्ट में लिखा कि जवाब मायने तभी रखते हैं जब समय पर दिए जाएं। उन्होंने न्यायप्राप्ति में हो रही देरी, पक्षपात और परिवार की निजता के उल्लंघन पर आक्रोश जताया। साथ ही यह भी कहा कि कानून के बावजूद निष्पक्षता पर सवाल बना हुआ है। पढ़ें जैसा सिद्धू मूसेवाला के पिता ने पोस्ट में कहा
सिद्धू के पिता बलकौर सिंह ने कहा- वे जवाब मायने नहीं रखते जो समय पर न दिए जाएं, पर कानूनी तौर पर हर नागरिक को अपना पक्ष रखने का अधिकार है, लेकिन वह पक्ष कितना निष्पक्ष है, यह अलग बात है। कहते हैं कि सुख का पर्दा और आमदनी का पर्दा, ये कुछ अहम परदे हर इंसान को रखने चाहिए, लेकिन हमारे साथ तो कुछ भी हमारे पक्ष का नहीं हुआ। मुझे लगता है कि मेरे बेटे का ही शायद ऐसा कत्ल है जिसके कातिल तक ने भी इंटरव्यू किए हैं। अगर मेरे परिवार ने इंसाफ का पक्ष रखा, तो उसे भी यह कहकर दरकिनार कर दिया गया कि हमें तो इंसाफ ही नहीं चाहिए। और अब हमारे हक की मेहनत के लिए अगर हम सवाल करें, तो उस अर्जी के निजी पक्ष को सार्वजनिक कर दिया गया। पर एक बात है, जब सहने वाले बोलने लग जाएं, तो वे अक्सर हर किसी की आंख में खटकने लगते हैं। हमारे साथ और कितना धक्का, और कितने धोखे बाकी हैं जो करने हैं? हम अपनी उम्र के लिहाज से बहुत कुछ सह रहे हैं। आज हमारी आमदनी को लेकर जो बातें हो रही हैं, उन पर मैं यही कहना चाहता हूं कि यह मेरी, मेरे परिवार की, और मेरे पुत्र की दिन-रात की तपस्या है, और मेरे बच्चे के शब्दों का मूल्य किसी भी अंक में मापा नहीं जा सकता। मेरे भी परिवार के सदस्य हैं जो हमेशा मेरी ओर उम्मीद से देखते हैं कि मैं इन मुश्किलों को सुलझा सकता हूं। पर आखिर कब तक हम यह सब सहें? कब तक हम ही तड़पें? सिद्धू मूसेवाला की हत्या की सारी जानकारी पढ़ें
पॉपुलर पंजाबी गायक शुभदीप सिंह सिद्धू उर्फ सिद्धू मूसेवाला की 29 मई 2022 को मांसा जिले के जवाहरके गांव के पास गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उनकी गाड़ी पर 100 से अधिक गोलियां चलाई गईं और वह मौके पर ही दम तोड़ बैठे। हत्या के तुरंत बाद, कनाडा आधारित गैंगस्टर गोल्डी बराड़ ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए खुद को इस घटना का जिम्मेदार बताया था। पुलिस की चार्जशीट में बराड़ को मास्टरमाइंड बताया गया, जिसका मकसद “विकी मिड्डुकेहरा” की हत्या का बदला लेना था। बराड़ ने बाद में कई सार्वजनिक इंटरव्यू में स्वीकार किया कि यह हत्या बदले की भावना पर आधारित थी, जिसमें उसने कोई पछतावा नहीं जताया।
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